महाराष्‍ट्र के इस जिले में बारिश-ओलावृष्टि से फसल बर्बाद, किसानों ने अज‍ित पवार से लगाई गुहार

महाराष्‍ट्र के इस जिले में बारिश-ओलावृष्टि से फसल बर्बाद, किसानों ने अज‍ित पवार से लगाई गुहार

Beed Crop Damage: महाराष्ट्र के बीड जिले में भारी बारिश और ओलावृष्टि से फसलें चौपट हो गईं. जनवरी से जुलाई तक 154 किसान आत्महत्या कर चुके हैं. अंबाजोगाई, गेवराई, परली और अन्य तहसीलों में खेत जलमग्न हैं. किसानों ने अजित पवार से मुआवजे और जल्द पंचनामा की गुहार लगाई है.

Beed Crop submerged farmer protestBeed Crop submerged farmer protest
रोहिदास हातागले
  • Beed,
  • Aug 19, 2025,
  • Updated Aug 19, 2025, 5:40 PM IST

महाराष्ट्र के बीड जिले के किसानों को कभी सूखा तो कभी ओले का सामना करना पड़ता है. इस परेशानी से किसान आत्महत्या करने लगे हैं. बीड जिले में इस साल जनवरी से जुलाई तक 154 किसानों ने आत्महत्या कर चुके हैं. पिछले पांच दिन से बीड के अंबाजोगाई, गेवराई, परली, माजलगांव, समेत अन्य तहसील इलाकों में ओलावृष्टि और भारी बारिश हुई है. इस वजह से किसानों के खेत तालाब में बदल गए और सोयाबीन, गन्ने और अन्य फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है.

बीड जिले में भारी बारिश के कारण नदी में बाढ़ आ हुई है, जिसके चलते केज तहसील का मांजरा डैम 93 प्रतिशत भर गया है. इस वजह से डैम के 6 दरवाजों से पानी छोड़ दिया गया है. वहीं, बीड का बिन्दुसरा डैम भी अब तक तीन बार फुल भर चुका है. वहीं, बारिश की स्थिति और किसानों के हाल को लेकर ‘आज तक’ की टीम ने जमीनी हालातों का जायजा लिया, पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट…

जल्‍द पंचनामा कराने की मांग

बीड जिले के किसानों ने आज तक के कैमरे पर राज्‍य सरकार से मदद की गुहार लगाई है. किसानों ने कहा कि बीड के पालकमंत्री अजित पवार को जल्द से जल्द प्रशासन को सूचना देकर हमारे खेत में पंचनामा करने के लिए कहना चाहिए. अगर किसानों को समय पर मुआवजा नहीं मिला तो कई किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाएंगे.

'अब तक मदद के लिए कोई नहीं आया'

ममदापुर गांव के किसान बंकट पानढवले ने कहा कि बारिश की वजह से नदी का जलस्‍तर बढ़ गया है. इसलिए खेती में जानवरों को घास खिलाने ले जाने के लिए भी रास्ता नहीं है. अब तक सरकार की ओर से मदद के लिए कोई नहीं आया है. किसान बहुत ही परेशानी में हैं. ऐसे  में सरकार की ओर से कोई नहीं आया तो और किसान आत्महत्या करने पर मजबूर होंगे, क्‍योंकि खेती पर किसानों ने बहुत खर्चा किया है. जब इलेक्शन आता है तो सब आते हैं. अभी किसान परेशान हैं तो कोई नहीं आ रहा है.

पानी में उतरकर विरोध कर रहे किसान

जिले के एक और किसान आबासाहेब देशमुख (नांदड़ी गांव) ने कहा कि शासन को सतर्क करने के लिए हमने खेत के पानी में आंदोलन किया है. बीड जिले के पालकमंत्री अजित पवार से हमें कहना है कि किसान भाइयों को ओलावृष्टि का मुआवजा मिलना चाहिए. इसलिए उन्होंने प्रशासन को आदेश देना चाहिए और जल्द ही हमारा जो नुकसान हुआ है उसके पंचनामा करके किसानों को आर्थिक रूप से मदद होनी चाहिए.

वहीं, सोमनाथ बोरगांव के किसान जयसिंग देशमुख हमारे खेत में सोयाबीन की बुआई की थी. पानी की वजह से हमरी फसल पूरी खराब हुई है, पशु बाढ़ में बह गए हैं. हम पालकमंत्री अजित दादा से विनती करते हैं कि खेती के पंचनामे करके हमें जल्दी मदद दिलाएं. 

कई फसलों को पहुंचा नुकसान

बीड जिले में पिछले पांच दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण नदियां और झीलें लबालब भर गई हैं. नदियों और झीलों में बाढ़ के कारण सोयाबीन और अन्य कृषि फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. बीड जिले के बीड, माजलगांव परली, वडवानी, गेवराई, अंबाजोगाई और अन्य इलाकों में भारी बारिश दर्ज की गई है. इस वजह से अंबाजोगाई तालुका के ममदापुर, नांदड़ी और सोमनाथ बोरगांव के किसान पंचनामा करने की मांग कर रहे हैं.

MORE NEWS

Read more!