मध्य-प्रदेश के खरगोन में एक विशेष वेरायटी का मक्का बीज लगाने के चलते मक्का फसल अचानक तेजी से बढ़ने लगी. इसी के साथ मक्का के भुट्टों का साइज भी असामान्य बढ़ने लगा. इससे हजारों किसान परेशान हो गए हैं. कृषि विभाग को सूचना मिलने पर जिले के कृषि अधिकारी और वैज्ञानिक खेतों में निरीक्षण करने पहुंचे. उन्होंने फसल और बीज के बारे में जाना. कृषि उपसंचालक ने बताया कि विशेष वेरायटी के कारण पौधों में तेजी से हो वृद्धि हो रही है और भुट्टों का साइज भी ज्यादा हो रहा है. वैज्ञानिकों ने अभी इस फसल का निरीक्षण किया है और रिपोर्ट आने के बाद ही पूरा मामला स्पष्ट हो पाएगा.
कृषि उपसंचालक एमएल चौहान का कहना है जिले में करीब 70 हजार हेक्टेयर में किसानों ने मक्का की फसल लगाई है. इस बार मक्का के रकबे में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. लोगों ने सरसों और देसी चना कम लगाया है. किसानों ने शिकायत की थी कि मक्का फसल तेजी से बढ़ रही है. असामान्य रूप से भुट्टों का आकार बढ़ रहा है.
निरीक्षण पर उपसंचालक ने पाया कि मक्के की जो वेरायटी है, वो काफी अच्छी है. उसका भुट्टा लंबा होता है. ये लंबे समय तक चलने वाली वेरायटी है. इससे उत्पादन भी बेहतर होता है. इस इलाके के किसानों का कहना है एक हेक्टेयर में करीब 30 से 40 क्विंटल मक्का का उत्पादन होता है. नई वेरायटी के भुट्टे में तेज वृद्धि के साथ कुछ भुट्टे मुड़ भी रहे हैं. नर्मदा किनारे के दोनों छोर पर किसानों ने यह मक्का लगाया है.
खरगोन जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर कसरावद विधानसभा के भीलगांव और आसपास के गांव में विशेष वेरायटी का मक्का लगाया गया है. यहां की मक्का की फसल में तेजी से वृद्धि देखी गई. किसानों को कुछ समझ नहीं आया कि इतनी तेजी से मक्के की बढ़वार क्यों हो रही है. क्षेत्र में हजारों किसानों ने मक्का बोया है, ऐसे में ये बात तेजी से फैल गई. किसानों से सूचना मिलने पर अधिकारी संयुक्त टीम के साथ खेतों में पहुंचे. कृषि विभाग के उपसंचालक एमएल चौहान ने बताया कि कसरावद विकासखंड के ग्राम भीलगांव निवासी किसान महेंद्र तवर ने विभाग को सूचना दी थी कि उनके खेत में लगी मक्का की फसल में लगे भुट्टो में इन दिनों असामान्य वृद्धि हो रही है. किसान महेंद्र ने ही कृषि विभाग के अधिकारियों को सूचना दी थी.
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अधिकारियों ने फसल का निरीक्षण किया और बताया कि खेत में बायर कंपनी की मक्का की डिकार्ड 9081 किस्म लगाई गई थी. इसके भुट्टों में असामान्य वृद्धि देखी गई. उपसंचालक चौहान ने फसल का निरीक्षण कर कृषि विभाग के अधिकारियों को उसकी लगातार निगरानी के निर्देश दिए. साथ ही कृषि वैज्ञानिकों के दल ने भी मक्का फसल का निरीक्षण किया और सैंपल लिए. अभी वैज्ञानिकों की रिपोर्ट आने वाली है. रिपोर्ट आने पर ही खुलासा होगा कि मक्का फसल में तेजी से बढ़ोतरी क्यों हो रही है. इस दौरान अधिकारियों ने किसान से भी विस्तृत चर्चा की. निरीक्षण के दौरान कृषि विभाग के सहायक संचालक प्रकाश ठाकुर, पीयूष सोलंकी, रामेश्वर चौहान, महेश्वर क्षेत्र के कृषि विभाग के अनुविभागीय अधिकारी मान सिंह ठाकुर सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.
जिले में करीब 70 हजार हेक्टेयर में किसानों ने इस मक्का की फसल लगाई है. इस बार मक्का का बंपर उत्पादन होगा, ऐसा किसानों को भरोसा है. किसानों ने डॉलर और देसी चना कम लगाया है. नई वेरायटी का मक्का लगाने के चलते एक हेक्टेयर में करीब 30 से 40 क्विंटल मक्का का उत्पादन होता है. नर्मदा किनारे के दोनों छोर पर किसानों ने मक्का लगाया है.(रिपोर्ट/उमेश रेवलिया)