दिसंबर के आखिरी हफ्ते में हरियाणा में बारिश के साथ ओले गिरने से कई जिलों में फसलों को नुकसान पहुंचा था. किसानों ने इसके लिए मुआवजे की मांग की थी. ऐसे में राज्य सरकार की ओर से किसानों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है. हरियाणा के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री विपुल गोयल ने सोमवार को राजस्व अधिकारियों को गिरदावरी (ग्राम भूमि रिकॉर्ड) के काम में तेजी लाने और राज्य के विभिन्न जिलों में हाल ही में हुई ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान का आकलन करने का निर्देश दिया है.
मंत्री ने अफसरों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि फसल नुकसान के सर्वे में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मंत्री ने राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग के कामों की समीक्षा की. मंत्री ने गिरदावरी प्रक्रिया को तेजी से पूरी करने के लिए कहा है. उन्होंने राज्य में अग्निशमन और आपातकालीन सेवा प्रणाली को भी तत्काल उन्नत करने और उसे बेहतर बनाने के लिए कहा.
ओलावृष्टि से सबसे ज्यादा नुकसान फतेहाबाद जिले के ढांगर, बिगर, सालमखेड़ा, बड़ोपल, मोहम्मदपुर रोही, भिरडाना, बिस्ला, बरसीन माजरा, ढाणी माजरा, झलानिया और जांडली खुर्द गांवों में होने की जानकारी सामने आई थी. यहां किसान बारिश होने से खुश थे, जिससे मिट्टी और फसलों की जरूरी नमी और सिंचाई की जरूरत पूरी हो जाती, लेकिन ओले गिरने से फसलों को नुकसान हो गया. वहीं, हिसार में आदमपुर और नारनौंद इलाके के करीब 15 गांवों में ओले गिरने से फसलों के नुकसान होने की बात सामने आई थी.
ये भी पढ़ें - पंजाब-हरियाणा में बारिश से गेहूं और सरसों की फसल को फायदा, अच्छी पैदावार की उम्मीद बढ़ी
गुरुग्राम के पटौदी और आसपास के इलाकों मेंओलावृष्टि से गेहूं की फसल को 70 प्रतिशत और सरसों की फसल को 100 प्रतिशत नुकसान पहुंचा है. सब्जियों की फसल भी चौपट हो गई. पटौदी के किसानों ने बताया कि उनकी सरसों और गेंहू की फसल में लगभग एक फीट ओले से पटी पड़ी थी. सरसों फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई, जबकि गेंहू में 70 प्रतिशत नुकसान हुआ है.
बैठक में मंत्री ने राज्य की अग्नि और आपातकालीन सेवा प्रणाली को आधुनिक मानकों के अनुरूप उन्नत करने की तत्काल जरूरत पर बल दिया. उन्होंने इन सेवाओं को नवीनतम तकनीक, उन्नत प्रशिक्षण और पर्याप्त संसाधनों से लैस करने की आवश्यकता पर जोर दिया.
उन्होंने बताया कि अग्नि और आपातकालीन सेवाओं के आधुनिकीकरण से उनकी दक्षता, सुरक्षा और आपातकाल के दौरान समय पर प्रतिक्रिया में महत्वपूर्ण सुधार होगा. इससे जान बचाने, संपत्ति के नुकसान को कम करने और जनता की समग्र सुरक्षा बढ़ाने में मदद मिलेगी.
मंत्री ने दोहराया कि हरियाणा सरकार जनता को सर्वोत्तम संभव सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और राज्य के आपदा प्रबंधन और आपातकालीन सेवाओं के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे. बैठक में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और वित्तायुक्त अनुराग रस्तोगी और विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.