देश के ज्यादातर हिस्सों में अब दक्षिण-पश्चिम मॉनसून पहुंच चुका है. वहीं, कई राज्यों में खरीफ फसलों की बुवाई और रोपाई तेजी पकड़ चुकी है. इसी क्रम में मॉनसून की दस्तक के साथ ही खेती छत्तीसगढ़ में भी खेती ने रफ्तार पकड़ ली है. वहीं, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने संबंधित अधिकारियों को किसानों को खेती-किसानी की सभी जरूरी सहुलियतें देने में जरूरी सहयोग करने के लिए कहा है, ताकि उन्हें खरीफ बुवाई में किसी प्रकार की दिक्कत न हो. आइए जानिए राज्य में खाद-बीज के वितरण और खरीफ बुवाई क्षेत्र की स्थिति...
सीएम ने किसानों को उनकी मांग के हिसाब से आसानी के साथ प्रमाणित खाद और बीज डिस्ट्रीब्यूट करने के लिए कहा है. बताया गया कि प्रदेश के कृषि विकास और किसान कल्याण मंत्री रामविचार नेताम और कृषि विभाग के अधिकारी खाद-बीज के ड्रिस्ट्रीब्यूशन पर लगातार नजर बनाए हुए हैं, ताकि कोई गड़बड़ी न हो. राज्य सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के किसानों को मंगलवार तक 6.58 लाख मीट्रिक टन खाद और 3.68 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज बांटे जा चुके हैं.
कृषि विभाग के अफसरों ने बताया कि राज्य में मॉनसून की शुरुआत के साथ ही हुए बुवाई क्षेत्र लगातार बढ़ रहा है. राज्य में 6.04 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसलों की बुवाई हो चुकी है, जबकि इस सीजन में 48.85 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई का कुल लक्ष्य तय किया गया है. अफसरों के मुताबिक, 23 जून 2025 तक प्रदेश में 62.5 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई, जबकि प्रदेश की औसत वार्षिक बारिश 1238.7 मिमी है.
कृषि विभाग के अफसरों ने जानकारी दी कि इस साल खरीफ सीजन में राज्य में 4.95 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज बांटने का लक्ष्य तय है. वहीं, 6 लाख क्विंटल बीज के भंडारण में से अब तक 3.68 लाख क्विंटल बीज डिस्ट्रीब्यूट किए जा चुके हैं. यह मांग का 74 प्रतिशत हिस्सा है. वहीं, पिछले साल खरीफ सीजन में राज्य में बीज निगम ने 4.64 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज बांटे थे.
बयान में बताया गया कि इसी तरह खरीफ सीजन में 14.62 लाख मीट्रिक टन उर्वरक डिस्ट्रीब्यूशन करने का टारगेट सेट किया गया है. वहीं, अब तक 11.36 लाख मीट्रिक टन उर्वरकों का सहकारी और निजी क्षेत्रों में भंडारण किया गया है. उक्त भंडारण में से 6.58 लाख मीट्रिक टन उर्वरक किसानों को डिस्ट्रीब्यूट किए जा चुके हैं.
बता दें कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कृषि विभाग के अफसरों को समीक्षा बैठक में राज्य के किसानों को आसानी से उनकी मांग के अनुरूप खाद-बीज दिलाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही उन्होंने खाद-बीज वितरण व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही करने पर सख्त एक्शन लेने के निर्देश भी दिए हैं. सीएम ने सोसायटियों में भी पर्याप्त खाद-बीज के भंडारण लगातार मॉनिटरिंग करने के लिए कहा है.