Sex Sorted Semen Price पशुओं के बाड़े में गाय हो या भैंस, लेकिन हर पशुपालक की एक ही ख्वाहिश होती है कि बछिया पैदा हो. क्योंकि बछिया होगी तो बड़े होकर दूध देगी. हालांकि गाय से सिर्फ बछिया पैदा कराने वाली तकनीक सेक्स सॉर्टेड सीमेन का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन प्राइवेट मार्केट में इसके रेट बहुत ज्यादा हैं. सरकार भी सेक्स सॉर्टेड सीमेन उपलब्ध कराती है. लेकिन पशुपालकों के हिसाब से सरकारी रेट भी ज्यादा थे. पशुपालकों की इसी परेशानी को ध्यान में रखते हुए सरकारी केन्द्रों पर सेक्स सॉर्टेड सीमेन के दाम कर दिए गए हैं. अब गाय से बछिया लेना सस्ता हो गया है.
सरकार भी राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत सेक्स सॉर्टेड सीमेन को बढ़ावा दे रही है. इसका मकसद पशु नस्ल सुधार और दूध उत्पादन को बढ़ाना है. सेक्स सॉर्टेड सीमेन वो तकनीक है जिसकी मदद से 90 फीसद बछिया पैदा होने की उम्मीद रहती है. अभी तक देश में इसका इस्तेमाल कम होने की वजह इसका महंगा होना रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए ही सरकार ने इसके दाम कम कर दिए हैं.
नेशनल डेयरी डवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) के चेयरमैन डॉ. मीनेश शाह का कहना है कि अभी तक यूएस की दो कंपनियां सेक्स सॉर्टड सीमेन में इस्तेमाल होने वाली टेक्नोलॉजी (मशीन) तैयार कर रही हैं. ये कीमत के मामले में बहुत महंगी हैं. यही वजह है कि बाजार में पशुपालकों को करीब एक हजार रुपये में सेक्स सॉर्टड सीमेन की स्ट्रा मिलती है. अब अगर एक की जगह दो या फिर तीन स्ट्रा में गाय-भैंस गाभिन हुई तो ये पशुपालक को बहुत महंगा पड़ेगा. कई बार पशु की हीट का अंदाजा ना होने के चलते इन सब हालात का सामना करना पड़ता है. इसलिए एनडीडीबी प्लान कर रही है कि हम अपने चार सीमेन स्टेशन के लिए ये मशीन खरीदेंगे. फिर वहां सेक्स सॉर्टड सीमेन की स्ट्रा तैयार होंगी. और जैसे गांव-गांव आम सीमेन की स्ट्रा पशुपालक को मिल जाती है तो इसकी स्ट्रा भी मिल जाया करेगी. हमारी कोशिश होगी कि इसकी कीमत 300 से 500 रुपये के बीच ही रहेगी.
पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों की मानें तो साल 2019-20 से अब तक सेक्स सॉर्टेड सीमेन की 89 लाख डोज तैयार की गई हैं. राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत ये अभियान चल रहा है. सेक्स सॉर्टेड सीमेन की डोज की कामयाबी की बात करें तो ये 90 फीसद है. इस हिसाब से चार साल में अब तक करीब 72 लाख बछिया पैदा हो चुकी हैं. इसकी एक डोज की कीमत एक हजार रुपये से लेकर 14 सौ रुपये तक है. साथ ही सरकार की ओर से इस पर 50 फीसद की सब्सिडी दी जाती है या फिर गर्भधारण सुनिचिश्त होने पर 750 रुपये दिए जाते हैं.
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