Poultry Industry: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को पोल्ट्री उद्योग की खूबियां गिनाईं. उन्होंने कहा कि पोल्ट्री उद्योग भारत के कृषि क्षेत्र का एक बहुत जरूरी और तीव्र गति से विकसित होने वाला व्यवसाय है. साथ ही कम निवेश, सीमित भूमि और सीमित संसाधनों के बावजूद यह व्यवसाय ज्यादा आय का मौका देता है. वहीं यह उद्योग प्रोटीन युक्त भोजन की पूर्ति तो करता ही साथ ही साथ लाखों लोगों के लिए आजीविका का साधन भी बन रहा है. यह बात हरियाणा के सीएम ने उस समय कही जब वह अपने निवास पर भारतीय पोल्ट्री फेडरेशन के सदस्यों के साथ एक मीटिंग कर रहे थे.
इस मीटिंग में शिक्षा मंत्री महीपाल ढांढा, भारतीय पोल्ट्री फेडरेशन के अध्यक्ष रनपाल ढांढा, उपाध्यक्ष संजीव गुप्ता, ज्वाइंट सेक्रेटरी रिकी थापर, पोल्ट्री विशेषज्ञ और पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़े किसान मौजूद रहे. मुख्यमंत्री ने कहा कि पोल्ट्री उत्पादों की समयबद्ध आपूर्ति के लिए बेहतर कनेक्टिविटी, सुदृढ़ लॉजिस्टिक्स और प्रभावी कोल्ड चेन नेटवर्क की आवश्यकता होती है. इस दृष्टिकोण से हरियाणा इस उद्योग के लिए देश का सबसे उपयुक्त राज्य है.
सीएम सैनी ने कहा कि हरियाणा में सड़क, रेल और हवाई कनेक्टिविटी का सशक्त और आधुनिक नेटवर्क तैयार किया गया है. प्रदेश के हर जिले से कम से कम एक राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरता है. इसके अलावा सरकार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) को लॉजिस्टिक्स हब के रूप में विकसित कर रही है. इसमें हरियाणा के 22 में से 16 जिले शामिल हैं. यह पोल्ट्री व्यवसाय के लिए अपार संभावनाओं के द्वार खोलता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पोल्ट्री संघ ने जो मांग पत्र उन्हें सौंपा है, उस पर अधिकारियों के साथ बैठक करके गंभीरता से विचार किया जाएगा. साथ ही नियमों में और आसान किया जाएगा. उन्होंने पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़े लोगों से अपील की कि वो नियमों का पालन भी करें ताकि आम जनता को भी कोई परेशानी का सामना न करना पड़े. उन्होंने कहा कि प्रदेश में यह उद्योग तीन लाख से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान कर रहा है.
सीएम सैनी के अनुसार पोल्ट्री पालन से जुड़े किसानों को व्यवसाय प्रबंधन, रोग नियंत्रण और मार्केटिंग जैसे विषयों पर लगातार प्रशिक्षण देकर इस क्षेत्र को सशक्त बनाया जा सकता है. साथ ही उन्होंने पोल्ट्री कचरे के प्रबंधन को भी एक गंभीर समस्या बताया. उनका कहना था कि इसके निपटान हेतु सरल, सस्ती और प्रभावी तकनीक की जरूरत है. साथ ही इस क्षेत्र पर काम करने की जरूरत आज के समय की मांग है.
सीएम सैनी की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में विकसित भारत की ओर अग्रसर हो रहा है. ऐसे में हमें पोल्ट्री सेक्टर को सिर्फ पोल्ट्री के रूप में नहीं देखना है, बल्कि पोषण, इनोवेशंस और निर्यात की तिहरी शक्ति के रूप में विकसित करना है. उनका कहना था कि पोल्ट्री उद्योग को भारत की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था का एक मजबूत स्तंभ बनाने हेतु अपनी पूरी क्षमताओं का उपयोग करें. यह क्षेत्र न केवल करोड़ों लोगों को पोषण एवं रोजगार देता है बल्कि भारत की वैश्विक पहचान को भी सुदृढ़ करता है.
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