देश में सीमांत किसानों के बीच बकरी पालन का चलन तेजी के साथ बढ़ रहा है. अब किसान केवल मांस के लिए नहीं, बल्कि दूध उत्पादन के लिए भी बकरी पालन कर रहे हैं. मार्केट में उन्नत नस्ल की कई ऐसी बकरियां हैं, जो दूध उत्पादन में देसी गायों को भी मात देती हैं. इनके दूध का मार्केट में बहुत अधिक डिमांड भी है. यही वजह है कि ज्यादा दूध देने वाली बकरियों की संख्या देश में तेजी से बढ़ रही हैं. खास बात यह है कि पिछले कुछ सालों में बकरियों के दूध उत्पादन में भी जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया. ऐसे में आज हम कुछ खास नस्ल की बकरियों के बारे में बात करेंगे, जो अधिक दूध देने के लिए जानी जाती हैं.
पशु एक्सपर्ट के मुताबिक, अभी देश में एक लीटर से लेकर पांच लीटर तक रोजाना दूध देने वाली बकरियों की कई नस्ल मौजूद हैं. अगर आप इन नस्ल की बकरियों का पालन करते हैं, तो बंपर कमाई होगी. साथ ही कुछ ही सालों में आपका बकरी पालन का कारोबार लाखों रुपये के बजट में पहुंच जाएगा. खास बात यह है कि इन नस्ल की बकरियों का पालन शुरू करने से पहले अपने-अपने इलाके के वातावरण की भी जानकारी जान लेनी चाहिए. क्योंकि बकरियां सभी तरह की मौसम में नहीं रह सकती हैं. अभी कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, अंडमान-निकोबार और केरल में ज्यादा दूध देने वाली बकरियों का पालन किया जा रहा है.
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बीटल नस्ल की बकरी सबसे ज्यादा दूध देने के लिए जानी जाती है. यह बकरी एक दिन में पांच लीटर तक दूध देती है. पंजाब की यह प्रसिद्ध नस्ल है. इस नस्ल की बकरी की कीमत पहली ब्यांत में ही 25 हजार रुपये होती है. इसी तरह करोली नस्ल की बकरियां भी औसत 1.5 लीटर तक दूध रोजाना देती हैं. इसकी कीमत भी पहली ब्यांत में 15 से 20 हजार रुपये होती है.
वहीं, सोजत नस्ल की बकरी भी अधिक दूध देने के लिए फेमस है. राजस्थान के नागौर, पाली, जैसलमेर और जोधपुर में इसका पालन किया जा रहा है. यह नस्ल जमनापारी की तरह से सफेद रंग की बड़े आकार वाली नस्ल की बकरी है. हालांकि, इस नस्ल को खास तौर पर मीट के लिए पाला जाता है. लेकिन इस नस्ल की बकरी एक दिन में एक लीटर तक दूध देती है.
एक्सपर्ट की मानें तो सिरोही नस्ल की बकरियां मांस के साथ-साथ दूध देने लिए भी जानी जाती हैं. इस नस्ल की बकरी एक साल में 130 लीटर तक दूध देती है. खास बात यह है कि इस नस्ल की बकरियां हमेशा जुड़वा बच्चों को जन्म देती हैं. इसके अलावा मारवाड़ी, जखराना, तोतापरी और जमनापारी ऐसी नस्ल की बकरियां हैं, जो ज्यादा दूध देने के लिए जानी जाती हैं. अभी राजस्थान, हरियाणा, गुजरात और मध्य प्रदेश में इनका पालन किया जा रहा है. इसमें से बीटल को छोड़कर बाकी सभी नस्ल की बकरियां 750 ग्राम से लेकर 1.5 लीटर तक दूध देती हैं.
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