Bakrid: जो बकरा आप खरीदकर लाएं हैं कहीं वो बीमार तो नहीं, मेंगनी-यूरिन से ऐसे करें पहचान 

Bakrid: जो बकरा आप खरीदकर लाएं हैं कहीं वो बीमार तो नहीं, मेंगनी-यूरिन से ऐसे करें पहचान 

यह कोई जरूरी नहीं कि बकरे का चेकअप होने के बाद ही पता चलेगा कि उसे कोई बीमारी है. अगर आप बकरे पर नजर रखते हैं तो मेंगनी और उसके यूरिन को देखकर ही बीमारी का पता लगाया जा सकता है. इलाज के लिए बकरे को डॉक्टर के पास ले जाने की जरूरत भी नहीं है. 

बकरी पालनबकरी पालन
नासि‍र हुसैन
  • NEW DELHI,
  • May 09, 2025,
  • Updated May 09, 2025, 6:09 PM IST

बकरीद में कुछ दिन कम एक महीना है. लेकिन बकरीद के मौके पर तीन दिन तक दी जाने वाली कुर्बानी के लिए बकरों की खरीद-फरोख्त शुरू हो गई है. इस मौके पर कुर्बानी करने वाले लोग जगह की सहुलियत के हिसाब से बकरे खरीदकर ले जा रहे हैं. जिनके पास जगह की कमी होती है तो वो कुछ दिन पहले बकरे खरीदते हैं. वहीं कुछ ऐसे भी होते हैं जो एक-दो महीने पहले ही बकरा खरीद लेते हैं. लेकिन जो बकरा आप खरीद रहे हैं वो कहीं बीमार तो नहीं है. 

क्योंकि धार्मिक मान्यता के मुताबिक बीमार और चोटिल बकरों की कुर्बानी नहीं दी जा सकती है. इसलिए ये जरूरी है कि बाजार या हाट से हेल्दी बकरा ही खरीदा जाए. घर लाकर भी आप बकरे की जांच कर सकते हैं. इसके लिए जरूरी है कि बकरे की मेंगनी और यूरिन पर नजर रखी जाए. अगर जरा भी शक हो तो मेंगनी और यूरिन पशु चिकित्सक को दिखाकर भी सलाह ली जा सकती है. 

मेंगनी से पता चलता है डायरिया होने वाला है 

गोट एक्सपर्ट का कहना है कि अगर बकरी गोल, चमकदार और सॉलिड मेंगनी कर रही है तो समझ लिजिए कि आपकी बकरी का पेट बिल्कुल ठीक है. मतलब बकरी हेल्दी है. लेकिन, अगर बकरी की मेंगनी आपस में चिपकी हुई और गुच्छे की शक्ल में आ रही है तो फौरन अलर्ट हो जाइए कि आपकी बकरी बीमार होने वाली है. अगर मेंगनी पेस्ट जैसी हो रही है तो यह तय मान लिजिए कि बकरी की आंत में किसी न किसी तरह का इंफेक्शन हो चुका है. या फिर बकरी डायरिया की चपेट में आ चुकी है. ऐसे में सबसे पहला काम यह होना चाहिए कि पशुपालक उन मेंगनी को एक जिप वाली पॉलीथिन में भरकर पशु चिकित्सा  से जुड़ी किसी लैब में ले जाकर उसकी जांच कराए. 

कई तरह की बीमारियों के बारे में बताता है यूरिन 

एक्सपर्ट का कहना है कि यूरिन की निगरानी से भी बहुत सारी बीमारियां पहले से पता चल जाती हैं. पशुपालकों को हमेशा या याद रखना चाहिए कि अगर बकरी का यूरिन भूसे यानि हल्के पीले रंग का है तो वो सामान्य है. अगर गहरे पीले रंग का यूरिन आ रहा है तो इसका मतलब बकरे-बकरी ने पानी कम पिया है और उन्हें  डिहाइड्रेशन है. और अगर यह रंग और ज्यादा गहरा पीला हो जाए और उसमे लालपन आने लगे तो समझ जाइए कि बकरी और बकरे के यूरिन की जगह पर कोई चोट लगी है. और अगर कभी यूरिन कॉफी कलर का आने लगे तो समझिए कि उसके खून में इंफेक्शन है. ऐसे हालात में बकरी को फौरन ही किसी डॉक्टर को दिखाना चाहिए. 

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