Tuna Fish: ये है वो खास मछली जिसके लिए बजट में अंडमान-निकोबार का आया नाम, पढ़ें डिटेल 

Tuna Fish: ये है वो खास मछली जिसके लिए बजट में अंडमान-निकोबार का आया नाम, पढ़ें डिटेल 

टूना के शौकीनों को ताजा और उनकी मनपसंद प्रजाति की टूना मछली मिल जाए, इसके लिए मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी विभाग, भारत सरकार अंडमान और निकोबार दीव में इसकी तैयारी कर रही है. सर्वे में सामने आया है कि हर तरह की टूना मछली बड़ी मात्रा में अंडमान-निकोबार दीव में पाई जाती है. 

नासि‍र हुसैन
  • NEW DELHI,
  • Feb 05, 2025,
  • Updated Feb 05, 2025, 5:15 PM IST

आम बजट 2025 ही नहीं उससे पहले से अंडमान-निकोबार दीव समूह की खूब चर्चा हो रही है. लोकसभा में बजट पेश करने के दौरान भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मछली पालन की चर्चा करते हुए अंडमान-निकोबार का नाम लिया. साल 2024 में भी इस दीव की खूब चर्चा हो रही थी. इंवेस्टरमीट भी आयोजित की गई थी. देश-विदेश के फिशरीज एक्सपर्ट और बिजनेसमैन को बुलाया गया था. जानकारों की मानें तो इसके पीछे एक बड़ी वजह यहां मिलने वाली बेशकीमती मछली है. इसे टूना के नाम से जाना जाता है. 

टूना की खास चार प्रजाति यहां पाई जाती हैं. फिशरीज एक्सपर्ट का तो ये भी कहना है कि एक-दो को छोड़ दें तो ऐसा कोई देश नहीं है जहां टूना मछली पसंद ना की जाती हो. खास पसंद वाली प्रजाति की टूना मिल जाए तो फिर कीमत कुछ भी हो सकती है. बाजार में टूना की कीमत 150 से 400-500 रुपये किलो तक है. टूना की एक प्रजाति ऐसी भी है जो लाखों रुपये किलो की कीमत के हिसाब से बिकती है.

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ये हैं टूना खाने के बहुत सारे फायदे

एक्सपर्ट की मानें तो दूसरी मछलियों के मुकाबले टूना मछली तैरने में बहुत तेज होती है. इतना ही नहीं टूना मछली खाने के फायदे भी बहुत हैं. अगर हड्डियों के हिसाब से बात करें तो टूना में कैल्शियम, विटामिन-डी और मैग्नीशियम बहुत अच्छी मात्रा में पाया जाता है. इसलिए टूना खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं. टूना में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा भी खूब होती है तो ये हॉर्ट को भी मजबूत करता है. आंखों को हेल्दी रखने और वजन घटाने के लिए भी टूना मछली फायदेमंद बताई जाती है. 

ये हैं टूना मछली की चार खास प्रजाति 

अंडमान-निकोबार द्वीप समूह को टूना मछली का बैंक भी कहा जाता है. यहां बड़ी मात्रा में टूना मछली पाई जाती है. फिशरीज एक्सपर्ट की मानें तो यहां खासतौर पर येलोफिन टूना, स्किपजैक टूना, बिग आई टूना और नेरिटिक टूना पाई जाती है. लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि भारतीय टूना मछली को इंटरनेशनल मार्केट में वो दाम नहीं मिल पाते हैं जो दूसरे देशों की टूना को मिलते हैं. टूना क्योंकि गहरे समुद्र में पकड़ी जाती है और बाजार तक आते-आते काफी वक्त लग जाता है, जिसका असर इसकी क्वालिटी पर पड़ने लगता है. 

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