Animal Care in Monsoon: शेड-चारा और वैक्सीनेशन तक पशु का ऐसे रखा ख्याल तो बरसात में भी होगा मुनाफा

Animal Care in Monsoon: शेड-चारा और वैक्सीनेशन तक पशु का ऐसे रखा ख्याल तो बरसात में भी होगा मुनाफा

साइंटिस्ट डॉ. सज्जन सिंह का कहना है कि बरसात में पशुओं को बीमारी से बचाने के लिए उनका वैक्सीनेशन कराना जरूरी है. खासतौर पर खुरपका-मुंहपका, गलघोंटू का वैक्सीन जरूर लगवाएं. पेट के कीड़ों की दवाई खि‍लवाएं. ऐसा करने से पशु बीमार नहीं पड़ेंगे. साथ ही शेड और चारे का भी खास ख्याल रखें. 

पशुपालकों के लिए जरूरी खबर. (सांकेतिक फोटो)पशुपालकों के लिए जरूरी खबर. (सांकेतिक फोटो)
नासि‍र हुसैन
  • NEW DELHI,
  • Aug 22, 2024,
  • Updated Aug 22, 2024, 3:44 PM IST

बेशक मॉनसून के इस मौसम में हरे-लहलाते चारे को देखकर पशुपालक खुश होते हैं, लेकिन इसके साथ ही उनके अंदर एक डर भी हमेशा बना रहता है. और ये डर होता है पशुओं की बीमारी को लेकर. क्योंकि एनिमल एक्सपर्ट की मानें तो बरसात के दौरान बहुत सारी ऐसी बीमारियां होती हैं जो पशुओं पर अटैक करती हैं. इसमे वायरल और बैक्टीरियल दोनों ही तरह की होती है. इसमे से गलघोंटू जैसी बीमारी तो सिर्फ बरसात के दिनों में ही होती है. इसके चलते पशुपालकों को खासा नुकसान उठाना पड़ता है. 

यहां तक की पशुओं की मौत भी हो जाती है. लेकिन, अगर एक्सपर्ट की बताई टिप्स के मुताबिक बरसात में पशुपालन किया जाए तो आर्थिक नुकसान और पशुओं की जान को जोखि‍म में डालने से बचा जा सकता है. यहां तक की पशुओं को भरपूर मात्रा में हर चारा भी इस मौसम में खि‍लाया जा सकता है. और तो और बरसात में दूध की क्वालिटी भी सुधारी जा सकती है. 

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बरसात में ऐसा रखें पशुओं का शेड 

डॉ. सज्जन सिंह, प्रिंसिपल साइंटिस्ट, केन्द्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान, हिसार, हरियाणा ने किसान तक को बताया कि बरसात के दौरान शेड की देखभाल बहुत जरूरी होती है. क्योंकि सबसे ज्यादा बीमारी शेड में ही पनपती है. अगर शेड की साफ-सफाई ठीक से कर ली तो समझ लिजिए की पशुओं की बीमारी पर बहुत हद तक कंट्रोल पा लिया. 

  • पहली बात तो ये कि पशु शेड ऊंची जगह पर बना हो जहां पानी ना भरता हो. 
  • दूसरा ये कि शेड में हवा आने-जाने के लिए रोशनदान जरूर बने हों. 
  • पशुओं के नीचे मेटिंग बिछाएं. फर्श को गीला ना रखें. 
  • फर्श का ढलान ऐसा हो कि गाय-भैंस का गोबर और मूत्र नाली में चला जाए. 
  • शेड में एक्सपर्ट की सलाह पर ऐसी दवा का छिड़काव करें जिससे मच्छर-मक्खी ना आएं. 
  • शेड से मच्छर-मक्खी भगाने को पंखे-कूलर का इस्तेमाल कर सकते हैं.
  • मच्छर-मक्खी से बचाने के लिए खुले में ही पशुओं के आसपास धुआं करें. 
  • जब तक शेड के अंदर रोशनदान ना हों धुआं ना करें.

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पशुओं को चारा खि‍लाते वक्त इन बातों का रखें ख्याल 

डॉ. सज्जन सिंह ने बताया कि बरसात के दिनों में हरा चारा खूब होता है. लेकिन नियम ये कहता है कि हम सिर्फ हरे चारे पर पशु को नहीं रख सकते हैं. हरे चारे के साथ-साथ सूखा चारा और मिनरल्स का होना भी जरूरी है. 
बरसात में पशुओं को 60:40 के हिसाब से सूखा और हरा चारा खि‍लाएं. 

  1. हरे और सूखे चारे के साथ मिनरल मिक्चर खाने में जरूर दें. 
  2. हरे चारे को ताजा ना खि‍लाएं, थोड़ी देर सुखाकर फिर खिलाएं. 
  3. हरे चारे की पत्तिनयों पर कीड़े-मकोड़ों के अंडे होते हैं, इसलिए उसे झाड़कर खि‍लाएं. 
  4. सिर्फ हरा चारा खि‍लाने से पशु को दस्त और अफरा की शि‍कायत हो सकती है. 
  5. दूध की क्वालिटी सुधारने के लिए तीनों तरह की खुराक देना जरूरी है.    

 

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