उत्तर प्रदेश में अब धीरे-धीरे गर्मी पड़नी शुरू हो गई है. मौसम विभाग की ओर से जारी अपडेट के मुताबिक यूपी के दोनों ही संभाग में अगले 48 घंटों के बाद फिर मौसम में थोड़ा बदलाव होगा. इस दौरान पूर्वी और पश्चिमी यूपी में 20 से 30 प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना जताई गई है. IMD के मुताबिक 3 मार्च यानी सोमवार को यूपी के सभी 75 जिले ग्रीन जोन में है. ऐसे में लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, झांसी, नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, कानपुर, आगरा, प्रयागराज और मथुरा में मौसम साफ रहेगा. वहीं, 4 मार्च को भी मौसम ऐसा ही रहने का अनुमान है. मौसम विभाग की मानें तो आने वाले एक हफ्ते के दौरान प्रदेश में कहीं भी बारिश होने की संभावना नहीं जताई गई है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश में 3 और 4 मार्च को किसी तरह का कोई अलर्ट नहीं जारी किया गया है. इस दौरान मौसम पूरी तरह से साफ रहने वाला है. वहीं 5 मार्च को भी प्रदेश में मौसम साफ रहने के आसार जताए गए हैं. लेकिन इस दौरान दोनों ही हिस्सों में 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना जताई गई है. इसके साथ ही 6 मार्च को भी प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी हिस्से में मौसम साफ रहने के साथ ही दोनों ही हिस्सों में 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से तेज हवा चल सकती है.
वहीं 7 और 8 मार्च को भी प्रदेश में मौसम साफ रह सकता है. इसके अलावा अगर प्रदेश में तापमान की बात करे तो न्यूनतम और अधिकतम तापमान बढ़ा हुआ है. बुलंदशहर और नजीबाबाद में सबसे कम 11℃ न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है. बांदा में 11.1℃, बरेली में 12.5℃, अयोध्या में 13℃, मेरठ में 14℃ और मुरादाबाद में 14.5℃ न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया है. लखनऊ में 16℃ न्यूनतम और 30.8℃ अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है.
वहीं मुजफ्फरनगर में सबसे कम 24.4℃ अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है. बुलंदशहर में 25℃, मेरठ में 26℃, हमीरपुर में 31.2℃, बस्ती में 31℃, गाजीपुर में 31.5℃, बहराइच में 31.6℃, चुर्क में 31.8℃ अधिकतम तापमान रिकॉर्ड दिया गया है. बता दें यूपी के कई शहरों में बीते 24 घंटे के दौरान न्यूनतम तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस की कमी रिकॉर्ड हुई है.
मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि इस बार मार्च से मई के बीच न सिर्फ अधिकतम व न्यूनतम तापमान के सामान्य से अधिक रहने के संकेत हैं बल्कि हीट वेव के दिनों की संख्या में भी इजाफा होगा. उन्होंने बताया कि इस बार सर्दियों के दौरान पश्चिमी विक्षोभों की सक्रियता में कमी रही, इसकी वजह से प्रदेश में सामान्य से 88 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई, जबकि लखनऊ में यह कमी 98 प्रतिशत रही. इस वजह से फरवरी का अंत असामान्य रूप से गर्म रहा.
उन्होंने बताया कि इस बार गर्मियों के दौरान भी प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभों की सक्रियता में कमी रहने का अनुमान है. प्रशांत महासागर में कमजोर ला-नीना परिस्थितियों के आगामी सीजन के दौरान तटस्थ नीनो परिस्थितियों में संभावित परिवर्तन के आसार हैं.
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