पिछले एक महीने में मौसम ने तीन बार अचानक पलटी मारते हुए किसानों के लिए मुसीबत पैदा कर दी. यूपी में बघेलखंड और बुंदेलखंड के अलावा एमपी के नर्मदापुरम इलाके तक मौसम की मार का असर देखा गया. इसका सीधा असर Rabi season की मुख्य फसल गेहूं पर पड़ा है. IMD ने अगले दो दिनों तक Western Disturbance का असर रहने के कारण किसानों को सचेत रहने का परामर्श दिया है. कृषि वैज्ञानिकों ने खराब मौसम की आशंका वाले इलाकों में किसानों को रबी फसलों की कटाई फिलहाल रोक देने की सलाह दी है.
मौसम विभाग ने आगामी एक अप्रैल तक उत्तर भारत के तमाम इलाकों में मौसम की आंख मिचौली जारी रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है. विभाग के मुताबिक उत्तरी इलाके में अगले दो दिनों तक मौसम का मिला जुला असर देखने को मिलेगा. पिछले 24 घंटों में एक तरफ उत्तर पश्चिमी इलाकों जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में शनिवार और रविवार को बारिश और बर्फबारी हुई. वहीं, पूर्वोत्तर राज्यों के अलावा ओडिशा, झारखंड, मध्य महाराष्ट्र, पंजाब, मराठवाड़ा और रायलसीमा क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ बारिश और पश्चिमी मध्य प्रदेश में ग्रीष्म लहर देखने को मिली.
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मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में यूपी में पूर्वी, पश्चिमी और बुंदेलखंड के तमाम जिलों में तेज हवाओं के साथ धूल भरी आंधी आने की संभावना जताई है. इनमें बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, संभल, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर जिले एवं आसपास इलाकों में Thunderstorm और आंधी चलने की संभावना है.
मौसम ने जिस प्रकार से करवट ली है, उसकी वजह से पश्चिमी यूपी और बुंदेलखंड के तमाम इलाकों में रबी की फसलों को काफी नुकसान हुआ है. एक तरफ इन इलाकों में रबी की मुख्य फसल गेहूं की कटाई शुरू हो चुकी है. वहीं कुछ इलाकों में फसल पक कर कटने को तैयार है. जिन किसानों की फसल कट कर खेत में रखी थी, वह शुक्रवार की तेज आंधी में उड़ गई, जबकि जो फसल ज्यादा पक गई थी, उसका दाना झड़ गया. साथ ही बागवानी किसानों को भी इससे नुकसान उठाना पड़ा है. आम की फसल में बौर झड़ने के अलावा नींबू वर्गीय फल के बागों में पेड़ों पर लगे फूल, आंधी में टूट गए. इससे अगले सीजन में फलत पर असर पड़ेगा.
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ऐसे में Agriculture Experts ने मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुए किसानों को रबी फसलों की कटाई अगले दो दिनों तक रोक देने का परामर्श दिया है. झांसी के जिला कृषि अधिकारी केके सिंह ने कहा कि ऐसे मौसम में नुकसान को न्यूनतम करने के लिए किसानों को कटाई रोक देनी चाहिए. जिन किसानों ने कटाई करना प्रारंभ कर दिया है, वे फसल को बांध कर सुरक्षित स्थान पर रखने का इंतजाम करें. साथ ही Horticulture Farmers मौसम विभाग के स्थानीय पूर्वानुमान को देखते हुए फलदार पेड़ों में सिंचाई करें. सिंचाई करने पर हल्की हवा से भी फूल झड़ने का खतरा रहता है.
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