Weather Update: पूर्वोत्तर राज्यों में 29 अप्रैल से 1 मई तक भरी बारिश की आशंका, किसानों के लिए जरूरी सलाह

Weather Update: पूर्वोत्तर राज्यों में 29 अप्रैल से 1 मई तक भरी बारिश की आशंका, किसानों के लिए जरूरी सलाह

मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार से अगले सोमवार यानी 29 अप्रैल से 1 मई तक पूर्वोत्तर भारत में गरज, बिजली और तेज़ हवाओं के साथ हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश जारी रहेगी. ऐसे में यह भी उम्मीद लगाई जा रही है कि सप्ताहांत के अंत से अगले सप्ताह की शुरुआत तक बारिश की तीव्रता में वृद्धि होगी.

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Weather Update: पूर्वोत्तर राज्यों में 29 अप्रैल से 1 मई तक भरी बारिश की आशंका, किसानों के लिए जरूरी सलाहपूर्वोत्तर राज्यों में आंशिक रूप से छाए रहेंगे बादल

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD)  के मुताबिक अगले तीन दिनों तक पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में तेज बारिश की आशंका है, जिससे चिलचिलाती गर्मी से कुछ दिन और राहत मिलेगी. मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार से अगले सोमवार यानी 29 अप्रैल से 1 मई तक पूर्वोत्तर भारत में गरज, बिजली और तेज़ हवाओं के साथ हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश जारी रहेगी. ऐसे में यह भी उम्मीद लगाई जा रही है कि सप्ताहांत के अंत से अगले सप्ताह की शुरुआत तक बारिश की तीव्रता में वृद्धि होगी. आईएमडी ने शनिवार से सोमवार तक अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की भी भविष्यवाणी की है. वहीं बारिश की आशंका को देखते हुए किसानों को भी जरूरी सलाह जारी की गई है ताकि मौसम के हिसाब से किसान सभी कार्यों को समय पर पूरा कर सकें. 

इसके अलावा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी इसी तरह की बारिश होने की आशंका है. विभाग ने इन दिनों के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्र पर यलो अलर्ट जारी की है. विभाग ने क्षेत्र के लोगों से स्थानीय मौसम की स्थिति के बारे में 'जागरूक' रहने को कहा है ताकि किसी भी तरह के नुकसान से बचा जा सके. इस बीच, बारिश की स्थितियों के कारण, इस पूर्वानुमान अवधि के दौरान क्षेत्र में दिन का तापमान भी सामान्य से सामान्य से नीचे रहने की उम्मीद है.

बीते दिनों देश में कैसा रहा मौसम का हाल

पिछले 24 घंटों के दौरान तटीय तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश के दक्षिण तट और दक्षिण ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश हुई है.वही स्काईमेट वेदर के मुताबिक असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, छत्तीसगढ़, बिहार के कुछ हिस्सों, तेलंगाना, आंतरिक तमिलनाडु, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और दक्षिण हरियाणा और पूर्वोत्तर राजस्थान के एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई है. जिस वजह से इम क्षेत्रों में तापमान में गिरावट देखी गई है. दूसरी ओर गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा के शेष हिस्सों, झारखंड के कुछ हिस्सों, उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, गुजरात के कच्छ क्षेत्र और केरल में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई.

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इन क्षेत्रों में मौसम का पूर्वानुमान

अगले 24 घंटों के दौरान, दक्षिण छत्तीसगढ़, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश और गंगीय पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की आशंका है. उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, तमिलनाडु और केरल में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर तेज बारिश संभव है. सिक्किम, ओडिशा और रायलसीमा में एक या दो मध्यम बारिश हो सकती है. वही उत्तरी छत्तीसगढ़, विदर्भ के कुछ हिस्सों, पूर्वी मध्य प्रदेश, आंतरिक कर्नाटक, मराठवाड़ा, उत्तराखंड और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश संभव है.

बिहार में मौसम का हाल

आईएमडी के पांच दिनों के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, आगामी सप्ताह के दौरान आंशिक से मुख्य रूप से बादल छाए रहने के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. आईएमडी, पटना के दैनिक मौसम बुलेटिनों के अनुसार, 30 अप्रैल से आंधी और बिजली की गतिविधियों के साथ बारिश होने और अधिकतम तापमान में 2-4 डिग्री की गिरावट की संभावना है. 2 दिनों के बाद 100 प्रतिशत पछुआ हवा चलने की संभावना जताई गई है, इसके बाद सप्ताह के पहले 2 दिनों के दौरान पुरवा हवा चलने का अनुमान है.

मौसम को लेकर किसानों के लिए जरूरी सलाह

बिहार में हरा चना की खेती कर रहे किसानों को सलाह दी जाती है कि वे हरे चने के खेत में सिंचाई के लिए प्रतीक्षा करें क्योंकि आगामी सप्ताह के दौरान वर्षा होने की संभावना है.

आम की खेती कर रहे किसानों को सलाह दी जाती है कि वर्षा न होने पर सप्ताह में एक बार सिंचाई करके आम के पौधे में पर्याप्त नमी बनाए रखें. किसानों को पौधे की सिंचाई के लिए कुछ दिनों तक प्रतीक्षा करनी चाहिए. जो किसान बाग में नया आम का पेड़ लगाने के इच्छुक हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे अनुशंसित दूरी पर गड्ढे खोदना शुरू करें (ग्राफ्टेड आम - 10 मी × 10 मी, आम की पौध - 12 मी × 12 मी, उच्च घनत्व – आधा चयनित किस्म की सामान्य दूरी). गड्ढे का आकार 1m×1m×1m होना चाहिए और खोदने के बाद, गड्ढे को 2-4 सप्ताह के लिए सीधे धूप में खुला छोड़ दें.

पशुओं के लिए भी जरूरी सलाह

  • पशुओं को उनके उचित स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए प्रति दिन 25-50 ग्राम नमक, 50 ग्राम बेकिंग सोडा और 50 ग्राम खनिज मिश्रण के साथ भरपूर स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाना चाहिए.
  • पशु को एचएस और बीक्यू के खिलाफ टीका लगाया जाना चाहिए.
  • गरज के साथ वर्षा होने की संभावना है इसलिए किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपने पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखें और बिजली चमकने की गतिविधियों के दौरान खुले स्थान पर चरने ना दें और ना ही खुले स्थानों पर पशुओं को बांधे.
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