यूं तो पूरे उत्तर भारत में इस समय भयंकर गर्मी पड़ रही है लेकिन राजस्थान में हालात बेहद खराब हैं. यहां पर शनिवार को पारा 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. राज्य के मौसम विभाग की तरफ से इस बात की आधिकारिक जानकारी दी गई है. मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार फलोदी में अधिकतम तापमान 50 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इसके बाद बाड़मेर में 48.8 डिग्री, जैसलमेर में 48 डिग्री सेल्सियस, बीकानेर में 47.2 डिग्री सेल्सियस, चुरू में 47 डिग्री सेल्सियस, जोधपुर में 46.9 डिग्री सेल्सियस, गंगानगर में 46.5 डिग्री सेल्सियस, कोटा में 46.3 डिग्री सेल्सियस और जयपुर में पारा 43.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया.
वहीं दिशा निर्देशों के बावजूद राज्य में खराब मौसम की स्थिति को देखते हुए उचित व्यवस्था सुनिश्चित नहीं करने पर मेडिकल कॉलेजों से जुड़े अस्पतालों के 12 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया. मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट की अपर मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि भीषण गर्मी को लेकर जारी अलर्ट के मद्देनजर राज्य के मेडिकल कॉलेजों को जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं. सिंह ने कहा कि इसके बावजूद कुछ मेडिकल कॉलेजों में हीटवेव मैनेजमेंट को लेकर कमियां पाई गईं. उन्होंने कहा कि कुछ अस्पतालों में कूलर, पंखे, एसी, वाटर कूलर जैसी व्यवस्था उचित स्थिति में नहीं पाई गई. इसके बाद अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया है. इन अधिकारियों से तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया है.
यह भी पढ़ें-उत्तर प्रदेश में इस तारीख से पड़ेगी उमस वाली भीषण गर्मी, IMD का आया बड़ा अपडेट
राज्य सरकार ने जिला कलेक्टरों को आंगनवाड़ी केंद्रों में छुट्टी मंजूर करने के लिए भी अधिकृत किया है. आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को राज्य में लू और लू से आम लोगों और पशु-पक्षियों को राहत दिलाने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. विभाग के अपर मुख्य सचिव आनंद कुमार ने सभी जिलाधिकारियों को ये दिशा-निर्देश जारी किए.
यह भी पढ़ें-बंगाल में चक्रवात का खतरा बरकरार, मौसम विभाग ने आंधी-तूफान और बारिश की दी चेतावनी
वहीं, राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह राज्य में पानी और बिजली संकट का समाधान खोजने के बजाय अन्य राज्यों में लोकसभा चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं. डोटासरा ने कहा कि राज्य की बीजेपी सरकार लोगों को बिजली और पीने का पानी मुहैया नहीं करा पा रही है, इसलिए इस भीषण गर्मी में भी ग्रामीण इलाकों में कई लोग पीने के पानी के लिए हजारों की दूरी तय करने को मजबूर हैं.
कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि शहरी इलाकों में लोग टैंकरों से पानी खरीदने पर बहुत पैसा खर्च कर रहे हैं. सरकार की लापरवाही के कारण, राज्य में गंभीर बिजली संकट पैदा हो गया है और सरकार राज्य की राजधानी में दो से चार घंटे की अघोषित बिजली कटौती कर रही है. कांग्रेस नेता ने कहा कि हालांकि मौसम विभाग ने राज्य में भीषण गर्मी की भविष्यवाणी की थी, लेकिन राजस्थान सरकार सुचारू बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कोई कार्ययोजना बनाने में विफल रही. उन्होंने दावा किया कि इस वजह से ही राज्य में उपभोक्ताओं के लिए प्रतिदिन 600 लाख यूनिट बिजली की कमी है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today