देश के कई राज्यों में बारिश और भारी कोहरे की संभावना, खड़ी फसलों को बचाने के लिए ये उपाय करें किसान

देश के कई राज्यों में बारिश और भारी कोहरे की संभावना, खड़ी फसलों को बचाने के लिए ये उपाय करें किसान

Rainfall alert crop advisory: किसानों को कहा गया है कि वे सिंचाई, खेती से जुड़े काम और खड़ी फसलों में खादों के इस्तेमाल को अभी रोक दें. जलभराव से बचने के लिए खड़ी फसलों में पर्याप्त जल निकासी की व्यवस्था करें. तमिलनाडु में चावल, मसाला, कपास, केला और सब्जियों के खेतों से अतिरिक्त पानी निकाल दें. केरल में निचले इलाकों के धान के खेतों, केला और नारियल के बागों और सब्जियों के खेतों से अतिरिक्त बारिश के पानी को निकालने की व्यवस्था करें.

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देश के कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी, खड़ी फसलों को बचाने के लिए ये उपाय करें किसानफसल पर दवा का छिड़काव

Rainfall alert crop advisory: भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी कि IMD ने कहा है कि मंगलवार को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है. केरल और माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर बिजली के साथ तूफान की आशंका है.

IMD ने मौसम पूर्वानुमान में कहा है, पूर्वी उत्तर प्रदेश, असम, मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ इलाकों में रात या सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. मन्नार की खाड़ी और उसके आसपास के कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, उसके आसपास के पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी, तमिलनाडु के तट के साथ-साथ 35 किमी प्रति घंटे से 45 किमी प्रति घंटे की गति से हवा चलने और 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ने की संभावना है. मछुआरों को इन इलाकों में न जाने की सलाह दी गई है.

तूफान के साथ बारिश

मौसम विभाग ने बताया है, 17 दिसंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. 16 दिसंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर, 16 और 17 दिसंबर को रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में और 17 दिसंबर को केरल और माहे में भारी बारिश होने की संभावना है. इसे लेकर किसानों के लिए कुछ एडवाइजरी (Rainfall alert crop advisory) भी जारी की गई है.

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ये उपाय करें किसान

किसानों (Rainfall alert crop advisory) को कहा गया है कि वे सिंचाई, खेती से जुड़े काम और खड़ी फसलों में खादों के इस्तेमाल को अभी रोक दें. जलभराव से बचने के लिए खड़ी फसलों में पर्याप्त जल निकासी की व्यवस्था करें. तमिलनाडु में चावल, मसाला, कपास, केला और सब्जियों के खेतों से अतिरिक्त पानी निकाल दें. केरल में निचले इलाकों के धान के खेतों, केला और नारियल के बागों और सब्जियों के खेतों से अतिरिक्त बारिश के पानी को निकालने की व्यवस्था करें. केले को सहारा दें और सब्जियों के पौधों को भी सहारा दें ताकि वे गिर न पाएं.

पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, बिहार, झारखंड, ओडिशा और बंगाल के गंगाई इलाकों में कोहरे की आशंका है. इसे देखते हुए किसानों के लिए कुछ एडवाइजरी जारी की गई है. ठंड से फसलों को बचाने के लिए शाम के समय हल्की और लगातार सिंचाई या स्प्रिंकलर से सिंचाई करें. नए फलों के पौधों को सरकंडा/पुआल/पॉलीथीन शीट/बोरियों से ढक दें. मवेशियों को रात के समय शेड के अंदर रखें और उन्हें सूखा बिस्तर उपलब्ध कराएं. मुर्गी शेड में कृत्रिम रोशनी देकर चूजों को गर्म रखें.

मटर, मसूर का करें बचाव

IMD ने कहा है, राजस्थान में, शाम के समय मटर, गेहूं, जौ, मसूर, गन्ना और सब्जियों में हल्की सिंचाई (Rainfall alert crop advisory) करें. गेहूं और सरसों की खड़ी फसलों को शीत लहर से बचाने के लिए, 80 डब्ल्यूडीजी सल्फर पाउडर को 3 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें और उसके बाद सिंचाई करें. पंजाब में, अंकुरित अवस्था में गेहूं की फसल में हल्की सिंचाई करें.

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झारखंड में, गोभी की फसलों में गोभी तितली/छेदक कीट/पत्ती खाने वाले कीट (डायमंड बैक मॉथ) को रोकने के लिए मैलाथियान 50 ईसी @ 2 मिली या डायमेथोएट 30 ईसी @ 1 मिली प्रति लीटर पानी का छिड़काव करें. गुजरात में, अरहर में हेलिकोवर्पा के भारी प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए इमामेक्टिन बेंजोएट 5 एसजी @ 4 ग्राम या लैम्ब्डा साइहेलोथ्रिन 5 ईसी @ 5 मिली प्रति 10 लीटर पानी का छिड़काव करें.

सफेद रतुआ का खतरा 

हिमाचल प्रदेश में, सरसों की फसल में सफेद रतुआ (Rainfall alert crop advisory) को रोकने के लिए डाइथेन-एम-45 @ 2 ग्राम/लीटर पानी का छिड़काव करें. पश्चिम बंगाल में, गोभी में पत्ती खाने वाले कैटरपिलर को नियंत्रित करने के लिए नीम तेल या तंबाकू पत्ती के अर्क को 10 मिली प्रति लीटर पानी का छिड़काव करें. यदि कीट का प्रकोप अधिक है, तो इंडोक्साकार्ब या नोवालुरोन को 1 मिली प्रति लीटर पानी का छिड़काव करें.

 

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