गुजरात में भीषण गर्मी का कहर जारी है. इस बीच मौसम विभाग (IMD) की तरफ से गुजरात में अगले तीन दिनों के लिए हीटवेव की चेतावनी जारी की गई है. गुजरात के अहमदाबाद और गांधीनगर में मौसम विभाग ने गर्मी का रेड अलर्ट जारी किया है. इस बीच राज्य में सबसे अधिक अहमदाबाद में 46.6 डिग्री, गांधीनगर में 46 डिग्री तापमान दर्ज हुआ है.
गुजरात के अहमदाबाद और गांधीनगर के अलावा सुरेंद्रननगर में 45.9 डिग्री, कच्छ में 45.5 डिग्री, बनासकांठा में 45.4 डिग्री तो वडोदरा में 45 डिग्री अधिकतम तापमान जा पहुंचा है. अहमदाबाद और गांधीनगर में गर्मी के रेड अलर्ट के अलावा मौसम विभाग ने गुजरात के बनासकांठा, पाटन, महेसाणा, साबरकांठा, अरवल्ली, वडोदरा, पंचमहाल, भावनगर, बोटाद, सुरेंद्ननगर, आनंद, दाहोद और कच्छ में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक़ अगले तीन दिनों के बाद गुजरात में गर्मी तीन डिग्री तक घटने की संभावना व्यक्त की गई है.
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अहमदाबाद में जारी असह्य गर्मी से दोपहर के समय ट्रैफ़िक सिग्नल पर वाहन चालकों को राहत मिले, इसके लिए ग्रीन मैट लगाई गई है. गुजरात के डीजीपी और अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर के आदेश के बाद फ़िलहाल अहमदाबाद के चार चौराहों पर ग्रीन मैट लगाए गए हैं. इससे ट्रैफ़िक सिग्नल पर खड़े रहने वाले वाहन चालकों को गर्मी और सीधे सन लाइट से थोड़ी बहुत राहत मिल रही है.
गुजरात में पड़ रही भीषण गर्मी से बचने की अपील सीएम भूपेंद्र पटेल की तरफ से X पर ट्वीट करके की गई है. सीएम पटेल ने X पर लिखा है कि मौजूदा स्थिति में दोपहर के समय में अगर जरूरी है तो ही अपने घरों से लोग बाहर निकलें. गर्मी से स्वास्थ्य पर असर महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. इसके अलावा अहमदाबाद में गर्मी के रेड अलर्ट के मद्देनजर दोपहर 1 से 4 बजे के दौरान सभी कंस्ट्रक्शन साईट पर कामकाज बंद रखने का आदेश दिया गया है. स्कूलों में सारे काम 11 बजे तक खत्म करने का आदेश हुआ है. साथ ही में ट्यूशन संचालकों ने भी ट्यूशन क्लास दोपहर 12 से 4 के दौरान बंद रखने का एलान किया है.
गुजरात में पिछले कई दिनों से लू की वजह से अनेक लोगों को चक्कर आना, सिरदर्द होना, सांस लेने में समस्या, उल्टी, पेट में दर्द जैसी शिकायतें बढ़ रही हैं. इन परेशानियों को देखते हुए 108 इमरजेंसी सर्विस को बीते 20 दिनों में 10,000 कॉल रिसीव हुई है. बात करें सूरत और वडोदरा की तो लू लगने की वजह से कई लोगों की मौत होने की चर्चाएं भी शुरू हुई हैं.
गुजरात के सूरत शहर में गर्मी का प्रकोप दिनों दिन बढ़ता जा रहा है. पिछले कुछ दिनों की बात करें तो गर्मी का पारा कम होने का नाम नहीं ले रहा है. इसकी वजह से घरों से बाहर कामकाज के लिए निकलने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. दूसरी तरफ लोगों के बीमार होने की संख्या भी इस गर्मी के मौसम में बढ़ रही है. गर्मी से बिगड़ते हालातों को देखते हुए सूरत शहर के नए सिविल अस्पताल में प्रशासन द्वारा एक अलग से हीट स्ट्रोक स्पेशल वार्ड शुरू किया गया है. इस वार्ड में करीबन 10 बेड लगाए गए हैं और अन्य इलाज के सभी साजो सामान रखे गए हैं. कहा ये भी जा रहा है कि पिछले दिनों से पड़ रही गर्मी के चलते अचानक से 9 से 10 लोगों की मौत हो चुकी है. अचानक इन मौतों की वजह जानने के लिए सिविल प्रशासन ने सैंपल लेकर एफएसएल को भेजे हैं. एफएसएल की ऑफिशियल रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा कि ये मौतें किस कारण से हुई हैं. लेकिन चर्चा ये है कि अचानक चक्कर आने के बाद गिरने से हुई मौतें गर्मी के प्रकोप के चलते हुई हैं.
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सूरत शहर में पड़ रही बढ़ गर्मी के चलते दोपहर के समय में पारा 42 डिग्री तक पहुंच जाता है. इस गर्मी को सहन करने की लोगों में क्षमता नहीं है. यही वजह है कि लोग बेवजह घरों से,ऑफिस से बाहर कम ही निकल पा रहे हैं. सूरत सिविल अस्पताल की इंचार्ज सुपरिंटेंडेंट जिगिशा पाटडिया ने बताया कि सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सिविल अस्पताल में 10 बेड वाला एक सेपरेट वार्ड शुरू किया गया है. इसमें वेंटीलेटर के अलावा तमाम उपचार के साधन सामग्री रखे गए हैं. इस अलग वार्ड में 24 घंटे डॉक्टरों की इमरजेंसी टीम और नर्सिंग स्टाफ तैनात है.
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