महाराष्ट्र के बीड जिले में पिछले दस दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है, जिससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है. कपास, सोयाबीन, अरहर और फलों के बागानों को काफी नुकसान पहुंचा है. बीड जिले की सभी नदियां उफान पर हैं. शिरूर शहर से होकर बहने वाली सिंधफणा नदी से सबसे ज़्यादा नुकसान हुआ है. नदी किनारे के घरों में पानी घुस गया है, जिससे सामान खराब हो गया और हर जगह कीचड़ जमा हो गई है. बाजार इलाके में भी यही स्थिति है, जहां किराना, कपड़े, खाद और अन्य सामान बेचने वाली दुकानों में पानी घुस गया है, जिससे दुकानदारों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है. बीड में बिंदुसार नदी भी उफान पर है. मंजरा और माजलगांव बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है और नदी किनारे के गांवों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है.
बीड जिले में पिछले आठ दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है. रात में हुई भारी बारिश के कारण शिरूर कस्बे में सिन्धफणा नदी उफान पर आ गई और आसपास की बाज़ार में पानी भर गया. इसी तरह पाटोदा में भी मनजरा नदी उफान पर आने से नदी किनारे के कई घर क्षतिग्रस्त हो गए. फसलों को नुकसान के अलावा, बोरवेल और सिंचाई प्रणाली भी प्रभावित हुई.
पंजाब में बाढ़ की वजह से आम जनता और खासकर किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पर रहा है. ऐसे में बाढ़ प्रभावित परिवारों को तुरंत राहत देने के अपने वादे को पूरा करते हुए, पंजाब सरकार ने 50 परिवारों को दो करोड़ रुपये की राहत राशि जारी की है. यह जानकारी देते हुए राजस्व मंत्री हरदीप सिंह मुंडिया ने कहा कि पंजाब में विनाशकारी बाढ़ में 56 लोगों की जान गई, और इनमें से 50 परिवारों को पहले ही मुआवजा दे दिया गया है, जबकि बाकी छह परिवारों को भी जल्द ही मुआवजा मिल जाएगा. उन्होंने कहा कि नुकसान का आकलन करने का काम शुरू हो गया है और इसे जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा. बाढ़ से प्रभावित लोगों को उनके नुकसान का पूरा मुआवजा दिया जाएगा. मुंडिया ने आगे कहा कि बाढ़ से पंजाब में व्यापक नुकसान हुआ है. इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने 2,303 गांवों की पहचान की है, जहां बुनियादी राहत और पुनर्वास के लिए तुरंत कदम उठाने की आवश्यकता है.
देश भर में मौसम अब बदलने लगा है. कुछ जगहों पर तेज गर्मी है तो कुछ जगहों पर हल्की बारिश हो रही है. कई राज्यों से मॉनसून लौट चुका है, लेकिन कुछ इलाकों में भारी बारिश जारी है. हालांकि, उम्मीद है कि इन इलाकों से भी मॉनसून जल्द ही लौट जाएगा. मौसम विभाग ने अक्टूबर में, दिवाली से पहले, तापमान में गिरावट और ठंडे मौसम की संभावना जताई है. फिलहाल, दिल्ली-एनसीआर में गर्मी लौट आई है. 23 सितंबर को अधिकतम तापमान 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है, जो सामान्य है. मौसम विभाग का अनुमान है कि मॉनसून लौटने के बाद उत्तर भारत के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है. बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव वाला सिस्टम सक्रिय है और यह उत्तर की ओर बढ़ रहा है. (योगेश शाहादेव कशिद का इनपुट)
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