शिमला, किन्नौर और सिरमौर जिलों में भूस्खलन की चेतावनी, 5 जिलों में बारिश-बिजली गिरने का IMD का अलर्ट

शिमला, किन्नौर और सिरमौर जिलों में भूस्खलन की चेतावनी, 5 जिलों में बारिश-बिजली गिरने का IMD का अलर्ट

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, किन्नौर, मंडी, सिरमौर, सोलन और शिमला जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है. इसने बागानों, फसलों, कमजोर संरचनाओं और कच्चे घरों को नुकसान की संभावना के बारे में भी चेतावनी दी.

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शिमला, किन्नौर और सिरमौर जिलों में भूस्खलन की चेतावनी, 5 जिलों में बारिश-बिजली गिरने का IMD का अलर्टभूस्खलन की चेतावनी

हिमाचल प्रदेश में इन दिनों मॉनसून अपने शबाब पर है. हालांकि, जल्द ही मॉनसून यहां से विदा होने वाला है लेकिन उससे पहले बारिश जमकर बरस रही है. राज्य के कई जिलों में भारी बारिश और भूस्खलन की चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग ने हिमाचल के तीन जिलों में अचानक बाढ़ आने की चेतावनी दी है. मौसम विभाग ने गुरुवार को शिमला, किन्नौर और सिरमौर जिलों के कुछ हिस्सों में शुक्रवार तक मध्यम स्तर की अचानक भूस्खलन की चेतावनी दी है. विभाग मे गुरुवार और शुक्रवार को राज्य के 12 में से पांच जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने का येलो अलर्ट भी जारी किया है.

इन जिलों में भूस्खलन की चेतावनी

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, किन्नौर, मंडी, सिरमौर, सोलन और शिमला जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है. इसने बागानों, फसलों, कमजोर संरचनाओं और कच्चे घरों को नुकसान की संभावना के बारे में भी चेतावनी दी. गुरुवार को राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश जारी रही, जिसमें सिरमौर जिले के धौला कुआं में बुधवार शाम से सबसे अधिक 26 मिमी बारिश दर्ज की गई, इसके बाद जोत में 7.6 मिमी, काहू में 6.8 मिमी, चौपाल में 6.2 मिमी, मनाली, डलहौजी और वांगटू में 5 मिमी बारिश हुई.

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राज्य को इतना हुआ है नुकसान

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के नवीनतम अपडेट के अनुसार, बुधवार तक राज्य में कुल 37 सड़कें बंद थीं और 106 बिजली योजनाएं बाधित थीं. 27 जून को हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की शुरुआत के बाद से, राज्य में अब तक बारिश की कमी 21 प्रतिशत है, राज्य में 678.4 मिमी औसत के मुकाबले 539.1 मिमी बारिश हुई है.

अधिकारियों के अनुसार, 27 जून से 7 सितंबर तक चल रहे मॉनसून के मौसम के दौरान बारिश से संबंधित घटनाओं में 158 लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 लोग अभी भी लापता हैं. उन्होंने कहा कि राज्य को 1,305 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.

उत्तराखंड में भी भूस्खलन की चेतावनी

इसके अलावा मौसम विभाग ने उत्तराखंड में बादल फटने जैसी घटनाओं की भी चेतावनी जारी की है. दरअसल, इस समय उत्तर मध्य भारत में बंगाल की खाड़ी का डिप्रेशन, मॉनसून के सिस्टम के साथ मिल रहा है, जिसकी वजह से भारी और बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. बारिश के साथ ही तेज हवाओं के चलने की भी भविष्यवाणी है.

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