उत्तर भारत में शीतलहर का असर तेजभारत मौसम विभाग (IMD) ने देशभर के मौसम को लेकर ताजा अपडेट जारी किया है. IMD के अनुसार, आने वाले दिनों में अब उत्तर भारत में शीतलहर का असर बढ़ता दिखेगा और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है. इसके अनुसार, राजस्थान के कुछ हिस्सों समेत, 10 से 11 नवंबर के दौरान मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड में शीतलहर चलने की संभावना बन रही है. 4-5 दिनों तक दक्षिण हरियाणा और उत्तर-पश्चिम भारत के साथ उत्तरी मध्य महाराष्ट्र के कुछ मैदानी इलाकों में रात का तापमान सामान्य से लगभग 2-4°C कम रहेगा.
मौसम विभाग ने बताया कि आज से कल के बीच मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड में शीतलहर चलने की प्रबल संभावना है. इसके अलावा पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में कोल्ड वेव की स्थिति बनने लगी है. पिछले 24 घंटों में पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में तापमान में खासी गिरावट दर्ज की गई है. इसके साथ ही पूर्वी राजस्थान में सर्दी बढ़ती दिख रही है.
IMD के अनुसार, अगले 4-5 दिनों के दौरान दक्षिण हरियाणा, उत्तर-पश्चिम भारत और उत्तर मध्य महाराष्ट्र के कुछ मैदानी क्षेत्रों में रात का तापमान सामान्य से 2 से 4 डिग्री सेल्सियस नीचे रहने की संभावना है. इसके साथ ही, अगले 2-3 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में भी न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट देखी जा सकती है.
IMD ने अपने अपडेट में बताया कि फिलहाल बंगाल की खाड़ी, बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु के ऊपर कई ऊपरी वायुमंडलीय चक्रवातीय प्रणालियां (Cyclonic Circulations) सक्रिय हैं. लिहाजा इनके असर से दक्षिण भारत में बारिश की गतिविधियां बढ़ने का अनुमान है. मौसम विभाग ने कहा कि तमिलनाडु में 12 और 13 नवंबर को कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना है. वहीं केरल और माहे में आज भारी बारिश और गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की आशंका जताई गई है. इसके अलावा 9 से 13 नवंबर तक तमिलनाडु में लगातार गरज और बिजली देखने को मिल सकती है.
इसके अलावा मौसम विभाग ने कहा कि देश के बाकी हिस्सों में अगले एक सप्ताह तक मौमस में कोई विशेष गतिविधि देखने को नहीं मिलेगी. हालांकि उत्तर-पश्चिम भारत में सर्दी बढ़ेगी और दक्षिण भारत में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा.
अगले 24 घंटों के लिए मौसम की ये स्थिति देखते हुए IMD ने किसानों और नागरिकों को सलाह दी है कि उत्तर भारत में सुबह और देर रात ठंड से बचाव के उपाय करें. वहीं दक्षिण भारत में रहने वाले लोग भारी बारिश के दौरान सतर्क रहें और खुले क्षेत्रों में बिजली गिरने के समय से बचें.
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