बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव शनिवार को चिल्का झील के पास ओडिशा तट को पार कर गया, जिससे राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई. हालांकि, भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र (आईएमडी) ने राज्य में अगले पांच दिनों तक और अधिक बारिश होने का अनुमान लगाया है. भुवनेश्वर के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के सूत्रों के अनुसार, मलकानगिरी जिले के चित्रकोंडा में सबसे अधिक 220.5 मिमी बारिश हुई. उसके बाद उसी जिले के कोरकुंडा में 217 मिमी बारिश हुई. वहीं, अधिकारियों ने बताया कि मलकानगिरी जिले में कम से कम 23 परिवारों को संवेदनशील इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है.
आईएमडी ने एक बुलेटिन में कहा कि यह सिस्टम शनिवार सुबह पुरी से लगभग 40 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपश्चिम और गोपालपुर से 70 किलोमीटर पूर्व-उत्तरपूर्व में था. यह दबाव ओडिशा और छत्तीसगढ़ में पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ना जारी रखेगा और अगले 24 घंटों में रविवार सुबह 8.30 बजे तक धीरे-धीरे कमजोर हो जाएगा. इसके प्रभाव में, ओडिशा में शनिवार को भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. आईएमडी बुलेटिन में कहा गया है कि अगले पांच दिनों में राज्य में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश जारी रह सकती है.
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मौसम विभाग ने शनिवार को कंधमाल, बौध, कालाहांडी, बोलनगीर और नुआपाड़ा में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान लगाया है. इसने दिन के दौरान बरगढ़, सोनपुर, संबलपुर, अंगुल, झारसुगुड़ा, गजपति, गंजम, रायगढ़, कोरापुट, मलकानगिरी, मयूरभंज, क्योंझर और बालासोर जिलों में भी भारी वर्षा होने का अनुमान लगाया है. मौसम विभाग ने निचले इलाकों में अस्थायी जलभराव, तीव्र बारिश के दौरान खराब दृश्यता और शहरी क्षेत्रों में यातायात जाम की चेतावनी दी है.
21 जुलाई को मयूरभंज, क्योंझर, सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा, संबलपुर, देवगढ़ और बरगढ़ में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. आईएमडी बुलेटिन में कहा गया है कि 22 जुलाई को मयूरभंज, क्योंझर, सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा, संबलपुर, देवगढ़, अंगुल और ढेंकनाल में कुछ स्थानों पर भारी बारिश जारी रह सकती है. मौसम विभाग ने 23 जुलाई को क्योंझर, मयूरभंज, झारसुगुड़ा और सुंदरगढ़ जिलों में भारी बारिश का अनुमान जताया है.
इस बीच, मलकानगिरी जिले में कई पुलों के ऊपर बारिश का पानी बह रहा है, जिससे मलकानगिरी और कालीमेला, मोटू और कालीमेला तथा पड़ोसी आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बीच सड़क संपर्क बाधित हो गया है. ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) सत्यव्रत साहू ने जिला कलेक्टरों से पानी कम होने तक डूबी सड़कों और पुलों पर वाहनों की आवाजाही पर सख्ती से रोक लगाने को कहा है.
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बता दें कि शुक्रवार को ओडिशा और उससे सटे उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटों पर एक मॉनसूनी दबाव बना था. तब कहा गया था कि शनिवार की सुबह तक इसके कमजोर हुए बिना पुरी के पास ओडिशा तट से गुजरने की संभावना है. यह ओडिशा और छत्तीसगढ़ से होते हुए आगे बढ़ेगा और रविवार तक धीरे-धीरे कमजोर पड़ जाएगा. तब आईएमडी ने कहा था कि मध्य भारत की ओर बढ़ते समय यह दबाव कमजोर पड़ सकता है और बीच में ही खत्म हो सकता है, क्योंकि अगले सप्ताह बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक और कम दबाव वाला क्षेत्र बन जाएगा. यह संभवतः पूर्वी तट (आंध्र प्रदेश-ओडिशा-पश्चिम बंगाल) के लिए कड़ी बारिश का एक और दौर शुरू करेगा.
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