देश के कई राज्यों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है, जिससे भारी संकट पैदा हो गया है. राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र राज्य विशेष रूप से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, जहां पारा अपनी सामान्य सीमा से आगे बढ़ रहा है. दिल्ली सहित कई शहरों में ऐतिहासिक रूप से उच्च तापमान दर्ज किया गया है, जिससे गर्मी से जुड़ी बीमारियों और मृत्यु दर में वृद्धि हुई है. देश भर के 37 शहरों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया. विशेषज्ञों ने 29 मई तक भीषण गर्मी जारी रहने की चेतावनी दी है.
रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम तापमान 45.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दिल्ली के लिए आईएमडी के सात दिन के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले तीन दिनों तक अधिकतम तापमान 46 डिग्री पर ही रहने की संभावना है, जिसके बाद इसमें एक डिग्री की कमी आएगी.
राजस्थान में भीषण गर्मी का कहर जारी है. जहां सामान्य जीवन लू के चलते अस्त-व्यस्त हो गया है, तो चिंता की बात यही है कि मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों मे पूरे राज्य में गर्मी का प्रकोप जारी रहने की उम्मीद है. सरकार के अनुसर अभी तक गर्मी के कारण अजमेर में पहली मृत्यु हीट स्ट्रोक के कारण दर्ज की गई है. कई अस्पतालों में लोग हीट स्ट्रोक की परेशानी लेकर आ रहे हैं, राजस्थान के फलोदी जिले में तापमान जहां 50 तक पहुंच गया है. वहीं दूसरे जिले में भी गर्मी के कारण आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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जयपुर के काई रास्ते सुनसान पड़े हैं और मेडिकल विभाग द्वारा भी हीटवेव को लेकर चेतावनी जारी की गई है. राधेश्याम शर्मा, मौसम विभाग जयपुर ने कहा कि फिलहाल भीषण गर्मी और साथ-साथ गर्म रात की स्थिति राजस्थान में बनी हुई है. अगले 48 घंटे में तपमान में विशेष परिवर्तन नहीं होगा. यानी जो भीषण गर्मी का दौर है अभी जारी रहेगा. लेकिन 30 और 31 मई से राजस्थान में 2 से 3 डिग्री तापमान में गिरावट होगी और भीषण गर्मी के दौर से कुछ राहत मिल सकती है.
महाराष्ट्र के अकोला जिले में लू की आशंका को देखते हुए जिला मजिस्ट्रेट अजीत कुंभार ने शनिवार, 31 मई को सार्वजनिक समारोहों पर रोक लगाते हुए धारा 144 लगा दी. निर्देश में कहा गया है कि लू से बचाव के लिए श्रमिकों के पास पंखे, पीने का पानी और शेड होना चाहिए. इसमें यह भी कहा गया है कि पढ़ने वाले बच्चों के लिए निजी कोचिंग का टाइम सुटेबल बनाया जाना चाहिए और अन्य उचित उपाय किए जाने चाहिए.
निर्देश के अनुसार, काम कराने वाले मालिक हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए पर्याप्त शेड लगवाएंगे, पंखे, कूलर या अन्य उपकरण लगाना होगा. पिछले दो दिनों में अकोला जिला महाराष्ट्र का सबसे गर्म शहर रहा है, जहां अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया है. आईएमडी के अनुसार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार को अकोला में अधिकतम तापमान क्रमशः 45.8°C, 45.6°C और 45°C दर्ज किया गया. इस महीने शहर में यह सीजन का सबसे अधिक तापमान है. अकोला महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में स्थित है.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को जनता से लू और भीषण गर्मी से सावधानी बरतने की अपील की, जो अब पूरे राज्य को प्रभावित कर रही है. "फिलहाल, लू चलने का खतरा है और अत्यधिक गर्मी का दौर आम है. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलना चाहिए. साथ ही मोहन यादव ने सभी से जरूरतमंदों को पानी देने का आग्रह किया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जानवरों और पक्षियों को पानी तक पहुंच मिलनी चाहिए.
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राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को कहा कि पूरा देश, विशेषकर राजस्थान इस समय भीषण गर्मी से जूझ रहा है और राज्य सरकार राज्य के लोगों को गर्मी से राहत दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. शर्मा रविवार सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए जयपुर के सेंट्रल पार्क पहुंचे और लोगों से बातचीत की. उन्होंने सुझाव दिया कि राज्य के लोग जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकलें और अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखें. मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को फलौदी राज्य का सबसे गर्म स्थान रहा, जहां तापमान 50 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कंपनियों को काम की जगर पर महत्वपूर्ण गर्मी सुरक्षा प्रक्रियाओं को लागू करने की सलाह दी है क्योंकि लू का प्रकोप जारी है. मंत्रालय ने मांग की कि कंपनियां काम की जगह पर पीने के पानी की पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराएं. मंत्रालय ने कुछ सलाह साझा की, जिसमें लोगों को दिन के बाद काम में अधिक बार ब्रेक लेने की सलाह दी. मंत्रालय ने कहा कि अत्यधिक गर्मी के संपर्क में आने से स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है, चकत्ते से लेकर गंभीर और संभावित घातक स्वास्थ्य समस्याएं जैसे गर्मी से थकावट और सिरदर्द, चक्कर आना, निर्जलीकरण और सांस लेने में समस्या गर्मी से संबंधित बीमारी के सामान्य लक्षण हैं.
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