Fog: यूपी में सर्दी–कोहरे का कहर, सड़क-रेल यातायात ठप, स्कूलों की टाइमिंग बदली

Fog: यूपी में सर्दी–कोहरे का कहर, सड़क-रेल यातायात ठप, स्कूलों की टाइमिंग बदली

यूपी में सर्दी के सितम और कोहरे के कोहराम से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. एक तरफ जहां सर्दी और शीतलहर ने लोगों को घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी है. वहीं, दूसरी तरफ कोहरे के कोहराम की वजह से सड़क और रेल यातायात प्रभावित हुआ है. आइए जानते हैं यूपी के अलग-अलग जिलों का हाल.

Advertisement
Fog: यूपी में सर्दी–कोहरे का कहर, सड़क-रेल यातायात ठप, स्कूलों की टाइमिंग बदलीयूपी में सर्दी–कोहरे का कहर

दिसंबर का तीसरा सप्ताह चल रहा है और एक तरफ जहां सर्दी और शीतलहर ने लोगों को घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी है. वहीं, दूसरी तरफ कोहरे के कोहराम की वजह से सड़क और रेल यातायात प्रभावित हुआ है. घने कोहरे की वजह से एक तरफ जहां वाहन चलाने में लोगों को दिक्कतें हो रही हैं. वहीं, दूसरी तरफ ट्रेनों की रफ्तार को भी लगाम लग रही है. आलम यह है की राजधानी एक्सप्रेस जैसी समय से चलने वाली ट्रेन भी 10-10 घंटे की देरी से चल रही हैं. उधर शीतलहर के चलते उत्तर प्रदेश के कई जिलों में स्कूल की टाइमिंग में भी बदलाव किया गया है. ऐसे में आइए जानते हैं कि उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में सर्दी और कोहरे से लोग किस तरह त्राहिमाम करने लगे हैं.

कोहरे और सर्दी से रेल यातायात प्रभावित

एक तरफ सर्दी के सितम ने जहां आम जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. वहीं, दूसरी तरफ घने कोहरे ने कोहराम मचा दिया है. घने कोहरे का सीधा असर सड़क यातायात के साथ-साथ रेल यातायात पर भी पड़ रहा है. आलम यह है कि अपने सही समय से चलने के लिए जानी जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेन भी कई-कई घंटे की देरी से चल रही हैं. सर्दी और कोहरे के डबल अटैक में मुसाफिरों को मुश्किल में डाल रखा है. दरअसल, घने कोहरे की वजह से पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से होकर गुजरने वाली पटना राजधानी, सियालदह राजधानी, भुवनेश्वर राजधानी, हावड़ा राजधानी और अगरतला तेजस राजधानी एक्सप्रेस सहित मगध एक्सप्रेस, पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, पूर्वा एक्सप्रेस, विभूति एक्सप्रेस और ब्रह्मपुत्र मेल जैसी दर्जनों महत्वपूर्ण ट्रेनें कई-कई घंटे की देरी से चल रही हैं. ऐसे में इन ट्रेनों के इंतजार में यात्रियों का हाल बेहाल हो रहा है.

रेल यात्रियों को हो रही काफी परेशानी

अगरतला राजधानी एक्सप्रेस का इंतजार कर रहे हैं अश्विनी कुमार ने बताया कि उन्हें आनंद विहार से चलकर अगरतला जाने वाली तेजस राजधानी एक्सप्रेस पकड़ना है. उन्हें गुवाहाटी जाना है वो रात से ही ट्रेन का यहां इंतजार कर रहे हैं. ट्रेन बहुत लेट है और इस ठंड में लोगों को परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा है की गाड़ी कब आएगी. आगे भी पहुंचने पर काफी समस्या होगी. वहीं, तेजस राजधानी का इंतजार करने वाली छात्रा आद्रीका सिंह ने बताया कि उन्हें असम के सिलचर जाना है. वो राजधानी एक्सप्रेस का वेट कर रही हैं, वो रात 12:00 बजे से ही यहां इंतजार कर रही हैं, जिसको लेकर उन्हें बहुत दिक्कत हो रही है.

फिरोजाबाद में छाया घना कोहरा

गुरुवार को कोहरे की चादर ने फिरोजाबाद जिले को अपनी चपेट में ले लिया. हालत यह हो गई कि 30 फीट की दूरी पर भी देखना मुश्किल हो गया, जिससे नेशनल हाईवे नंबर दो पर घने कोहरे के कारण चार पहिए वाहनों को चलाना दुश्वार हो गया. वाहन चालक फॉग लाइट और हेडलाइट जलाकर ही चल रहे थे. वहीं, मजदूर जैन मंदिर चौराहे पर अलाव के नीचे बैठने को मजबूर दिखाई दिए. एंबुलेंस चालक रामवीर बताते हैं कि कोहरे के कारण बहुत परेशानी हो रही है और गाड़ी चलाना मुश्किल हो रहा है. कांच के कारखाने में काम करने वाले मजदूर श्याम ने बताया कि सड़कों पर चलना दूभर है. लेकिन कांच के कारखाने में इतनी ज्यादा गर्मी होती है कि इस सर्दी से कारखाने के अंदर राहत मिल जाती है.

कांच की चूड़ी के निर्माता संजय जैन ने बताया कि बृहस्पतिवार को मजदूरों की उपस्थिति आम दिनों से थोड़ी कम है.लेकिन उत्पादन पर कोई अधिक असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि सर्दी ज्यादा है इसलिए जिला प्रशासन को औद्योगिक क्षेत्र में मजदूरों के लिए अलाव की भी व्यवस्था करनी चाहिए. वहीं, पुलिस कर्मी चौराहे-चौराहे पर खड़े हैं और आने जाने वाले वाहनों को सतर्क कर रहे हैं.

सर्दी के सितम से कांपा अम्बेडकर नगर

अम्बेडकरनगर जिले में सर्दी तेजी से पांव पसार रही है, क्योंकि घने कोहरे ने दस्तक दे दी है, जिससे ठंडक में भारी इजाफा हो गया है. सुबह-सुबह ही तापमान गिरने से गलन बढ़ गई है और लोग घरों के बाहर आग जलाकर खुद को गर्म करने को मजबूर हैं. मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में कोहरा और ठंड दोनों का ही असर बना रहेगा.जिले के ग्रामीण इलाकों में तो हालात और खराब हो गए हैं, जहां लोग लकड़ियों से आग जलाकर सर्दी से राहत पाने की कोशिश कर रहे हैं. शहरों में भी लोग गर्म कपड़ों और चाय-कॉफी का सहारा ले रहे हैं. स्थानीय निवासियों ने बताया कि कोहरे के कारण वाहन चालकों को परेशानी हो रही है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है. प्रशासन ने चेतावनी जारी कर सावधानी बरतने की सलाह दी है. फिलहाल जिले में न्यूनतम तापमान 8-10 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया है.सबसे ज्यादा दिक्कत स्कूली बच्चों को है. हालांकि, डीएम ने ठंड को देखते हुए समय को बदल दिया है.

सर्दी की वजह से बदला स्कूलों का टाइमिंग

बाराबंकी में गुरुवार को घना कोहरा छाए रहने की वजह से धूप नहीं निकली. रात में 9 बजे से घना कोहरा हो गया था.  आज भी पूरे दिन सूरज पर कोहरे की पहरेदारी है. इससे जनजीवन पर खासा असर पड़ा है.  गलन और सर्द हवाओं के कारण लोग घरों में ही दुबके हुए है. धुंध के कारण विजिबिलिटी कम रही. ऐसे में वाहनों की रफ्तार धीमी रही और उन्हें लाइट जलाकर चलना पड़ा. ठंड से बचने के लिए लोग जगह-जगह अलाव जलाते दिखे. हालांकि, शाम होते-होते धुंध और बढ़ गई. मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम 6.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. विभाग के अनुसार, ठंड से फिलहाल राहत मिलने के आसार नहीं हैं. शीतलहर को देखते हुए बच्चों को कड़कड़ाती ठंड में स्कूल जाना पड़ रहा है. हालांकि, बीएसए ने कक्षा आठ तक के स्कूल का समय 10 बजे से तीन बजे तक कर दिया है.

सर्दी की वजह से अलीगढ़ में हाल बेहाल

लगातार सर्दी के प्रकोप की वजह से अलीगढ़ ज़िले में भी आम लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. शाम के समय से चलती सर्द हवाओं की वजह से राहगीरों को बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. उधर बीते कुछ दिनों से कोहरे के सितम ने और सर्दी में इज़ाफ़ा करते हुए दिक्कतें बढ़ा दी है. रोजमर्रा के काम करने वालों को परेशानियों का सामना करते हुए अपने-अपने काम करने पड़ रहे हैं. फ़िलहाल स्कूलो की छुट्टी  और उनके समय परिवर्तन को लेकर ज़िला प्रशासन की ओर से कोई आदेश नहीं दिया गया है. मौसम विभाग के अनुसार 18 दिसम्बर से 22 दिसंबर तक न्यूनतम तापमान अलीगढ़ का 10 डिग्री रहने की संभावना जताई जा रही है. जिससे लोगों को अभी और भीषण सर्दी का सामना करना पड़ सकता है.

सहारनपुर में पुलिस ने जारी की एडवाइजरी

सहारनपुर में पिछले दो दिनों से घने कोहरे और शीतलहर का प्रकोप लगातार बना हुआ है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. कोहरे की वजह से सहारनपुर–देहरादून मार्ग सहित कई प्रमुख सड़कों पर विजिबिलिटी बेहद कम हो गई है. कई जगहों पर विजिबिलिटी लगभग शून्य के करीब दर्ज की गई, जिससे यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हुई है. घने कोहरे और बढ़ती ठंड को देखते हुए जिला प्रशासन ने एहतियातन महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. जिलाधिकारी मनीष बंसल के निर्देश पर जनपद के सभी बोर्डों के प्री-प्राइमरी, प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और माध्यमिक स्तर के स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है. नए आदेश के अनुसार अब सभी विद्यालय सुबह 9:30 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक चलेंगे. वहीं, कोहरे के चलते दुर्घटनाओं की आशंका को देखते हुए सहारनपुर पुलिस ने वाहन चालकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. पुलिस ने अपील की है कि कोहरे में वाहन धीमी गति से चलाएं. साथ ही आगे चल रहे वाहन से सुरक्षित दूरी बनाए रखें, फॉग लाइट का प्रयोग करें और अनावश्यक यात्रा से बचें.

संभल में चारों तरफ छाया घना कोहरा

संभल जिले में आज सुबह से ही घना कोहरा छाया हुआ है, जहां शहर और हाईवे पर घना कोहरा होने के कारण वाहनों की रफ्तार काफी धीमी हो गई है. संभल में पिछले दिनों में मौसम के हाल को देखते हुए संभल जिले के डीएम डॉ राजेंद्र पेंसिया के निर्देश पर बेसिक शिक्षा अधिकारी अलका शर्मा ने कक्षा 1 से 8 तक के स्कूलों के समय में भी परिवर्तन किया है, जहां ठंड और शीतलहर को देखते हुए अब कक्षा एक से आठ तक के स्कूलों का संचालन सुबह 10:00 बजे से लेकर दोपहर 3:00 तक होगा. वहीं, बेसिक शिक्षा अधिकारी अलका शर्मा ने आदेश का पालन न करने वाले विद्यालयों के खिलाफ कार्यवाही करने की भी बात कही है. संभल में गुरुवार सुबह 10:00 बजे तक भी चारों तरफ कोहरा छाया हुआ है और धूप नहीं निकलने के कारण ठंड काफी ज्यादा बड़ी हुई है. हाईवे पर वाहनों की रफ्तार काफी धीमी है, जहां 10 मीटर तक  भी दिखाई नहीं दे रहा है.

हरदोई में घना कोहरा, स्कूल के समय में बदलाव

हरदोई में घने कोहरे की मोटी परत के कारण आसमान पूरी तरह धुंध में ढका रहा और सूर्य देवता के दर्शन नहीं हो सके. कोहरे और सर्द हवाओं के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. सुबह के समय लोगों को कड़ाके की ठंड का तीखा अहसास हुआ. घने कोहरे का सबसे अधिक असर यातायात व्यवस्था पर पड़ा है. हरदोई–लखनऊ हाईवे समेत अन्य मार्गों पर विजिबिलिटी घटकर लगभग 10 मीटर रह गई. वाहन चालकों को हेडलाइट और डिपर जलाकर वाहन चलाने पड़े. बढ़ती ठंड और कोहरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिए अहम फैसला लिया है. अब हरदोई जिले में कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है. अब स्कूल सुबह 9:30 बजे से दोपहर 3 बजे तक चलेंगे. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. अजीत सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं. वहीं, ठंड बढ़ने के साथ बेआसरा लोगों की चिंता को लेकर जिलाधिकारी अनुनय झा ने सर्द रात में रैन बसेरों और अलाव की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. प्रशासन की ओर से अतिरिक्त अलाव जलाने के भी निर्देश दिए गए हैं.

गोरखपुर में बदला मौसम का मिजाज

गोरखपुर में अचानक मौसम ने करवट ले ली है. घने कोहरे और अचानक बढ़ी ठंड की वजह से लोगों ने जगह-जगह लड़कियां जलाकर इकट्ठा होकर आग तापते नजर आ रहे हैं. गोरखपुर नगर निगम ने रैन बसेरों के सामने अलाव की व्यवस्था की है. जहां पर लोग इकट्ठे होकर आग ताप रहे हैं, जिससे ठंड से बचा जा सके. विजिबिलिटी की बात करें तो विजिबिलिटी लगभग 100 मीटर तक की है लेकिन कोहरा साफ-साफ दिख रहा है और ठंडक ने अपने होने का एहसास करा दिया है. गोरखपुर जिला प्रशासन बच्चों के स्कूलों के लिए अभी कोई एडवाइजरी जारी नहीं किया है.

ठंड से बस्ती में भी बदला स्कूल का टाइमिंग

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में कोहरे और शीतलहर का कहर जारी है. आलम यह है कि घने कोहरे की वजह से सड़कों पर विजिबिलिटी बेहद ही कम हो गई है, जिसके चलते नेशनल हाईवे पर गाड़ियों की रफ्तार धीमी हो गई है. कोहरे के साथ-साथ शीतलहर ने भी लोगों को हलकान कर रखा है. आलम यह है कि लोग हड़कपाऊ ठंड से बचने के लिए घर में दुबक गए हैं. शीतलहर और कोहरे से सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को हो रही है, जिसको देखते हुए बस्ती की जिलाधिकारी कृतिका ज्योत्सना ने कक्षा 1 से लेकर 8वीं तक के सभी स्कूलों के टाइमिंग में फिर बदल कर दिया है. जिले के सभी स्कूलों को जिलाधिकारी ने आदेशित किया है कि सभी स्कूल सुबह 10 बजे से लेकर 3.30 तक चलेंगे.

संगम नगरी प्रयागराज में सर्दी का सितम

समूचे उत्तर भारत में इन दिनों कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. संगम नगरी प्रयागराज में भी सर्दी का सितम जारी है. प्रयागराज में तापमान का पारा लुढ़क कर 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे पहुंच गया है. कड़ाके की ठंड, शीतलहर और भीषण कोहरे ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है.कोहरे और धुंध ने वाहनों की रफ्तार पर भी ब्रेक लगा दिया है. सड़क पर निकल रहे वाहन दुर्घटना से बचने के लिए हेडलाइट जलाकर चल रहे हैं. सड़कों पर वाहन रेंगते हुए नजर आ रहे हैं. ठंड से बचने के लिए सुबह सवेरे स्कूली बच्चे और कामकाज के लिए घर से निकलने वाले लोग भी गर्म कपड़े, मफलर, टोपी और ग्लव्स पहनकर ही घरों से निकल रहे हैं. इसके अलावा जगह-जगह लोग अलाव जलाकर बैठे हैं. लोग गर्म चाय पीकर अपने ठंड से बचने की जद्दोजहद कर रहे हैं. ठंडी हवाएं लोगों को परेशान कर रही हैं. मौसम विभाग की मानें तो अभी इस ठंड से लोगों को फिलहाल राहत नहीं मिलने वाली है.

मेरठ में दिखने लगा ठंड का असर

मेरठ में बुधवार शाम से ठंड का असर दिखने लगा है और ठंड का असर बढ़ता जा रहा है. बुधवार शाम से ही धुंध और कोहरा छाने लगा है. ठंड की वजह से रोड पर भी लोगों की आवाजाही में कमी रही. वहां भी शाम में ही लाइट जला कर निकलते नजर आए. हालांकि, मेरठ में अभी स्कूल के टाइमिंग में कोई बदलाव नहीं किया गया है.

कानपुर में सर्दी से जनजीवन अस्त-व्यस्त

कोहरा और सर्दी का सितम पूरे राज्य में जारी है तो कानपुर भी उससे प्रभावित हो रहा है. यहां तीन दिनों से लगातार कोहरा और सर्दी का सितम जारी है. कोहरा सुबह 8:00 बजे तक जबरदस्त रहा, जिससे रोड पर वाहनों को चलना काफी चेतावनी भरा रहा. कोहरे से सर्दी भी बढ़ रही है सर्दी का आलम यह है कि सुबह से ही लोग आग जलाकर रोड के किनारे तापते दिखाई देते हैं. देर रात तक आग ही उनका सहारा रहती है. उधर कोहरे में लोगों को लाइट जलाकर वाहन चलाना पड़ रहा है. प्रशासन ने भी अलर्ट जारी किया है कि ठंड और कोहरा और बढ़ेगा.  ऐसे में रोड पर चलने वाले वाहन धीमे चलें और सतर्कता से चलें. कानपुर गंगा नदी के किनारे है, इसलिए कोहरे के सितम यहां ज्यादा होता है. स्थानीय लोगों का कहना है काफी सर्दी पड़ रही है आज बादल भी है ऐसे में आग ही हमारा सहारा है.

(इनपुट - फिरोजाबाद से सुधीर शर्मा, कानपुर से रंजय सिंह, प्रयागराज से पंकज श्रीवास्तव, सहारनपुर से अनिल भारद्वाज, गोरखपुर से गजेंद्र त्रिपाठी, बस्ती से संतोष सिंह, बाराबंकी से रेहान मुस्तफा, अलीगढ़ से अकरम खान, मेरठ से उस्मान चौधरी, संभल से अभिनव माथुर,अंबेडकर नगर से के के पांडेय और हरदोई से प्रशांत पाठक)

POST A COMMENT