हर‍ियाणा के करनाल में भवन निर्माण कार्यों पर रोक, वायु प्रदूषण कम करने की कोश‍िश शुरू 

हर‍ियाणा के करनाल में भवन निर्माण कार्यों पर रोक, वायु प्रदूषण कम करने की कोश‍िश शुरू 

सरकारी विभागों को भी स्पष्ट निर्देश है कि निर्माण कार्यों के लिए रेत मिट्टी आदि को ढक कर रखें और पानी का छ‍िड़काव करते रहें. करनाल में हरियाणा राज्य प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी शैलेंद्र अरोड़ा ने कहा कि बोर्ड की टीमों द्वारा जिले भर में लगातार चैकिंग की जा रही है. 

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हर‍ियाणा के करनाल में भवन निर्माण कार्यों पर रोक, वायु प्रदूषण कम करने की कोश‍िश शुरू वायु प्रदूषण कम करने भवन निर्माण कार्यों पर लगी रोक

हर‍ियाणा सरकार द्वारा प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए भवन निर्माण कार्य सम्बधित सभी कार्यों को बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. आदेश में कहा गया कि निर्माण कार्यों में प्रयुक्त होने वाली सामग्री को ढक कर रखें. पानी के छिड़काव के निर्देश दिए गए हैं ताकि धूल मिट्टी के कणों के चलते प्रदूषण का स्तर न बढ़ सके. इसके अलावा नगर निगम, एचआईआईडीसी और अन्य सरकारी विभागों को भी स्पष्ट निर्देश है कि निर्माण कार्यों के लिए रेत मिट्टी आदि को ढक कर रखें और पानी का छ‍िड़काव करते रहें. करनाल में हरियाणा राज्य प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी शैलेंद्र अरोड़ा ने कहा कि बोर्ड की टीमों द्वारा जिलेभर में लगातार चैकिंग की जा रही है. 

सेक्टर 12 के पास हुड्डा की जगह में पड़े कचरे में आग लगी हुई थी, जिसके चलते आग को बुझाया गया और हुडा को नोटिस भेज दिया गया है. इसके अलावा सेक्टर 5 में भी ऐसा ही मामला था. जिसके चलते नोटिस भेजा गया है. नोटिस का जवाब मिलने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी. बढ़ते प्रदूषण की वजह से पूरे हर‍ियाणा में लोग परेशान हैं. पूरे राज्य में पराली जलाने की घटनाएं हो रही हैं. इससे प्रदूषण और बढ़ रहा है. 

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जुर्माना भी लगाया गया  

अरोड़ा ने कहा कि 6 प्रोजेक्ट जहां पर नियमों की अवहेलना की जा रही थी, उनको नोटिस भेजकर जुर्माना लगाया गया. अवैध पटाखे बनाने वाले भी पकड़े गए. जिन पर कार्रवाई चल रही है. जिले में प्रदूषण का स्तर न बढ़े इसे देखते हुए किसान भी लगातार जागरूक हो रहे हैं. पिछले साल 8 नवंबर तक 260 केस दर्ज किए थे, जबकि इस बार मात्र 100 केस दर्ज किए गए हैं. जो बताते है कि किसान फसल अवशेष प्रबंधन के तरीकों को अपनाना रहे हैं. 

लोगों से की ये अपील

हरियाणा राज्य प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के एक्सईएन शैलेंद्र अरोड़ा ने कहा कि सैटेलाइट के माध्यम से पराली जलाने की सूचना आती हैं. उसके बाद आगामी कार्रवाई शुरू की जाती है. जिले भर में पराली जलाने से रोकने और किसानों को जागरूक करने के लिए 350 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों की डयूटी लगाई हुई है. जो फील्ड में रहकर हर गतिविध‍ि पर नजर रख रहे हैं. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोयला और लकड़ी न जलाएं. अगर किसी भी फैक्ट्री में अवैध ईंधन जलता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने लोगों से घरों के आसपास सफाई का ध्यान रखने और धूल मिट्टी पर पानी का छ‍िड़काव करने की अपील की.

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