बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान मिचौन्ग से दक्षिण भारत में कहर बरपाया हुआ है. बीते दो दिन से चेन्नई में बाढ़ के हालात हैं. वहां एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है. आज कुछ ही देर पहले तूफान आंध्र प्रदेश तट से टकराया है. इससे चेन्नई शहर डूब गया है. करीब 12 लोगों की मौत हुई है. बता दें कि साइक्लोन मिचौंग 2 दिसबंर को बंगाल की खाड़ी में उठा था. साइक्लोन की ताजा अपडेट आप किसान तक की वेबसाइट से ले सकते हैं. इस खबर में हम साइक्लोन के राजस्थान पर होने वाले असर के बारे में बात करेंगे. क्या इस तूफान का राजस्थान पर कोई असर होगा?
वहीं, मौसम विभाग ने इसके बारे में क्या कहा है, यह सारी बात हम आपको इस रिपोर्ट में बताएंगे.
प्रदेश के मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान मिचौंग का असर राजस्थान में नहीं होगा. प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में अगले एक सप्ताह तक मौसम शुष्क बना रहेगा. हालांकि कोटा संभाग और आसपास के क्षेत्रों में बुधवार को बादल छाए रह सकते हैं.
हालांकि इस तूफान से झारखंड और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होगी. वहीं, विदर्भ, तेलंगाना, कर्नाटक, अंडमान और निकोबार, केरल में भी कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है.
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मौसम केन्द्र, जयपुर के अनुसार अगले 48 घंटों में प्रदेश के अधिकांश भागों में उत्तरी हवाओं के प्रभाव से न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी. वहीं, राज्य में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे का कोहरा भी दर्ज होने की सम्भावना है. कोटा, उदयपुर व भरतपुर संभाग में अगले दो-तीन दिन कहीं-कहीं घना कोहरा भी दर्ज होने की संभावना है.
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मिचौंग तूफान का असर भारत के 10 राज्यों में रहेगा. इनमें आंध्र प्रदेश, तमिलनाडू, ओडिशा, पुड्डुचेरी, तेलंगाना, झारखंड और छत्तीसगढ़ शामिल हैं. आंध्र प्रदेश में 6 दिसंबर तक आंधी-बारिश की चेतावनी जारी की गई है. साइक्लोन के कारण यहां सरकार ने 5 दिसंबर को स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी घोषित की है. वहीं, तमिलनाडू पर इस तूफान का सबसे ज्यादा असर रहेगा. यहां तीन दिसंबर तक चेन्नई में 400-500 मिमी बारिश हो चुकी है.
मिचौंग तूफान का नाम म्यामांर ने रखा है. इसका मतलब है ताकत और लचीलापन. बता दे कि मिचौंग, सितंबर 2021 में साइक्लोन गुलाब के बाद दो साल में तट को पार करने वाला पहला तूफान है. वहीं, मिचौंग तूफान साल 2023 में बंगाल की खाड़ी का चौथा और हिंद महासागर में बनने वाला छठा तूफान है.
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