दौसा जिले में मौसम की करवट के बाद रविवार सुबह से ही तेज हवाओं के साथ रुक-रुक कर बारिश हो रही हैं. तेज हवा के साथ मावठ से जिले में कई जगह गेहूं और जौ की फसल गिरने से काफी नुकसान होने की खबर है. वही सरसों की फसल जो कटाई के बाद खेत और खलिहान में सुखाने के लिए रखी थी, उसमें भी नुकसान की संभावना जताई जा रही है.
चना फसल को मावठ से फायदा हुआ है. दौसा के कृषि अधिकारी अशोक कुमार मीना ने बताया कि जिन किसानों की फसलों में जल भराव और ओलावृष्टि का असर है, उन फसलों में नुकसान देखा जा रहा है. फसल कटाई के बाद खेत और खलिहान में सुखाने के लिए रखी फसल में बारिश से भीगने से नुकसान हुआ है.
कृषि अधिकारी ने कहा कि जिन किसानों ने फसलों का बीमा करवा रखा है, वे किसान फसल बीमा कंपनी एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के टोल फ्री नंबर 1800 209 1111 पर घटना के 72 घंटे के अंदर-अंदर शिकायत दर्ज करवाएं. टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज नहीं कराने वाले किसान लिखित में शिकायत दे सकते हैं.
जिन किसानों को नुकसान हुआ है वे नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय, फसल बीमा कंपनी के प्रतिनिधि या संबंधित बैंक, सहकारी समिति में अपनी शिकायत दे सकते हैं. ऐसा करने से नियमानुसार फसलों में हुए नुकसान का सर्वे कर बीमित किसानों को क्लेम दिया जा सकेगा. इससे किसानों को राहत दिलाई जा सकेगी.
दौसा जिले में रबी 2022 में गेहू 78610, सरसों 61600, जौ 9975, चना 32050, सब्जियां 1880 हैक्टेयर क्षेत्रफल में बुवाई की गई है. कृषि विभाग भी अलर्ट मोड पर है. जिले में फसलों में हुए नुकसान के निरीक्षण/सर्वे के लिए सभी फील्ड स्तरीय अधिकारियों और कर्मचारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं.
राजस्थान के कई जिलों में रविवार को बारिश होने से फसलों का नुकसान हुआ है. करौली, पुष्कर और धौलपुर में भी फसलों का भारी नुकसान देखा गया है. गेहूं की फसल को कुछ फायदा है, लेकिन आलू, सरसों और सब्जियों पर बारिश की मार पड़ी है. इन इलाकों में ओलावृष्टि से भी बहुत नुकसान हुआ है.(रिपोर्ट/संदीप मीणा)
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