महाराष्ट्र के लातूर जिले में में पपते के खेती से मंगेश शिवराजआप्पा धनासुरे नाम के एक किसान की किस्मत मदल गई. इस किसान ने पपीते की खेती से महज 4 महीने में लाखों रुपये की कमाई की है. किसान की इस सफलता की चर्चा पूरे जिले में हो रही है. अब दूसरे गांव के भी किसान मंगेश शिवराजआप्पा धनासुरे से खेती की बारीकी सीख रहे हैं. इनका कहना है कि आने वाले वर्षों में वे पपीते का रकबा और बढ़ाएंगे, जिससे कमाई भी बढ़ेगी.
मंगेश शिवराजआप्पा धनासुरे निलंगा तहसील के लिंबाला गांव के निवासी हैं. इन्होंने गांव में ही 6.5 एकड़ जमीन में पपीते की खेती की है. साल 2022 के दिसंबर महीने में इन्होंने करीब पपीते के 7000 पौधों की बुवाई थी. इसके ऊपर 6 लाख रुपये की लागत आई. महज 8 महीने बाद ही खेत से पपीते का उत्पादन शुरू हो गया. ये बीते अगस्त महीने से पपीते बेच रहे हैं. अभी तक मंगेश शिवराजआप्पा धनासुरे 24 लाख रुपये का पपीता बेच चुके हैं. इनका कहना है कि हर 15 दिन पर वे अपने बाग से पपीते की तुड़ाई करते हैं. इनके खेत में उगाए गए पपीते की सप्लाई दिल्ली तक हो रही है.
मंगेश शिवराजआप्पा ने बताया कि हर 15 दिन पर वे करीब 20 टन पपीता तोड़ते हैं. मार्केट में उन्हें 20 रुपये प्रति किलो की दर से रेट मिल रहा है. ऐसे में वे 15 दिन पर 3 लाख रुपये की कमाई कर रहे हैं. इनकी माने तो अगस्त से लेकर अभी तक वे अपने बाग में 8 बार पपीते की तोड़ाई कर चुके हैं. महज 4 महीने में ही उन्हें 24 लाख रुपये की कमाई हुई है. अगर लागत निकाल दें, तो मंगेश शिवराजआप्पा 4 महीने में 18 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा कमा चुके हैं.
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किसान का कहना है कि पपीते की बुवाई करने के बाद उसी खेत में तरबूज की भी खेती करते हैं. इस साल उन्होंने पपीते के 6.5 एकड़ खेत में तरबूज की बुवाई की. इसके ऊपर 4 लाख रुपये की लागत आई. लेकिन 4 महीने के बाद उन्होंने करीब 160 टन तरबूज बेचा, जिससे 18 लाख रुपये की कमाई हुई. अगर यहां पर भी लागत निकाल दें, तो मंगेश शिवराजआप्पा धनासुरे ने तरबूज बेचकर भी 14 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया. इनका कहना है कि आने वाले एक साल में पपीते की बगीचे से वे लगभग 65 लाख रुपये का मुनाफा कमाने की उम्मीद करते हैं.
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