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किसानों की मदद करती हैं IIT पास ये दो महिलाएं, 550 करोड़ का है पशुओं से जुड़ा कारोबार

किसानों की मदद करती हैं IIT पास ये दो महिलाएं, 550 करोड़ का है पशुओं से जुड़ा कारोबार

दिल्‍ली आईआईटी में पढ़ाई करते समय रूममेट रहीं नीतू यादव और कीर्ति जांगड़ा कुछ ऐसा करना चाहती थीं, जो बाकी लोगों से अलग हो. ये दोनों किसी एमएनएसी या फिर बाकी आईआईटीयंस की तरह काम नहीं करना चाहती थीं. Animall जो एक डेयरी फार्मिंग स्‍टार्टअप है, इनके दिमाग की एक ऐसी उपज है जो आज कई किसानों के लिए मददगार साबित हो रही है.

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सिर्फ एक कमरे में शुरू हुई यह एप आज सफल स्‍टार्टअप्‍स है सिर्फ एक कमरे में शुरू हुई यह एप आज सफल स्‍टार्टअप्‍स है

दिल्‍ली आईआईटी में पढ़ाई करते समय रूममेट रहीं नीतू यादव और कीर्ति जांगड़ा कुछ ऐसा करना चाहती थीं, जो बाकी लोगों से अलग हो. ये दोनों किसी एमएनएसी या फिर बाकी आईआईटीयंस की तरह काम नहीं करना चाहती थीं. Animall जो एक डेयरी फार्मिंग स्‍टार्टअप है, इनके दिमाग की एक ऐसी उपज है जो आज कई किसानों के लिए मददगार साबित हो रही है. यह वह ऑनलाइन प्‍लेटफॉर्म है जो भारत में फैले उन किसानों को सशक्‍त बनाता है जो डेयरी फार्मिंग से जुड़े हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस एप को अगस्‍त 2019 में एक वीकएंड प्रोजेक्‍ट के तौर पर शुरू किया गया था. 

टॉप टीयर वाला स्‍टार्टअप 

आज यह वर्चुअल कैपिटल वाला एक टॉप टीयर स्‍टार्टअप बन गया है. नीतू और कीर्ति दोनों ही इस बात को बखूबी समझती थी कि किसानों और उनके पशुओं के बीच एक गहरा रिश्‍ता होता है. दोनों ने इसी बात को ध्‍यान में रखकर यह एप डिजाइन की है. नीतूऔर कीर्ति के अलावा इस एप की डिजाइनिंग टीम में यूएक्‍स डिजाइनर अनुराग बिसोयी और सीनियर फ्रंट एंड डिजाइनर लिबिन वी बाबू भी शामिल हैं. इस टीम ने दिसंबर 2019 में गुरुग्राम में इस एप को औपचारिक तौर पर लॉन्‍च कर दिया था. 

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550 करोड़ रुपये का टर्नओवर 

बेंगलुरु स्थित इस स्‍टार्टअप को एक कमरे से शुरू किया गया था. आज इस स्‍टार्टअप का टर्नओवर 550 करोड़ रुपये से ज्‍यादा का है. साल 2019 में लॉन्‍च होने के बाद से एप के जरिये देश में करीब 4000 करोड़ रुपये में 8.5 लाख जानवर बेचे गए हैं. कीर्ति और नीतू का मकसद डेयरी उद्योग में एक सकारात्‍मक बदलाव लाना था. एप को लॉन्‍च करने से पहले उन्‍होंने किसानों से बातचीत की और पशुओं के बाजार में मौजूद खराब हालातों से वाकिफ हुए. 

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हैकथॉन में जीते सारे पुरस्‍कार 

हैकथॉन में नी‍तू और कीर्ति ने एनिमल एप को पेश किया और एप ने दर्शकों और जूरी के पुरस्कारों को अपने नाम कर लिया था. अगस्त 2019 में इस बिजनेस को शुरू करने से पहले, नीतू और कीर्ति ने किसानों के बीच एक सर्वे भी किया था. किसानों के बीच हुए सर्वे में यह पता लगा कि उन्‍हें एप का कॉन्‍सेप्‍ट पसंद आया है.

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सिर्फ तीन महीने में दोनों ने बड़े पैमाने पर अपना स्टार्टअप लॉन्च कर डाला. एनिमल की वेबसाइट पर जो जानकारी दी गई है उस पर अगर यकीन करें तो अब तक सिकोइया, नेक्सस, एसआईजी, ओम्निवोर, बीनेक्स्ट और रॉकेटशिप सहित कुछ और इनवेस्‍टर्स से उसने 150 करोड़ रुपये जुटाए हैं. 

80 लाख किसान एनिमल एप पर 

वर्तमान में लगभग 80 लाख किसान एनिमल से जुड़े हुए हैं और अब तक, एनिमल से 850,000 जानवर खरीदे जा चुके हैं.  नी‍तू और कीर्ति को एनिमल जैसे स्‍टार्टअप को शुरू करने की प्रेरणा अमेजन, जोमैटो और फ्लिपकार्ट से मिली थी. इस ऐप से आप यह पता लगा सकते हैं कि आपके वर्तमान स्थान के 100 किलोमीटर के अंदर कौन जानवर खरीद और बेच रहा है. आप उनसे संपर्क कर सकते हैं और इस तरह एक पालतू जानवर खरीद सकते हैं.