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Success story: अयोध्या के इस किसान ने तैयार किया महाफसली मॉडल, खेती से हुआ मालामाल

Success story: अयोध्या के इस किसान ने तैयार किया महाफसली मॉडल, खेती से हुआ मालामाल

अयोध्या जनपद में एक ऐसा किसान है जिससे फसल तकनीक को सीखने के लिए वैज्ञानिक भी आते हैं. जनपद के सुहावल ब्लॉक के मकसुमपुर गांव के रहने वाले शोभाराम एक साथ खेत में पूरे साल भर की फसलों का मॉडल तैयार कर देते हैं जिससे कि उनके खेत से लगातार पूरे साल तक उत्पादन मिलता रहता है.

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देश कs ज्यादातर किसान अभी भी एक समय में खेत में एक ही फसल को उगाते हैं, लेकिन अब सहफसली खेती के माध्यम से मुख्य फसल के साथ अन्य फसलों को लगा कर किसान ज्यादा कमाई कर सकते हैं. उत्तर प्रदेश में कृषि विभाग के अधिकारी खुद किसानों को अब इस बात का प्रशिक्षण दे रहे हैं कि वह हर सीजन में किस फसल के साथ क्या उगाकर ज्यादा मुनाफा कमा सकते है. वही अयोध्या जनपद में एक ऐसा किसान है जिससे फसल तकनीक को सीखने के लिए वैज्ञानिक भी आते हैं. जनपद के सुहावल ब्लॉक के मकसुमपुर गांव के रहने वाले शोभाराम ने खेती महाफसली खेती करते हैं. उनका कहना है कि वह एक साथ खेत में पूरे साल भर की फसलों का मॉडल तैयार कर देते हैं जिससे कि उनके खेत से लगातार पूरे साल तक उत्पादन मिलता रहता है. इससे न सिर्फ उनकी कमाई बढ़ी है बल्कि खेत लंबे समय तक खेत हरा भरा रहने से आसपास के तापमान में भी गिरावट आ रही है. 

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क्या है महाफसली खेती का मॉडल

ज्यादातर किसान अब सह फसली खेती करके पहले से ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं. वहीं अयोध्या के सुहावल ब्लॉक के मकसूमगंज के रहने वाले शोभाराम महाफसली खेती कर रहे हैं. वह पूरे साल का एक मॉडल बनाकर अपने खेत में तैयार करते हैं. इसमें सीजन के अनुसार अलग-अलग तरह की फसल लगाई जाती है और उत्पादन लिया जाता है. जायद के सीजन में उन्होंने मक्का, खीरा, टमाटर और मिर्च की फसल लगाई है. वहीं इसके बाद गन्ना और केला की फसल लगाएंगे. सितंबर में आलू ,चना और धनिया की फसल लगते हैं.

इस तरह उनके इस मॉडल से पूरे साल भर खेत से कमाई होती रहती है. वही वह ना तो खरपतवार नासक का प्रयोग करते हैं ना कीटनाशक का , बल्कि खेत को हमेशा हरा भरा रखते हैं जिससे कि पौधों को टेंशन कम हो और वह ज्यादा से ज्यादा उत्पादन दे सकें. 

वैज्ञानिक भी ले रहे हैं सीख

शोभाराम का कद ज्यादा बड़ा नहीं है लेकिन खेती में उनका अनुभव काफी बड़ा है. उन्होंने खेती में लगातार प्रयोग करके अलग-अलग तरह के मॉडल को तैयार किया है. वही उनके खास तरह के मॉडल को सीखने के लिए प्रदेश के कृषि वैज्ञानिक भी आते हैं. वह बताते हैं की कृषि विभाग के अधिकारी से लेकर वैज्ञानिक भी उनके यहां अपने शोध को खेत में लगवाते हैं. उनके खेती के ज्ञान को देखकर कृषि से जुड़ी हुई कंपनियां भी उन्हें सहयोग कर रही हैं। 

महाफसली खेती से फायदा

खेत में अगर एक फसल को उगाया जाए तो इससे कमाई सीमित होती है लेकिन सहफसली और महाफसली खेती के द्वारा किसान अपनी कमाई को दो से तीन गुना तक बढ़ा सकता है. किसान शोभाराम अपनी खास तकनीक के माध्यम से वह एक ही खेत से प्रति बीघा एक से डेढ़ लाख तक हर सीजन में कमाई करते हैं. उनके इस मॉडल को किसान भी देखने के लिए आते रहते हैं.