Success Story: यूपी के किसानों ने की ताइवानी पिंक अमरूद की खेती, महज 6 महीने में बदल गई किस्मत

Success Story: यूपी के किसानों ने की ताइवानी पिंक अमरूद की खेती, महज 6 महीने में बदल गई किस्मत

बीएससी और बीएड तक की पढ़ाई कर चुके राजेश ने कहा कि मेरा मन पहले से ही खेती-किसानी की तरफ रहा है. इसलिए नौकरी करने के बारे में कभी कोई विचार नहीं आया. किसान राजेश का कहना है कि खेत में वे केवल जैविक खाद का ही उपयोग करते हैं.

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Success Story: यूपी के किसानों ने की ताइवानी पिंक अमरूद की खेती, महज 6 महीने में बदल गई किस्मतताइवान पिंक अमरूद की बागवानी करने वाले मनकापुर के किसान राजेश वर्मा (Photo-Kisan Tak)

Gonda News: पिछले कुछ सालों से उत्तर प्रदेश के किसान परंपरागत खेती को छोड़ ऐसी खेती की तरफ रुख कर रहे हैं जो मोटा मुनाफा दे रही है. खासकर फलों की बागवानी किसानों के लिए बेहतर कमाई की जरिया बन गया है. कुछ ऐसा ही गोंडा जिले के रहने वाले किसान राजेश वर्मा ने किया है. ताइवानी पिंक अमरूद (Pink Taiwan Guava) की खेती से राजेश की किस्मत आज बदल गई है. इंडिया टुडे के किसान तक से बातचीत में ललकपुर ग्राम सभा, तहसील-मनकापुर जिला गोंडा के निवासी प्रगतिशील किसान राजेश वर्मा ने बताया कि 21 फरवरी 2023 को आधे एकड़ यानी 205 बीघा में ताइवानी पिंक अमरूद की खेती शुरू की थी. 18 महीने के पौधे में एक पेड़ से 5 किलो अमरूद की पैदावार हुई है. जो आने वाले कुछ दिनों के अंदर एक पेड़ से 15 किलो के करीब पहुंच जाएगी. कुल अभी 600 पौधे हमारे बाग में लगे हुए हैं. 

पहली तुड़ान में 22 क्विंटल हुई पैदावार

उन्होंने बताया कि हमारे अमरूद की बिक्री खेत से ही हो जा रही है. वहीं 42 रुपये प्रति किलो के रेट से अमरूद व्यापारी खरीद ले रहे हैं. कुल मिलाकर पहली तुड़ान में 22 क्विंटल ताइवानी पिंक अमरूद को बेच चुके है. इसपर साल में तीन बार फसल आती है. इस प्रजाति की अमरूद की डिमांड भी अधिक है. इसकी बागवानी करना भी बेहद आसान है. इसकी बागवानी से सीजन में किसान तगड़ी कमाई कर सकते हैं. उनकी माने तो आने वाले वर्षो में ताइवानी पिंक अमरूद का उत्पादन और बढ़ेगा, जिससे अच्छी इनकम होगी.

6 महीने बाद ही आने लगता है फल

प्रगतिशील किसान राजेश वर्मा के मुताबिक, ये ताइवान पिंक वैरायटी का अमरूद है, जिसमें काफी मिठास होती है. इसके पौधे 6 महीने बाद ही फसल देना शुरू कर देते हैं और अमरूद अंगूर के गुच्छे की तरह खूब फलता है. इस अमरूद की खासियत ये है कि ये 12 महीने फल देता है.

किसान राजेश वर्मा ने बताया कि अमरूद की मार्केट में बेहद डिमांड होती है.
किसान राजेश वर्मा ने बताया कि अमरूद की मार्केट में बेहद डिमांड होती है.

किसान राजेश वर्मा बताते हैं कि अभी तक 55 हजार रुपये की कमाई कर चुके है, आने वाले वक्त में कमाई का आंकड़ा 5-6 लाख के करीब पहुंच जाएगा.

बीएससी और बीएड तक की पढ़ाई

बीएससी और बीएड तक की पढ़ाई कर चुके राजेश ने कहा कि मेरा मन पहले से ही खेती-किसानी की तरफ रहा है. इसलिए नौकरी करने के बारे में कभी कोई विचार नहीं आया. किसान राजेश का कहना है कि खेत में वे केवल जैविक खाद का ही उपयोग करते हैं. साथ ही समय- समय पर बाग में वर्मी कंपोस्ट डालते रहते हैं. इससे पौधों का ग्रोथ तेजी से साथ होता है. साथ ही बाग में पौधों के बीच की दूरी 5 फुट बाइ 6 फुट के हिसाब से रखी है, ताकि पौधों को प्रयाप्त मात्रा में धूप, हवा और पानी मिलता रहे. अमरूद एक ऐसा फल जो सेहत के लिए कई रूप में फायदेमंद रहता है.

ताइवान पिंक अमरूद की खासियत

बता दें कि ताइवान पिंक की खासियत है की इसका बीज भी मुलायम होता है.वहीं इसके अंदर का लेयर पिंक रंग का होता है.जो खाने में बेहद क्रिस्पी और मीठा लगता है. इस अमरूद में प्रचुर मात्रा में विटामिन ए, विटामिन सी और मिनरल्स पाए जाते है.अन्य पौधे लगाने पर दो से तीन साल में फलते है.लेकिन इसकी खासियत है की 6 महीने में इसका फल तैयार हो जाता है. वहीं हर साल तीन तीन महीने के अंतराल पर फूल के साथ फल खिलता है.इसका ऊंचाई अधितम 6 से 7 फिट होता है.जिसे हाथो से आसानी से तोड़ा जा सकता है.इसमें पेड़ पर चढ़ने की जरूरत नहीं पड़ती इसकी खासियत है की इसमें इंसेक्ट कीड़ा भी कम लगता है.

 

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