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इस एक फूल की कीमत है 400 रुपये, बिहार में इसकी खेती ने बढ़ाई किसानों की कमाई

इस एक फूल की कीमत है 400 रुपये, बिहार में इसकी खेती ने बढ़ाई किसानों की कमाई

मुजफ्फरपुर के रामकिशोर सिंह ने करीब तीन साल पहले हॉलैंड से लिलियम फूल का ऑर्डर दिया था. इस बार उन्होंने काली लिली की खेती शुरू की है. बाजार में एक काली लिली की कीमत 400 रुपये और लिलियम की कीमत 100 रुपये है. राम किशोर बताते हैं कि लिलियम फूल का बीज करीब 30 रुपये में मिलता है. वह अमेरिका से दिल्ली आते हैं. एक पौधे पर करीब 15 से 20 रुपये का खर्च आता है. यह बाजार में 70 रुपये से 100 रुपये में उपलब्ध है.

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400 रुपये में बिकता है ये फूल 400 रुपये में बिकता है ये फूल

बिहार में फूलों की खेती फायदे का सौदा साबित हो रही है. स्थानीय फूलों के साथ-साथ विदेशी फूलों की भी खूब मांग है. लोग घरों से लेकर बगीचे तक को सजाने के लिए फूलों को लगाते हैं. मुजफ्फरपुर के नर्सरी संचालक राम किशोर ने विदेशी फूलों की खेती शुरू की है. बाजार में इस एक फूल की कीमत 400 रुपये है. ठंड के मौसम फूलों का भी सीजन कहा जाता है. इस मौसम में लोग अधिक से अधिक फूलों की खेती करते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि कैसे इस फूल की खेती ने बढ़ाई किसानों कि कमाई.

फूलों की खेती से अच्छा मुनाफा

मुजफ्फरपुर के रामकिशोर सिंह ने करीब तीन साल पहले हॉलैंड से लिलियम फूल का ऑर्डर दिया था. इस बार उन्होंने काली लिली की खेती शुरू की है. बाजार में एक काली लिली की कीमत 400 रुपये और लिलियम की कीमत 100 रुपये है. इस फूल की खेती से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. इस अवसर को देखते हुए रामकिशोर इस फूल की खेती अधिक से अधिक कर रहे हैं. 

हॉलैंड से मंगवाए थे बीज

रामकिशोर सिंह ने बताया कि उन्होंने पांच साल पहले हॉलैंड की ब्लैक लिली और लिलियम के बारे में सुना था. इसके बाद फूलों में मेरी दिलचस्पी बढ़ गई. उन्होंने प्रयोग के तौर पर इन फूलों के बीज मंगवाए. उन्होंने बताया कि इस फूल के बीज को दिल्ली से लाना पड़ा. प्रयोग के तौर पर उन्होंने करीब एक दर्जन पौधे उगाए. आज उसी पौधे से उन्हें अच्छा मुनाफा हो रहा है. पौधे पर फूल भी खिलने लगे हैं.

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व्यावसायिक खेती से मुनाफा

जैसे ही बाजार में इसकी मांग बढ़ी, उन्होंने काली लिली और लिलियम फूलों की व्यावसायिक खेती शुरू कर दी. कई लोग फूल उगाने का तरीका सीखने आ रहे हैं, अब वह उन्हें यह भी बताते हैं कि इन दोनों फूलों की खेती कैसे होगी.

30 रुपये में मिलता है बीज

राम किशोर बताते हैं कि लिलियम फूल का बीज करीब 30 रुपये में मिलता है. वह अमेरिका से दिल्ली आता है. एक पौधे पर करीब 15 से 20 रुपये का खर्च आता है. यह बाजार में 70 रुपये से 100 रुपये में उपलब्ध है. फिलहाल इसकी शुरुआत 200 से 250 वर्ग फीट में हो गई है जबकि ब्लैक लिली की कीमत 300 रुपये तक होती है. इसकी बाजार कीमत 400 रुपये तक होती है.

लिलियम फूल की खासियत

लिलियम कंदीय वर्ग का एक महत्वपूर्ण पुष्प है. यह लिलियासी परिवार का सदस्य है. इसके फूल बहुत सुंदर, आकर्षक, चमकदार और विभिन्न रंगों के होते हैं. विभिन्न प्रकार की लिली में, सबसे अधिक मांग ओरिएंटल और एशियाई संकर लिली की है. लिलियम के फूलों की बाज़ार में अन्य व्यावसायिक फूलों की तुलना में अधिक कीमत मिलती है. घरेलू फूल बाज़ारों में लिली के बीच एशियाई लिली के फूलों की सबसे अधिक खपत होती है.

लिलियम की खेती लंबे समय से अमेरिका, नेदरलैंड्स, जापान, इज़राइल और अन्य देशों में व्यावसायिक रूप से की जाती रही है. भारत में इसकी खेती का चलन पिछले एक दशक में बहुत तेजी से बढ़ा है. विश्व फूल बाज़ार में इसका फूल सबसे अधिक काटे जाने वाले फूलों में दसवें स्थान पर है. फूल उत्पादकों को लिलियम की खेती से निरंतर उच्च आय तभी प्राप्त हो सकती .

5 रंगों का होता है ये फूल

ब्युटि प्रॉडक्ट बनाने में इसका उपयोग किया जाता है. लिलियम में 6 पंखुड़ियां होती हैं और यह सफेद, नारंगी, पीला, लाल और गुलाबी होता है. जापान में सफेद लिली को गुड लक का प्रतीक माना जाता है जबकि नारंगी फूल को उन्नति और उत्साह का प्रतीक माना जाता है. इसके फूल कीप के आकार के होते हैं. इसका उपयोग सजावट और ब्युटि प्रॉडक्ट के निर्माण में किया जाता है.

हर मौसम में फूलों की मांग

वहीं बिहार के किसानों के लिए फूलों की खेती कमाई का बेहतर विकल्प साबित हो रही है. फूलों की मांग हर मौसम में रहती है और बढ़ती जा रही है. फूलों की खेती से किसान बेहतर मुनाफा कमा रहे हैं. सीतामढ़ी जिले के बैरहा गांव के रहने वाले किसान संतोष सिंह 2 एकड़ में फूलों की खेती कर रहे हैं और हर साल 10 लाख रुपये से ज्यादा की कमाई कर रहे हैं. वर्तमान में संतोष सिंह जिले के सफल पुष्प उत्पादक हैं. ये सीतामढ़ी के कई हिस्सों में फलते-फूलते हैं. संतोष सिंह ने कहा कि फूल की खेती ऐसी है जो किसी भी मौसम में संभव है. चाहे बारिश हो या सूखा, फूलों की खेती हमेशा मुनाफा लाती है.