ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को लघु एवं कुटीर उद्योग स्थापित करने के लिए वित्तीय मदद दी जाती है. इस सहायता से झांसी जिले के बड़ागांव ब्लॉक की महिलाओं ने National Rural Livelihood Mission के तहत सरसों के तेल का कारोबार शुरू कर लिया है. इस इलाके में सरसों की भरपूर उपज होती है. समूह की महिलाएं किसानों से उचित दाम पर सरसाें खरीद कर इससे तेल का कारोबार करती हैं. ऑयल मिल संचालित करने वाली उज्जवला प्रेरणा लघु उद्योग समूह की महिलाओं ने आसपास के गांवों की महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को साथ मिलाकर कारोबार का संचालन कर रही हैं.
बड़ागांव ब्लॉक के घुघुवा गांव की महिलाओं ने उज्जवला प्रेरणा लघु उद्योग समूह बनाकर सरसों के तेल का संयंत्र लगाया है. आजीविका मिशन के तहत मिली सरकारी सहायता से शुरू हुए इस समूह के कारोबार में अब आसपास के गांवों की महिलाओं के 51 स्वयं सहायता समूह भी सहभागी बन गए हैं.
ये भी पढ़ें, Budget 2024 : बजट को योगी ने बताया विकसित भारत का पथप्रदर्शक, वहीं अखिलेश की नजर में जनविरोधी बजट
पार्वती देवी ने बताया कि इस कारोबार का संचालन करने की जिम्मेदारी के लिए 12 महिलाओं की टीम बनाई गई है. यह टीम सरसों की खरीद, Branding and Marketing जैसे तकनीकी काम करती है. उन्हाेंने बताया कि ऑयल मिल से औसतन 100 कुंतल सरसों का तेल निकाला जाता है. इस जरूरत को पूरा करने के लिए किसानों से 100 कुंतल से ज्यादा सरसों का स्टॉक रखा जाता है.
ये भी पढ़ें, सीएम योगी ने किया दावा : किसानों की आय Crop Diversification अपनाने से हुई दोगुनी
ग्रामीण विकास विभाग ने इस समूह की यफलता के बाद जिले के अन्य ब्लॉक में भी महिलाओं द्वारा संचालित हो सकने वाले उद्योग स्थापित करने की तैयारी कर ली है. पार्वती देवी ने बताया कि Oil Mill के संचालन में जिस स्तर पर भी दिक्कत महसूस होती है, वहां NRLM के अधिकारियों से मदद लेकर उस बाधा को दूर कर लिया जाता है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today