Animal Husbandry : यूपी की गौशालाओं में गायों को अब सप्ताह में दो बार देखेंगे डॉक्टर

Animal Husbandry : यूपी की गौशालाओं में गायों को अब सप्ताह में दो बार देखेंगे डॉक्टर

UP Government सड़कों पर घूम रही आवारा गायों की देखभाल के लिए गौशालाओं का संचालन कर रही है. गौशालाओं में अव्यवस्थाओं की शिकायत मिलने पर सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए गायों की पुख्ता देखभाल के लिए Strict Guideline जारी की हैं. इसके तहत अब हर गाय के इलाज और दवा की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है.

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Animal Husbandry : यूपी की गौशालाओं में गायों को अब सप्ताह में दो बार देखेंगे डॉक्टरयूपी की गौशालाओं में गायों का सप्ताह में दो बार डाक्टर करेंगे चैकअप (सांकेतिक फोटो)

यूपी की Yogi Govt ने गौशालाओं में गायों की भोजन व्यवस्था के साथ सेहत पर खास तौर से ध्यान देने की जरूरत पर बल दिया है. इसके लिए सरकार ने सभी जिलों में संचालित हो रही गौशालाओं में गायों की देखभाल के लिए चाक चौबंद इंतजाम करने को कहा है. गौशालाओं में गायों की स्थ‍िति ठीक नहीं होने की रिपोर्टों पर संज्ञान लेते हुए योगी सरकार ने सख्त निर्देश जारी किए हैं. इसमें पशु चिकित्सा अधिकारी को सप्ताह में दो बार गौ आश्रय स्थलों में जाकर गायों की सेहत का जायजा लेने को कहा गया है. जो गाय बीमार पाई जाए, उनके इलाज और नियमित दवा देने की भी व्यवस्था करने को कहा गया है. राज्य के Dairy and Animal Husbandry Minister धर्मपाल सिंह ने गौशालाओं की बदहाली से जुड़ी रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए Review Meeting में कहा कि निराश्रित गोवंश के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए सरकार प्रतिबद्ध है.

रात को गौशाला में ही रुकेंगे केयरटेकर

सिंह ने यूपी में गौशालाओं की मौजूदा स्थिति का आकलन करने के लिए आहूत समीक्षा बैठक में कहा कि सरकार Homeless Cattle के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है. गौशालाओं में गायों की स्थ‍िति बेहतर नहीं होने की रिपोर्ट पर उन्होंने सख्त नाराजगी जताई. सिंह ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि पशु चिकित्सा अधिकारी सप्ताह में कम से कम दो बार गौशाला में जाकर गायों का Health Checkup करेंगे.

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चारागाह हों कब्जा मुक्त

सिंह ने गोवंश संरक्षण के लिए CM Yogi Adityanath द्वारा जारी निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि गौशालाओं में गोवंश के लिए चारा और भूसा का पर्याप्त इंतजाम करना गायों को कुपोषण एवं अन्य रोगों से बचाने की पहली जरूरत है. इस जरूरत को पूरा करने के लिए उन्होंने चारागाह की जमीनों पर समय से घास की बुआई करने के भी निर्देश दिए.

उन्होंने कहा कि प्रदेश में चारागाह की जमीनों पर कब्जे होने की शिकायतें भी मिली हैं, इसके लिए संबंधित अधिकारियों को चारागाह की जमीन को तत्काल प्रभाव से Encroachment Free कराने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में चारागाह की जमीन पर MGNREGA के माध्यम से हर तरह के चारे की बुआई भी कराने का आदेश दिया गया है.

सिंह ने गौशालाओं में चल रहे सभी प्रकार के निर्माण कार्य आगामी 25 फरवरी तक पूरे करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है. गौरतलब है कि यूपी में अब तक 7589 गोआश्रय स्थलों पर 12 लाख 8 हजार 88 निराश्रित गोवंश को रखा गया है. सिंह ने कहा कि जिन गौ आश्रय स्थलों में अव्यवस्था या गौवंश की देखभाल संबंधी कोई भी शिकायत संज्ञान में आए, वहां तत्काल शिकायत का समाधान कर स्थ‍िति को दुरुस्त किया जाए.

नंद बाबा मिशन का दूसरा चरण शुरू

योगी सरकार ने निराश्रित गोवंश का संरक्षण करने के साथ किसानों को पशुपालन से जोड़कर देसी नस्ल की गायों को Dairy Sector का मूल आधार बनाने का अभियान भी शुरू किया है. इसके लिए सरकार ने नंद बाबा दुग्ध मिशन का पहला चरण पूरा कर लिया है.

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इस मिशन का दूसरा चरण शुरू करने के लिए मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में मिशन की State Steering Committee की बैठक में नन्दिनी कृषक समृद्धि योजना के तहत 10 उन्नत नस्ल के स्वदेशी गायों की 294 इकाई स्थापित करने का फैसला किया गया है.

CS Office की ओर से बताया गया कि मिशन के दूसरे चरण में चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में 57 जनपदों को शामिल करने की मंजूरी मिली है. बैठक में नन्दिनी कृषक समृद्धि मिनी योजना के संचालन के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है. मुख्य सचिव ने नन्द बाबा दुग्ध मिशन का Web Portal एक महीने के भीतर तैयार कर शुरू करने का निर्देश दिया है.

बैठक में एक अन्य अहम फैसला करते हुए मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ संवर्धन योजना के अंतर्गत राज्य के बाहर से गाय खरीद कर लाने की स्थ‍िति में Transit Insurance कराने की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है. मुख्य सचिव ने कहा कि दूसरे चरण के दौरान नंद बाबा मिशन की योजनाओं के तहत चयनित लाभार्थियों को एक माह के भीतर गायों की खरीद करा दी जाए.

मिशन का पहला चरण वित्तीय वर्ष 2023-24 में 18 मण्डल मुख्यालय के जनपदों में लागू किया गया था. इसी प्रकार नन्दिनी कृषक समृद्धि योजना को दूसरे चरण में प्रदेश के शेष 08 मण्डल मुख्यालय जनपदों में 40 इकाइयों के संचालन के प्रस्ताव एवं Cattle Shed Design को मंजूरी दी गई.

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