उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में किसानों के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना मददगार बनती नजर आ रही है. अपनी फसल की सुरक्षा के लिए मुरादाबाद जिले के हजारों किसानों ने फसल बीमा योजना के अंतर्गत बीमा कराया है. किसानों का कहना है कि PM Fasal Bima Yojana के अंतर्गत अपनी फसलों का बीमा करवा कर वे निश्चिंत महसूस कर रहे हैं. उन्हें उम्मीद है कि इससे फसलों का नुकसान होने पर उन्हें राहत मिलेगी और उनके खर्चे की भरपाई होगी. मुरादाबाद जिले में 48 हजार से अधिक किसानों ने अब तक पीएम फसल बीमा योजना में अपनी फसलों का बीमा कराया है.
बीते दिनों मुरादाबाद में मूसलाधार बारिश और आंधी देखने को मिली है. इसके कारण खेती-बाड़ी को बहुत नुकसान हुआ है. उनकी फसलें खराब हुई हैं, कई फसलों को एक साथ भारी क्षति पहुंची है. इसके बावजूद मुरादाबाद के अलग-अलग क्षेत्रों के किसानों से बात करें तो पता चलेगा कि उन्हें नुकसान की बहुत अधिक चिंता नहीं है. ऐसा इसलिए है क्योंकि वे पीएम फसल बीमा योजना को लेकर आश्वस्त हैं कि नुकसान की भरपाई हो जाएगी.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत मुरादाबाद में 48489 किसान अपनी अलग-अलग फसलों का बीमा करा चुके हैं. किसान इस बात को लेकर निश्चिंत हैं कि जिस कंपनी से उनकी फसल का बीमा हुआ है, उससे उन्हें नुकसान का पैसा मिलेगा. इसके लिए किसानों को टोलफ्री नंबर पर फोन करना होगा और अपनी शिकायत दर्ज करानी होगी. किसान यदि टोल फ्री नंबर पर सूचना नहीं दे पाते हैं तो कृषि विभाग के कार्यालय में सूचना दे सकते हैं. इसके बाद बीमा कंपनी, कृषि विभाग के कर्मचारी और राजस्व विभाग के कर्मचारी की संयुक्त टीम खेतों में जाकर नुकसान का जायजा लेगी.
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खेत में मौजूद एक किसान ने बताया कि उसने भी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अपनी फसल का बीमा कराया है. किसान ने दूसरे लोगों से भी अपील की कि उन्हें अपनी फसलों का बीमा जरूर कराना चाहिए. इससे फसलों की सुरक्षा का आश्वासन मिलता है. इस किसान ने कहा कि बीमा कराने से वह चिंता मुक्त रहेगा कि फसल खराब होती है तो दिक्कत नहीं आएगी. खराब फसल का सर्वे होने के बाद उसका पैसा मिल जाएगा.
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दूसरी ओर, मुरादाबाद मंडल के संयुक्त कृषि निदेशक जेपी चौधरी ने कहा, इस मंडल में लगभग 48489 किसानों के द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत प्रस्ताव दिए गए थे. सभी किसानों को हमने यह अवगत कराने का काम पूरा किया है कि यदि उनके खेत में मौसम के विपरीत दशा के कारण कोई क्षति हो रही है तो वे बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर पर सूचना दे दें. यदि टोल फ्री नंबर पर सूचना ना दे पाएं तो कृषि विभाग के कार्यालय में लिखकर सूचना दे दें ताकि बीमा कंपनी और कृषि विभाग की तरफ से नुकसान का सर्वे हो सके. इसी आधार पर किसानों को फसलों का मुआवजा दिया जाएगा.(जगत गौतम की रिपोर्ट)
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