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UP News: अब घर बैठे आप खुद बना सकेंगे बिजली का बिल, उर्जा मंत्री ने की शुरुआत, जानें- क्या है पूरा प्रोसेस

UP News: अब घर बैठे आप खुद बना सकेंगे बिजली का बिल, उर्जा मंत्री ने की शुरुआत, जानें- क्या है पूरा प्रोसेस

यह मोबाइल एप्लिकेशन उपभोक्ताओं की सेवाओं के लिए नई बनाई गई है. इस पर लॉगिन के बाद Self Bill Generation का विकल्प मिलेगा. उपरोक्त किसी भी तकनीकी विकल्प की पूरी प्रक्रिया को अपनाने के बाद 24 से 48 घंटे में उपभोक्ता का बिल जनरेट हो जाएगा.

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UP के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने 'ट्रस्ट बिलिंग' सुविधा की शुरुआत UP के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने 'ट्रस्ट बिलिंग' सुविधा की शुरुआत

UP News: अक्सर बिजली उपभोक्ता इस बात की शिकायत करते हैं कि उनका बिजली का बिल गलत, या जरूरत से ज्यादा आया है या फिर उनके यूनिट की गलत गिनती हुई है. जिसकी वजह से बिल जमा होने में देरी होती है या भर ही नहीं पाते हैं, लेकिन अब इन तमाम समस्याओं से निजात मिलने जा रही है. उपभोक्ता अब खुद ही घर बैठे अपने बिजली के बिल को बना सकेंगे और उन्हें जमा भी कर सकेंगे. इसी कड़ी में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए विद्युत उपभोक्ताओं को बिलिंग संबंधी समस्याओं एवं शिकायतों से हमेशा के लिए निजात दिलाने तथा मीटर रीडर द्वारा की जा रही गलत रीडिंग और गलत बिलिंग संबंधी शिकायतों से बचाने के लिए उपभोक्ताओ को 'ट्रस्ट बिलिंग' की सुविधा प्रदान की है. इससे उपभोक्ताओं को बिलिंग की एक आसान व्यवस्था मिलेगी, जिससे वह अपने घर बैठे ही स्वयं अपना बिल जनरेट कर सकेंगे और बिल भी प्राप्त कर सकेंगे.

इस व्यवस्था से उन्हें अनावश्यक भागदौड़ से मुक्ति मिलेगी. उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए, ऊर्जा विभाग उपभोक्ता हित में कार्य कर रहा है. प्रदेश के 3.28 करोड़ उपभोक्तों को सहज एवं सरल ढंग से सुविधायें उपलब्ध हो. इसके लिये ऊर्जा विभाग नई तकनीकों का उपयोग कर लोगों के क्रियाकलापों को आसान बना रहा है. 
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने लखनऊ में उपभोक्ताओं को दी जाने वाली 'ट्रस्ट बिलिंग' की व्यवस्था की शुरुआत की तथा कन्ज्यूमर ऐप की लांचिंग की. इस व्यवस्था के तहत् उपभोक्ता सेल्फ बिल जनरेशन की प्रक्रिया को अपनाकर घर बैठे अपना बिल स्वयं जनरेट कर सकेंगे. 

घर बैठे बिजली बिल बना सकेंगे उपभोक्ता

ऊर्जा मंत्री ने बताया कि ट्रस्ट बिलिंग के तहत सेल्फ बिल जनरेशन की सुविधा घरेलू और वाणिज्यिक श्रेणी के 9 किलोवाट भार तक के उपभोक्ता को दी जाएगी. ऐसे उपभोक्ता अब घर बैठे अपना स्वयं का बिल जनरेट कर सकेंगे. इसके लिए उन्हें- यूपीपीसीएल की वेबसाइट www.uppcl.org अथवा www.upenergy.in पर लॉगिन करना होगा. इसके अंतर्गत उपभोक्ता को वेबसाइट की कंज्यूमर कॉर्नर में जाकर 'सेल्फ बिल जनरेशन' Self Bill Generation को क्लिक व लॉगिन कर रजिस्टर्ड करना होगा और इसमें अपने विद्युत कनेक्शन के खाता संबंधी विवरण को दर्ज कर वर्तमान मीटर रीडिंग के साथ पिछले महीने की डिमांड रीडिंग को भी दर्ज करना होगा. अन्य विकल्प के रूप में यूपीपीसीएल की नव निर्मित मोबाईल कंज्यूमर ऐप (UPPCL Consumer APP) को एपल एप स्टोर अथवा गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर लॉगिन करना होगा.

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यह मोबाइल एप्लिकेशन उपभोक्ताओं की सेवाओं के लिए नई बनाई गई है. इस पर लॉगिन के बाद Self Bill Generation का विकल्प मिलेगा. उपरोक्त किसी भी तकनीकी विकल्प की पूरी प्रक्रिया को अपनाने के बाद 24 से 48 घंटे में उपभोक्ता का बिल जनरेट हो जाएगा. इसके पश्चात उपभोक्ता के रजिस्टर्ड ई-मेल या उसके दर्ज मोबाइल नंबर पर ई-मेल या एसएमएस के माध्यम से बिल की सम्पूर्ण जानकारी मिल जाएगी. साथ ही उपभोक्ता उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन की उपरोक्त वेबसाइट या एप पर लॉगिन कर अपना बिल डाउनलोड कर सकेंगे.

एके शर्मा ने बताया कि नए उपभोक्ताओं को इस व्यवस्था का लाभ लेने के लिये सर्वप्रथम अपने नजदीकी विद्युत कार्यालय या बिलिंग काउंटर से बिल को जनरेट करवाना होगा. नये उपभोक्ताओं के बिल की प्रक्रिया एक बार शुरू हो जाने के पश्चात दूसरी बार वे स्वयं ही अपना बिल जनरेट कर सकेंगे. इसी प्रकार उन्होने बकायेदार उपभोक्ताओं से यह भी अपील की है कि वर्तमान में चल रही एकमुश्त समाधान योजना (OTS) का लाभ लेते हुए पीछे के बकाये को चुकता कर दे. इसके बाद भविष्य में सेल्फ बिलिंग की प्रक्रिया को अपना सकते हैं.

ऐसे बनेगा बिजली का बिल

ऊर्जा मंत्री ने बताया कि सेल्फ बिल जनरेशन की प्रक्रिया में उपभोक्ता द्वारा मीटर रीडिंग देने के 48 घंटे बाद भी बिल जेनरेट न होने पर उपभोक्ता संबंधित एसडीओ व अधिशासी अभियंता से संपर्क कर सकेगें या यूपीपीसीएल के हेल्पलाइन नंबर 1912 पर भी कॉल कर इसकी शिकायत कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि विभाग की उपरोक्त वेबसाइट या कंज्यूमर ऐप पर उपभोक्ता द्वारा महीने में मात्र एक बार ही मीटर रीडिंग दर्ज की जा सकेगी. सेल्फ बिल जनरेशन की प्रक्रिया में उपभोक्ताओं को सही रीडिंग ही दर्ज करना होगा. 

इसमें वर्तमान मीटर रीडिंग के साथ ही पिछले महीने की डिमांड रीडिंग को भी दर्ज करना होगा. ट्रस्ट बिलिंग की वास्तविकता की जांच के लिये विभाग द्वारा कभी-कभी उपभोक्ता के परिसर में जाकर भी मीटर की सही रीडिंग की जांच की जाएगी. विभाग द्वारा मीटर की रीडिंग की जांच के दौरान उपभोक्ता द्वारा सेल्फ बिल जनरेशन की प्रक्रिया में स्वंय दर्ज की गयी मीटर रीडिंग से मिलान किया जाएगा. इस दौरान उपभोक्ता द्वारा पोर्टल पर स्वंय दर्ज की गयी मीटर रीडिंग और वास्तविक मीटर रीडिंग में गैप पाए जाने पर या मीटर में रीडिंग स्टोर पाए जाने पर उपभोक्ता से बिल का डेढ़ गुना अतिरिक्त एनर्जी चार्ज वसूल किया जएगा.