UP News: मथुरा में फसल बीमा के नाम पर फर्जीवाड़ा, कृषि विभाग ने 411 किसानों को भेजा नोटिस! जानिए पूरा मामला

UP News: मथुरा में फसल बीमा के नाम पर फर्जीवाड़ा, कृषि विभाग ने 411 किसानों को भेजा नोटिस! जानिए पूरा मामला

उपनिदेशक कृषि ने बताया कि जिले में करीब 5 हजार से ज्यादा किसानों ने फर्जी तरीके से फसल बीमा का लाभ लिया. दो साल की समयावधि में बिना खेत और बिना फसल के बीमा कंपनी किसानों राशि उनके खाते में भेजती रही.

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UP News: मथुरा में फसल बीमा के नाम पर फर्जीवाड़ा, कृषि विभाग ने 411 किसानों को भेजा नोटिस! जानिए पूरा मामलाMathura: फसल बीमा घोटाले में जांच का दायरा बढ़ रहा है.

UP News: उत्तर प्रदेश के मथुरा (Mathura) जिले में फसल बीमा योजना (Fasal Bima Yojana) के नाम पर फर्जीवाड़ा सामने आया. मामला प्रकाश में आने के बाद कृषि विभाग ने 411 संदिग्ध किसानों को नोटिस भेजकर जवाब तलब किया है. इसमें अधिकांश किसान छाता और गोवर्धन तहसील के गांवों से जुड़े हुए हैं. इस मामले में उपनिदेशक कृषि रामकुमार माथुर ने किसान तक से बातचीत में बताया कि फसल बीमा से जुड़े जिम्मेदार अधिकारी इस पूरे मामले पर पर्दा डालते रहे. क्योंकि फसल बीमा के पोर्टल पर बिना जांच किए अपनी रिपोर्ट लगा दिया. उन्होंने बताया कि किसानों ने एक गाठा पर 4-5 बार इस का लाभ लिया. वहीं फसल बीमा कंपनी से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी किसानों के पक्ष में बिना जमीनी हकीकत जाने अपनी रिपोर्ट लगाते रहे.

उपनिदेशक कृषि ने बताया कि जिले में करीब 5 हजार से ज्यादा किसानों ने फर्जी तरीके से फसल बीमा का लाभ लिया. दो साल की समयावधि में बिना खेत और बिना फसल के बीमा कंपनी किसानों राशि उनके खाते में भेजती रही. उन्होंने बताया कि अब इस मामले की जांच शासन स्तर से भी हो रही है. उपनिदेशक कृषि रामकुमार माथुर ने बताया कि 411 किसानों के खिलाफ रिकवरी का भी आदेश किया गया है. वहीं तहसील को रिकवरी का आदेश दिए गए हैं. जबकि 40 किसानों ने नोटिस का जवाब देते हुए पैसा जमा करने की सहमति दी है. लेकिन फसल बीमा कंपनी के तरफ से अभी तक कोई खाता नंबर किसानों को उपलब्ध नहीं कराया गया है, जिससे किसान रिकवरी का पैसा जमा कर सकें.

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फसल बीमा घोटाले में जांच का दायरा बढ़ रहा है. शासन स्तर पर रिकवरी के फैसले के बाद जिलाधिकारी मथुरा को भी जांच को लेकर दिशा निर्देश दिए गए हैं. इधर, बीमा कंपनी ने भी अपनी जांच के साथ ऐसे किसानों की लिस्ट शासन को थमा दी है, जो बीमा घोटाले में संदिग्ध हैं.

क्या है प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 

बारिश, तापमान, पाला, नमी आदि जैसी स्थिति में किसानों को बहुत नुकसान होता है. इससे बचने के लिए किसान को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बहुत कम पैसे देकर अपनी फसल का बीमा करवाने की सुविधा मिलती है. बीमा कवरेज के तहत अगर बीमित फसल नष्ट हो जाती है तो इसकी पूरी भरपाई जा जिम्मा बीमा कंपनी का होता है. इस बीमा के तहत खाद्य फसलें (अनाज, बाजरा और दालें), तिलहन और वार्षिक वाणिज्यिक, वार्षिक बागवानी फसलें को कवर किया जाता है.

कैसे कर सकते हैं आवेदन?

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत आवेदन करने के लिए किसान किसी भी बैंक का बीमा करवा सकते हैं. इसके लिए उन्हे बैंक जाकर बस एक फॉर्म भरना पड़ता है और फिर उनके फसलों का बीमा हो जाता है. हालांकि, किसानों को अपने जमीन और अन्‍य कागजात को बैक के पास जमा करना पड़ता है.

दूसरी तरफ, अगर किसानों के पास पहले से किसी तरह का लोन या क्रेडिट कार्ड बनवा है तो वे उस बैंक से ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा करवा सकते हैं. 


 

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