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तेलंगाना सरकार का बड़ा ऐलान, किसानों से 2970 रुपये/क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा ज्वार

तेलंगाना सरकार का बड़ा ऐलान, किसानों से 2970 रुपये/क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा ज्वार

तेलंगाना में इस बार ज्वार की बंपर पैदावार हुई है. किसानों को राहत देते हुए सरकार ने ऐलान किया है कि प्रति क्विंटल 2970 रुपये की दर से ज्वार की खरीद की जाएगी. प्रदेश में लगभग एक लाख किसानों ने इस बार ज्वार की खेती की है जिनकी उपज तेलंगाना सरकार खरीदेगी.

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तेलंगाना में इस बार ज्वार की बंपर पैदावार हुई है (सांकेतिक तस्वीर) तेलंगाना में इस बार ज्वार की बंपर पैदावार हुई है (सांकेतिक तस्वीर)

तेलंगाना सरकार ने किसानों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने ऐलान किया है कि हाल में समाप्त हुए रबी सीजन में जितनी भी ज्वार की पैदावार निकली है, उसे किसानों से सरकारी रेट पर खरीदा जाएगा. यह फैसला इस लिहाज से भी अहम माना जा रहा है क्योंकि अभी पूरे देश में मोटे अनाजों की खेती और उसका रकबा बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है. तेलंगाना सरकार ने निर्णय लिया है कि इस बार के रबी सीजन में किसानों ने जितने भी ज्वार उगाए हैं, सरकार उसे खरीदेगी. सरकार ने ज्वार की कीमत भी तय कर दी है. फैसले के मुताबिक, इस बार किसानों से 2970 रुपये प्रति क्विंटल की दर से ज्वार की उपज खरीदी जाएगी.

प्रदेश के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने ज्वार की खरीद के लिए सरकारी एजेंसी मार्कफेड को निर्देश जारी कर दिया है. राव ने कहा है कि इस रबी सीजन में पैदा हुए 65,500 टन ज्वार की खरीद 2970 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी. सरकार ने इसके लिए मार्कफेड को बैंक गारंटी देने का फैसला किया है. तेलंगाना सरकार की तरफ से मार्कफेड को 220 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी दी जाएगी ताकि किसानों से आसानी से उनकी उपज खरीदी जा सके.

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एक लाख किसानों ने की ज्वार की खेती

तेलंगाना में इस बार लगभग एक लाख किसानों ने ज्वार की खेती की है. इनमें अदिलाबाद, असिफाबाद, निरमल, कामारेड्डी, विकराबाद, नारायणपेट और गडवल जिले शामिल हैं. इन जिलों में बड़ी मात्रा में ज्वार की खेती की गई है. इन जिलों के किसानों को इस बार तेलंगाना सरकार के फैसले से बड़ी राहत मिलेगी. किसान 2970 रुपये प्रति क्विंटल की दर से अपनी ज्वार की उपज बेच सकेंगे.

इस बार किसानों ने 51,395 हेक्टेयर में ज्वार की खेती की है. रबी सीजन में सामान्य तौर पर 35,600 हेक्टेयर में ज्वार की खेती होती है, लेकिन इस बार किसानों ने अधिक पैदावार निकाली है. प्रति किसान लगभग पांच क्विंटल तक ज्वार की उपज मिली है. पूरे देश में ज्वार की खेती की बात करें तो 2021-22 में 38 लाख हेक्टेयर में यह फसल उगाई गई थी और 48 लाख टन पैदावार मिली थी. हालांकि प्रति हेक्टेयर ज्वार की उपज देखें तो यह वैश्विक पैमाने से कम है. भारत में प्रति हेक्टेयर 1110 किलो ज्वार की पैदावार मिलती है.

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आंध्र प्रदेश में सबसे अधिक ज्वार की उपज

पूरे देश में आंध्र प्रदेश में सबसे अधिक ज्वार की पैदावार होती है. यहां प्रति हेक्टेयर 3167 किलो ज्वार की उपज होती है. दूसरी ओर, अमेरिका और यूक्रेन में प्रति हेक्टेयर 4,000 किलो से अधिक ज्वार होता है. इस बार देश में इसकी पैदावार बढ़ाने की पूरी कोशिश हो रही है. सरकार ने 2023 को मिलेट वर्ष घोषित किया है. संयुक्त राष्ट्र ने भी इस अभियान को समर्थन दिया है. इस अभियान के तहत पूरे देश में मोटे अनाजों की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. किसानों को इस खेती के लिए आर्थिक मदद देने के साथ ही और भी कई तरह के सहयोग किए जा रहे हैं.