महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और छोटे व्यवसाय करने के लिए केंद्र सरकार ने वित्तीय मदद देने के लिए नई स्वर्णिमा लोन स्कीम शुरू की है. योजना के जरिए महिला आवेदकों को सरकार 2 लाख रुपये का लोन दे रही है. इस लोन पर मामूली ब्याज दर लिया जाता है. सरकार ने बताया है कि वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान देशभर की 5 हजार से अधिक महिलाओं को योजना का लाभ दिया गया है. सर्वाधिक महिला आवेदकों की संख्या केरल से रही है.
सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्यमंत्री केएम प्रतिमा भौमिक ने हाल ही में लोकसभा में लिखित जवाब में बताया कि नई स्वर्णिमा लोन योजना के तहत वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान देशभर की 5573 से अधिक महिलाओं को योजना का लाभ दिया गया है. योजना के तहत महिलाओं को व्यवसाय के लिए 2 लाख रुपये की वित्तीय मदद दी जा रही है.
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम (NBCFDC) की तरफ से इस लोन योजना को शुरू किया गया है. योजना का मकसद है पिछड़े वर्ग की गरीब महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है. टर्म लोन के तहत पिछड़े वर्ग की महिलाओं में आत्मनिर्भरता की भावना उत्पन्न करना है. योजना के तहत सर्वाधिक केरल की 3940 महिला आवेदकों को योजना के तहत रकम दी गई है. वहीं, पंजाब की 678 और यूपी की 400 महिलाओं को वित्तीय मदद दी गई है.
नई स्वर्णिमा योजना का टारगेट पिछड़े वर्ग की महिलाएं हैं. ऐसी महिलाएं जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय 3 लाख रुपये से कम है उन्हें 2 लाख रुपये तक की वित्तीय मदद दी जा रही है. लाभार्थी महिला को इस रकम के लिए व्यवसाय के लिए कोई राशि निवेश करने की आवश्यकता नहीं है. 2 लाख रुपये पर 5 फीसदी ब्याज दर लागू की गई है. इसके साथ ही यह रकम लौटाने के लिए 8 वर्षों का समय दिया जाता है.
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