बीमा सखी योजना से लखपति बनेंगी SHG से जुड़ी मह‍िलाएं, गांव-गांव तक पहुंचेगा बीमा का लाभ

बीमा सखी योजना से लखपति बनेंगी SHG से जुड़ी मह‍िलाएं, गांव-गांव तक पहुंचेगा बीमा का लाभ

'बीमा सखी योजना' के तहत ग्रामीण SHG महिलाओं को प्रशिक्षित कर बीमा सेवाएं गांव-गांव तक पहुंचाई जाएंगी. ये महिलाएं बीमा जागरूकता, आवेदन और क्लेम में मदद करेंगी. इससे उन्हें रोजगार भी मिलेगा और महिलाओं को आत्मनिर्भरता की दिशा में बल मिलेगा.

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बीमा सखी योजना से लखपति बनेंगी SHG से जुड़ी मह‍िलाएं, गांव-गांव तक पहुंचेगा बीमा का लाभकेंद्रीय कृषि‍ मंत्री शिवराज सिंह चौहान (फाइल फोटो)

केंद्र सरकार ने ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में बीमा योजनाओं की पहुंच बढ़ाने के लिए एक नई पहल शुरू की है. इस पहल का नाम है- ‘बीमा सखी योजना’.  इस योजना के तहत देशभर में स्वयं सहायता समूह (SHG) की महिलाओं को प्रशिक्षित कर ग्राम पंचायत स्तर पर नियुक्त किया जाएगा. ये महिलाएं न केवल लोगों को बीमा के प्रति जागरूक करेंगी, बल्कि बीमा लेने से लेकर क्लेम के समय तक हर जरूरी मदद भी देंगी. केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “2047 तक सभी के लिए बीमा” मिशन का हिस्सा है. इसके लिए सरकार ने भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के साथ साझेदारी की है.

लोगों को मिलेगी सामाजिक-आर्थ‍िक सुरक्षा

योजना का मकसद है कि गांवों में भी लोगों को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा दी जा सके. मंत्री ने कहा कि बीमा सखी न केवल बीमा योजनाओं को लोगों तक पहुंचाएंगी, बल्कि इससे महिलाओं को रोजगार का नया जरिया भी मिलेगा. बीमा सखी योजना, महिला उद्यमिता और वित्तीय आज़ादी का मजबूत माध्यम है. यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ दृष्टि को साकार करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता दर्शाता है.

देश में 15 अगस्‍त तक 2 करोड़ लखपति दीदी होंगी

शिवराज सिंह ने बताया कि इस योजना को बनाने का उद्देश्य यही है कि ग्रामीण महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण हो. इसी के अनुसार, बीमा सखी बनकर महिलाएं अब उद्यमिता एवं आय के नए अवसर पा रही हैं, जिससे SDG 5 (जेंडर समानता) के लक्ष्यों और ‘लखपति दीदी मिशन’ को बल मिलेगा. उन्होंने बताया कि 15 अगस्त तक दो करोड़ बहनें लखपति होगी. शिवराज सिंह ने कहा कि रोजगार सृजन और महिला श्रम-बल में भागीदारी के तहत महिलाओं की स्थानीय स्तर पर भागीदारी बढ़ाकर, बीमा सखी योजना शहरी और ग्रामीण रोजगार में नया अध्याय जोड़ रही है.

आपदा वाले क्षेत्रों में लोगों को मिलेगा सुरक्षा कवच

इस महत्वपूर्ण स्कीम में समावेशी बीमा इकोसिस्टम के अंतर्गत बीमा सखियां न केवल बीमा योजनाओं की पहुंच बढ़ा रही हैं, बल्कि अंतिम छोर तक विश्वास-आधारित सेवाओं का विस्तार कर रही हैं. उन्होंने कहा कि सरकारी प्राथमिकताओं से तालमेल होने के साथ ही यह पहल ‘जन धन से जन सुरक्षा’, डिजिटल इंडिया, और महिला कौशल विकास जैसी योजनाओं को मजबूती प्रदान कर रही है.

शिवराज सिंह ने कहा कि आपदा सुरक्षा में योगदान देते हुए विशेषकर आपदा वाले क्षेत्रों में यह योजना ग्रामीण परिवारों को वित्तीय झटकों से बचाने के लिए सुरक्षा कवच सिद्ध होगी. केंद्रीय मंत्री चौहान ने कहा, “बीमा सखी केवल बीमा की एजेंट नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव की अगुवा हैं. वे गांव-गांव में वित्तीय सुरक्षा की मशाल लेकर आगे बढ़ रही हैं, जिससे गांव आर्थिक रूप से संबल और महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं.”

शिवराज ने योजना से जुड़ने की अपील

शिवराज सिंह ने, राज्यों और सभी भागीदार संस्थाओं से आह्वान किया कि वे इस जनांदोलन का हिस्सा बनें और बीमा सखी योजना को हर गांव, हर घर तक पहुंचाने में सहयोग करें. शिवराज सिंह ने कहा, “बीमा सखी योजना एक परिवर्तनकारी आंदोलन है, जिससे भारत को लचीला, समावेशी और बीमाकृत राष्ट्र बनाना संभव है. यह पहल हमारी ग्रामीण माताओं-बहनों की आर्थिक सुरक्षा और समग्र विकास के संकल्प को नई ऊर्जा प्रदान करेगी.”

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