UP News: धन के अभाव में नाव की खरीद न कर पाने वाले मछुआरों के लिए अच्छी खबर है.उत्तर प्रदेश मत्स्य विभाग के द्वारा विभिन्न योजनाओं का लाभ देने के लिए मछुआरों से आवेदन पत्र मांगे जा रहे हैं. विभागीय पोर्टल पर आवेदन किया जा सकता है. इसके लिए 1 जुलाई से पोर्टल को खोल दिया गया है और 21 जुलाई तक पात्र लाभार्थी अपना आवेदन कर सकते हैं. इसी क्रम में निदेशक मत्स्य उप्र लखनऊ ने बताया कि निषादराज बोट सब्सिडी योजनान्तर्गत विभागीय पोर्टल पर आनलाईन आवेदन प्राप्त करने हेतु दिनांक 1 जुलाई, 2024 से 21 जुलाई, 2024 तक पोर्टल खोला गया है. जिसकी ऑनलाइन वेबसाइट http://fisheries.up.gov.in है. निषादराज बोट सब्सिडी योजनान्तर्गत इच्छुक लाभार्थी अधिक से अधिक आवेदन करें. अधिक जानकारी प्राप्त करने हेतु किसी भी कार्य दिवस में कार्यालय मत्स्य पालक विकास अभिकरण कमरा नं- एफ-26 विकास भवन लखनऊ से प्राप्त की जा सकती है.
बता दें कि मछुआरों को स्थायी आजीविका प्रदान करने के लिए निषादराज नाव सब्सिडी योजना शुरू की है. इसके तहत सरकार मछुआरों को एक लाख रुपये तक की नाव खरीदने पर अनुदान दिया जाएगा. अनुसूचित जाति, जनजाति व महिला लाभार्थियों के लिए 60 प्रतिशत तथा सामान्य व पिछड़े वर्ग के लिए 40 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा.
इस सब्सिडी योजना का लाभ निषाद समुदाय के उन लोगों को मिलेगा, जो मछली पकड़ते हैं या नाव चलाते हैं. इनके जीवन स्तर को सुधारने के लिए सरकार नाव खरीदने में इनकी मदद करेगी. यह सब्सिडी मुख्य रूप से मछुआरा समुदाय की 17 उपजातियों के लिए है. नदियों के किनारे रहने वाली मछुआरों की एक बड़ी आबादी को इस स्कीम का फायदा मिलेगा. इस योजना से मछली निर्यात को भी प्रोत्साहन मिलेगा.
इस स्कीम का लाभ लेने के लिए कुछ दस्तावेज की जरूरत पड़ेगी. निषादराज नाव सब्सिडी योजना के तहत आवेदन करते फोटो, आधार कार्ड की छायाप्रति, बैंक पासबुक की छायाप्रति, भूमि संबंधित अभिलेख, शपथ पत्र, मत्स्य समृद्धि फार्म, जाति प्रमाण पत्र हस्ताक्षर, ड्राइविंग लाइसेंस आदि नियमानुसार अपलोड करना होगा.
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