प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नई दिल्ली में इंडियन को-ऑपरेटिव कांग्रेस को संबोधित किया. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहकारिता से लेकर खेती-किसान और सरकारी स्कीमों के बारे में बात की. प्रधानमंत्री मोदी ने तब और अब की सरकार और कामकाज का फर्क भी बताया. उन्होंने किसानों को मिलने वाली सुविधाओं का जिक्र किया जिसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य से लेकर पीएम किसान सम्मान निधि के बारे में जानकारी दी. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों को उनकी फसल की उचित कीमत मिले इसे लेकर हमारी सरकार शुरू आए बहुत गंभीर रही है. पिछले 9 साल में MSP को बढ़ाकर, MSP पर खरीद कर 15 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा किसानों को दिए गए हैं.
किसानों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आखिरकार गारंटी क्या होती है, किसान के जीवन को बदलने के लिए कितना महा भगीरथ प्रयास जरूरी है, इसके इसमें दर्शन होते हैं. कुल मिलाकर अगर देखें तो सिर्फ फर्टिलाइजर सब्सिडी पर बीजेपी सरकार ने 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं.
प्रधानमंत्री पीएम किसान सम्मान निधि के बारे में कहा, पिछले 9 वर्षों में स्थिति बिल्कुल बदल गई है. आज करोड़ों छोटे किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि मिल रही है. कोई बिचौलिया नहीं, कोई फर्जी लाभार्थी नहीं. 2014 से पहले अक्सर किसान कहते थे कि उन्हें सरकार की मदद बहुत कम मिलती है और जो थोड़ी बहुत मिलती भी थी वो बिचौलियों के खातों में जाती थी. सरकारी योजनाओं के लाभ से देश के छोटे और मध्यम किसान वंचित ही रहते थे.
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प्रधानमंत्री ने कहा, यानी तब पूरे देश की कृषि व्यवस्था पर जितना खर्च तब हुआ, उसका लगभग 3 गुना हम केवल किसान सम्मान निधि पर खर्च कर चुके हैं. बीते 4 वर्षों में इस योजना के अंतर्गत 2.5 लाख करोड़ रुपये सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजे गए हैं. ये रकम कितनी बड़ी है इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि 2014 से पहले के 5 वर्षों का कुल कृषि बजट ही मिलाकर 90 हजार करोड़ रुपये से कम था.
प्रधानमंत्री ने कहा, हिसाब लगाएं तो आज हर वर्ष केंद्र सरकार साढ़े 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक खेती और किसानों पर खर्च कर रही है. इसका मतलब है कि प्रतिवर्ष हर किसान तक सरकार औसतन 50 हजार रुपये किसी न किसी रूप में पहुंचा रही है. यानी बीजेपी सरकार में किसानों को अलग अलग तरह से हर साल 50 हजार रुपये मिलने की गारंटी है. ये मोदी की गारंटी है.
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संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, यही नहीं, गन्ना किसानों के लिए भी उचित और लाभकारी मूल्य अब रिकॉर्ड 315 रुपये क्विंटल कर दिया गया है. किसान हितैषी अप्रोच को जारी रखते हुए, कुछ दिन पहले एक और बड़ा निर्णय लिया गया है. केंद्र सरकार ने किसानों के लिए 3 लाख 70 हजार करोड़ रुपये का पैकेज घोषित किया है.
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