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बुजुर्ग की लाठी बने सीएम धामी, पुष्कर धामी ने तुरंत किया समस्या का समाधान!

बुजुर्ग की लाठी बने सीएम धामी, पुष्कर धामी ने तुरंत किया समस्या का समाधान!

बुजुर्ग व्यक्ति ने केवाईसी करवाने और उसके मामले का त्वरित संज्ञान लेने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी सरकार बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगों के कल्याण के लिए पूरी तरह समर्पित है. हमारा प्रयास है कि डबल इंजन सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से हर वर्ग को लाभ मिले.

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CM Pushkar singh Dhami CM Pushkar singh Dhami

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुजुर्ग का सहारा बनते दिखाई दे रहे हैं. आपको बता दें अल्मोड़ा के धरम सिंह E-KYC न होने के कारण प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं ले पा रहे थे. मामला सीएम के संज्ञान में आने के बाद बुजुर्ग का तत्काल ई-केवाईसी कराया गया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के संज्ञान में आने के बाद अल्मोड़ा के लमगड़ा ब्लॉक के अंतर्गत तुलेड़ी गांव में रहने वाले बुजुर्ग धरम सिंह को दो साल के लंबे अंतराल के बाद प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा. रेटिना और अंगूठे का स्कैन न होने के कारण धरम सिंह का ई-केवाईसी नहीं हो पा रहा था. जिसके कारण वह इस योजना के लाभ से वंचित हो रहे थे.

पुष्कर सिंह बने बुजुर्गों के मसीहा!

सोमवार को जब प्रधानमंत्री ने दिल्ली से सम्मान निधि की 17वीं किस्त जारी की तो स्थानीय लोगों ने धर्म सिंह का मामला सोशल मीडिया पर पोस्ट कर मुख्यमंत्री से मामले में कार्रवाई की मांग की. मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को बुजुर्ग का ई-केवाईसी कराने के निर्देश दिए. जिसके बाद सचिव शैलेश बगोली ने मामले को प्राथमिकता देते हुए अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से बुजुर्ग का ई-केवाईसी कराने के निर्देश दिए. सचिव का आदेश मिलते ही प्रशासन के आला अधिकारी बुजुर्ग के घर पहुंचे और उनका ई-केवाईसी कराया गया. अब जल्द ही धर्म सिंह को भी अन्य किसानों की तरह किसान सम्मान निधि मिलनी शुरू हो जाएगी.

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हर वर्ग को लाभ मिलेगा लाभ

बुजुर्ग व्यक्ति ने केवाईसी करवाने और उसके मामले का त्वरित संज्ञान लेने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी सरकार बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगों के कल्याण के लिए पूरी तरह समर्पित है. हमारा प्रयास है कि डबल इंजन सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से हर वर्ग को लाभ मिले.

क्या है पीएम किसान योजना?

देश के छोटे और सीमांत किसानों के लिए केंद्र सरकार द्वारा पीएम किसान सम्मान निधि योजना शुरू की गई है. इस योजना के तहत सरकार लाभार्थी किसानों को प्रति वर्ष 6000 रुपये की राशि 2000 रुपये की तीन किस्तों में प्रदान करती है. इस किस्त की राशि हर चार महीने में दी जाती है. जो डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर (DBT) के जरिए किसानों के खाते में ट्रांसफर की जाती है. पीएम किसान योजना के तहत सरकार ने पूरे साल में 75000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया है.

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पीएम किसान की 17वीं किस्त

देश के किसानों को अब प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 17वीं किस्त का इंतजार है क्योंकि नई सरकार के गठन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले किसान सम्मान निधि योजना की 17वीं किस्त जारी करने की फाइल पर दस्तखत किए और 9 करोड़ लाभार्थी किसानों को 2000 रुपये की अगली मदद का रास्ता साफ कर दिया. हालांकि, सरकार ने अभी इसकी तारीख का खुलासा नहीं किया है. लेकिन उम्मीद है कि सरकार जल्द से जल्द किसानों के खातों में पैसे भेज देगी.