प्राकृतिक आपदा से फसलों के नुकसान की भरपाई करने के लिए केंद्र सरकार पीएम फसल बीमा योजना चला रही है. इस योजना के जरिए किसानों को आर्थिक नुकसान से बचाया जा रहा है. मध्य प्रदेश में फसल बीमा योजना के जरिए फसलों का बीमा कराने वाले 25 लाख से अधिक किसानों को बीमा की राशि भुगतान की गई है. यह राशि खरीफ सीजन की फसलों के बीमा की मिली है. जबकि, रबी सीजन के लिए किसानों ने 41 लाख हेक्टेयर फसलों का बीमा करा लिया है.
मध्य प्रदेश कृषि विभाग के अनुसार राज्य सरकार किसानों के कल्याण के लिये कोई कसर नहीं छोड़ रही है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में किसानों के हित में कई नवाचार किऐ जा रहे हैं और उपलब्धियां हासिल हो रहीं हैं. मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के जरिए किसानों के नुकसान की भरपाई कराई जा रही है. खरीफ सीजन की फसलों के लिए बीमा कराने की अंतिम तिथि 15 अगस्त 2024 थी. इस अवधि के दौरान फसलों का बीमा कराने वाले किसानों को नुकसान दावों का भुगतान किया गया है.
मध्य प्रदेश कृषि विभाग के अनुसार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का आवेदन करने वाले किसानों के नुकसान की भरपाई की गई है. योजना के तहत राज्य के 25.79 लाख किसानों को फसल नुकसान के एवज में 755 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है. कृषि विभाग ने कहा है कि किसानों को शीघ्रता से हरसंभव बीमा दावों के भुगतान करने के प्रयास किये जा रहे हैं.
मध्य प्रदेश के कृषि विभाग के अनुसार रबी मार्केटिंग सीजन 2023-24 में बड़ी संख्या में किसानों ने फसल बीमा के लिए आवेदन किए. आंकड़ों के अनुसार 41.49 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की फसलों का बीमा किया गया है. रबी सीजन की फसलों के लिए बीमा कराने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2024 थी, जिसे बढ़ाकर मध्य प्रदेश में 15 जनवरी 2025 कर दिया गया था.
केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने किसानों को रबी सीजन की बुवाई की शुरुआत के साथ ही किसानों को फसल बीमा कराने की सलाह दी है. किसान न्यूनतम प्रीमियम दर पर फसल बीमा करवा कर अपनी फसलों को सुरक्षित कर सकते हैं. मंत्रालय ने रबी फसलों और बागवानी फसलों के बीमा के लिए प्रीमियम खरीफ की तुलना में कम है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today