केंद्र सरकार आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना चला रही है. इस योजना के तहत कम आय वाले लोगों को हेल्थ कवरेज दिया जाता है. आयुष्मान भारत योजना के दायरे में आने वाले लाभार्थियों को पांच लाख रुपये तक का हेल्थ इंश्योरेंस मिलता है. यानी लाभार्थी सरकारी या प्रावेट अस्पताल में पांच लाख रुपये तक का मुफ्त में इलाज करवा सकते हैं. लेकिन अब सरकार ने सफेद राशन कार्ड धारकों को भी इस योजना में शामिल कर लिया है. जिन राशन कार्ड में 6 या उससे अधिक सदस्य हैं, वे अपना आयुष्मान कार्ड घर पर बैठे-बैठे मोबाइल से ऑनलाइन बना सकते हैं.
खास बात यह है कि जो लोग इस योजना के पात्र होते हैं, उन्हें सरकार की तरफ से आयुष्मान कार्ड जारी किया जाता है. कार्ड के जरिए ही लाभार्थी योजना का फायदा उठा सकते हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक आयुष्मान के लाभार्थी हैं. यहां पर 4.83 करोड़ से अधिक लोगों का आयुष्मान कार्ड बन चुका है. आयुष्मान कार्ड बनाने वाले राज्यों की सूची में यूपी टॉप पर है. इसके बाद मध्य प्रदेश में 3.78 करोड़ और महाराष्ट्र में 2.39 करोड़ लोगों का आयुष्मान कार्ड बना है. लेकिन आज हम राशन कार्ड से आयुष्मान हेल्थ कार्ड बनाने के प्रोसेस के बारे में जानेंगे.
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वहीं, कुछ देर पहले खबर सामने आई थी कि बिहार में आयुष्मान कार्ड से वंचित राशन कार्ड धारियों को लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना की शुरुआत की है. वैसे राशनकार्ड धारी जिनका प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में नाम नहीं है, अब उन्हें भी आयुष्मान कार्ड की सुविधा मिलेगी. इसकी शुरुआत 2 मार्च से होगी. जन वितरण प्रणाली दुकान पर राशनकार्ड धारियों का कैंप लगाकर कार्ड बनाया जाएगा.
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