देश के किसानों की आय दोगुनी करना केंद्र और राज्य सरकारों का लक्ष्य है. इस उद्देश्य के साथ फार्मस प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन (FPO) बनाए गए हैं. एफपीओ बनने के बाद इससे जुडे़ किसानों को काफी लाभ हो रहा है. खास कर ग्रामीण क्षेत्रों में उन किसानों को लाभ हुआ है, जो किन्हीं कारण से सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हो जाते थे, या फिर अपने कृषि उत्पाद की उन्हें अच्छी कीमत नहीं मिल पाती थी, लेकिन अब एफपीओ के माध्यम से किसानों को अपने उत्पाद के अच्छे दाम मिल रहे हैं, इससे उनकी कमाई बढ़ी है और किसानों के अंदर आत्मविश्वास आया है.
रामगढ़ जिले के दुलमी प्रखंड अंतर्गत संचालित हो रहे एफपीओ से किसानों को काफी लाभ हो रहा है. किसानों को सबसे बड़ा फायदा ये हुआ है कि किसानों को बिचौलियों से छुटकारा मिल गया है. अब उन्हें अपने उत्पाद के बेहतर दाम मिल रहे हैं. इस बार आलू किसानों को भी एफपीओ के जरिए फायदा हुआ. इस एफपीओ का नाम दुलमी एग्रोटेक प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड है, जिससे 600 किसान जुड़े हुए हैं. कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राज कुमार महतो बताते हैं कि इसका इलाके के किसानों को बिचौलियों से मुक्ति दिलाने के लिए और उनकी आय़ बढ़ाने के लिए 21 जुलाई 2021 को इसका गठन किया गया था.
अपने गठन से लेकर आज तक यह एफपीओ लगातार किसानों के हित के लिए कार्य कर रहा है. राज कुमार बताते हैं कि इलाके के किसान मुख्य तौर पर आलू और शकरकंद की खेती करते हैं. इसके अलावा सरसों और प्याज की खेती की जाती है. साथ ही खरीफ में मुख्य तौर पर इलाके के किसान धान की खेती करते हैं. इस बार किसानों ने एफपीओ के जरिए आलू और धान की बिक्री की है. राज कुमार महतो ने बताया कि इ नाम के जरिए किसानों के कृषि उत्पादों की बिक्री हुई है. इससे किसानों को अच्छे दाम मिले हैं.
वहीं एक अन्य किसान ने बताया कि एफपीओ के जरिए उन्हें बेहतर खेती करने का रास्ता मिल गया है. एफपीओ के माध्यम से उनके लिए प्रशिक्षण कि व्यवस्था की जाती है. केवीके के वैज्ञानिकों किसानों को खेती के आधुनिक तरीकों के बारे में बताते हैं. इसके अलावा किसानों को अब अपने खेत में बाजार जैसा अच्छा दाम मिल जाता है. इससे किसानों को बाजार जाने का समय औऱ पैसा दोनों बच जाता है. एफपीओ के माध्यम से किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले बीज मिलते हैं. साथ ही सही समय पर उचित कीमत पर खाद भी मिल जाती है. इस तरह से यह किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रहा है.
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