बिहार के बाढ़ पीड़ित किसानों के लिए खुशखबरी है. दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डेढ़ लाख बाढ़ पीड़ित किसानों के खाते में फसल क्षतिपूर्ति की राशि भेजी है. सीएम नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित किसानों को डीबीटी के जरिए सीधे उनके खाते में 101 करोड़ रुपये की राशि जमा कराई है. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को राज्य सरकार हरसंभव सहायता उपलब्ध कराती है. हम लोग आपदा पीड़ितों की सहायता के लिए लगातार तत्पर रहते हैं.
CM नीतीश कुमार ने कहा कि ये पहले चरण की बाढ़ से प्रभावित किसानों के खाते में राशि डाली गई है. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बचे हुए बाढ़ प्रभावित किसानों के खाते में राशि जल्द से जल्द डाली जाए. साथ ही नीतीश कुमार ने कहा कि इस साल सितंबर में हुई भारी बारिश और गंगा, कोसी, गंडक, बागमती और अन्य नदियों के जलस्तर में हुई वृद्धि के बाद बाढ़ के कारण फसल बर्बाद हुई है.
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सीएम ने कहा कि फसलों के नुकसान की रिपोर्ट प्रभावित जिलों से लेने के बाद किसानों को क्षतिपूर्ति की राशि दी जा रही है. कृषि इनपुट अनुदान योजना के अन्तर्गत राज्य सरकार उन्हें यह राशि दे रही है. यह राशि पहले चरण के लिए दी गई है. अन्य प्राप्त आवेदनों का वेरिफिकेशन कर बाकी किसानों को भी राशि जल्द दी जाएगी.
कृषि सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि गंगा और अन्य नदियों में आई बाढ़ से पहले चरण में राज्य के 16 जिले के 66 प्रखंड और 580 पंचायत का कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ है. वहीं, बाढ़ प्रभावित प्रति किसान को सिंचित क्षेत्र के लिए 17 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर और असिंचित क्षेत्र के लिए 8500 रुपये प्रति हेक्टेयर दिया गया. साथ ही हमेशा उगाई जाने वाली फसलों के लिए 22 हजार 500 रुपये प्रति हेक्टेयर का कृषि इनपुट अनुदान दिया जा रहा है. ऐसे में प्रति किसान अधिकतम दो हेक्टेयर के लिए मुआवजा दिया गया.
बता दें कि सितंबर में आई बाढ़ से बिहार में खरीफ और बागवानी फसलों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा था. इस साल आई भयंकर बाढ़ ने 19 जिलों के 92 ब्लॉकों में भारी तबाही मचाई थी. वहीं, सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, बाढ़ से 673 पंचायतों में करीब 2.24 लाख हेक्टेयर लगी फसल बर्बाद हो गई थी. इससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ था.
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