किसान अगर खेती में कुछ नई तकनीक आजमाते हैं तो उन्हें खेती करने में बहुत ही ज्यादा आसानी होती है. वहीं, आजकल सरकार भी किसानों की आधुनिक तकनीक को अपनाने में मदद करने के लिए तरह-तरह की योजनाएं चला रही है, जिससे किसान तकनीकों का इस्तेमाल करके खेती से अच्छी कमाई कर सकें. दरअसल, सरकार उच्च तकनीक बागवानी योजना के तहत से शेड नेट पर सब्सिडी दे रही है, जिससे किसानों की आधी मदद की जा रही है. जिसमें आधा पैसा सरकार देगी और आधा किसानों को लगाना होगा, इससे न सिर्फ किसानों की आय बढ़ेगी बल्कि शेड नेट की मदद से उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी. ऐसे में पूरी खबर जानने के लिए नीचे दी गई डिटेल को पढ़ें.
बिहार कृषि विभाग की ओर से किए गए ट्वीट के अनुसार, उच्च तकनीक बागवानी योजना के अंतर्गत शेड नेट की मदद से फसलों की खेती करने के लिए सरकार 50 फीसदी की सब्सिडी दे रही है. इसमें किसानों को शेड नेट लगाने के लिए प्रति वर्ग मीटर की इकाई लागत 710 रुपये पर 50 फीसदी यानी 355 रुपये दिया जाएगा. साथ ही सरकार इस शेड नेट में जरबेरा, गुलाब, और उच्च मूल्य वाली सब्जी की खेती करने पर भी 50 की सब्सिडी देगी.
शेडनेट हाउस स्थापित करने हेतु 50% का अनुदान – कम लागत में अधिक उत्पादन, किसानों के सपनों को दे नई उड़ान! 🌱
— Directorate Of Horticulture, Deptt of Agri, Bihar (@HorticultureBih) January 23, 2025
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बात करें शेड नेट की फायदे कि तो फल, फूल, सब्जी समेत अलग-अलग बागवानी फसलों की खेती और नर्सरी लगाने के लिए शेड नेट का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह ढांचा लगाकर फसल और नर्सरी के पौधों को मौसम की अनिश्चितताओं से लेकर कीट-रोग से जोखिम से बचाता है. किसान अगर इसमें सब्जियां उगाते हैं तो उन्हें सब्जियां उगाने में बहुत कम समय लगेगा और खर्चा भी कम आएगा, क्योंकि इसमें किसान सही तापमान का नियंत्रण कर पाते हैं. साथ ही उनमें कीटनाशक का भी खर्चा बच जाता है.
यदि आप बिहार के किसान हैं और शेड नेट तकनीक की मदद से खेती करना चाहते हैं, तो आप इस योजना के लिए सब्सिडी का लाभ ले सकते हैं. इसके लिए बिहार कृषि विभाग, बागवानी निदेशालय की ऑफिशियल वेबसाइट लिंक पर विजिट कर सकते हैं. वहीं, इस बारे में अधिक जानकारी के लिए किसान अपने जिले के उद्यान विभाग के सहायक निदेशक से भी संपर्क कर सकते हैं.
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