झारखंड में होली के इस पर्व पर महिलाओं को उम्मीद थी कि उन्हें मईयां सम्मान योजना के तहत राशि मिल जाएगी, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी. महिलाओं ने कई बार शहर के सदर अंचल कार्यालय का चक्कर लगाया, लेकिन होली से पहले उन्हें यह राशि नहीं मिली, जिससे उनमें निराशा का माहौल है.
महिलाएं लगातार कार्यालय के चक्कर काट रही हैं, लेकिन हर बार उन्हें किसी न किसी बहाने से वापस भेज दिया जा रहा है. रेखा देवी, जो एक लाभार्थी हैं, उन्होंने बताया कि वे दिसंबर से लगातार इस योजना के तहत राशि लेने के लिए कार्यालय का दौर लगा रही हैं, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई. उनके अनुसार, कर्मचारियों का कहना है कि "साइट नहीं खुल रही है", "लिंक फेल है", और कभी "बुधवार को आना है", तो कभी "शनिवार को आना है". हर दिन कुछ न कुछ नया बहाना सामने आता है.
कुम्हार पट्टी की एक अन्य लाभार्थी, रूबी देवी ने बताया कि उन्होंने अगस्त में मईयां सम्मान योजना का फॉर्म भरा था, लेकिन अब तक उन्हें कोई राशि प्राप्त नहीं हुई. जब वे कार्यालय पहुंचती हैं, तो उन्हें बताया जाता है कि "सर्वर डाउन है" या "साइट बंद है", और इस तरह उनके पैसे मिलने की उम्मीद और बढ़ती जा रही है. अब वे जानना चाहती हैं कि आठ महीने बीत चुके हैं, क्या उन्हें मईयां सम्मान का लाभ मिलेगा या नहीं?
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इस मुद्दे पर उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त पवन कुमार ने आश्वासन दिया कि इसका समाधान जल्द ही किया जाएगा. उन्होंने बताया कि जिन लाभार्थियों की एंट्री पूरी हो चुकी है, उनके खाते में राशि आनी शुरू हो गई है. वहीं, जिन महिलाओं के खाते में त्रुटियां हैं, उनके लिए भी समाधान जल्द ही किया जाएगा, जो अगले दस से पंद्रह दिनों में पूरा हो जाएगा.
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आयुक्त पवन कुमार ने सीओ शशिकांत सिंकर से भी जानकारी ली. सीओ ने बताया कि वर्तमान में 74 हजार लाभुकों के खातों में कुछ गलतियां हैं. इनमें से कई लाभार्थियों के बैंक खाता नंबर और ऑनलाइन खाता नंबर अलग-अलग हैं, जिसके कारण उनके लाभों को होल्ड पर रखा गया है. हालांकि, इन पुरानी एंट्री को दुरुस्त किया जा रहा है, और सुधार के बाद सभी लाभार्थियों को जल्द ही लाभ मिलने लगेगा.
मईयां सम्मान योजना का उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों को आर्थिक मदद देना है, लेकिन तकनीकी और प्रशासनिक समस्याओं के कारण यह योजना कई लाभार्थियों के लिए समय पर मदद नहीं पहुंचा पा रही है. सरकारी अधिकारियों का कहना है कि यह समस्याएं जल्द ही सुलझा ली जाएंगी और सभी महिलाओं को उनकी राशि मिलेगी.
धनबाद की महिलाएं इस समय मईयां सम्मान योजना के तहत मिलने वाली राशि की उम्मीद कर रही हैं, लेकिन होली से पहले उन्हें यह राशि नहीं मिल सकी. हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि इस समस्या का समाधान जल्द ही होगा. सरकार को इस योजना के कार्यान्वयन में सुधार लाने की आवश्यकता है ताकि इस तरह की तकनीकी और प्रशासनिक परेशानियों से लाभार्थियों को न गुजरना पड़े. (सिथुन मोदक की रिपोर्ट)
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