Indian Administrative Services की परीक्षा में सफल होने को लेकर दिल्ली के छात्रों का दबदबा हमेशा से रहा है. इसके पीछे की मूल वजह दिल्ली में शिक्षा की उन्नत सुविधाएं होना है. वहीं, छत्तीसगढ़ के दूरदराज के इलाकों में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं. इस कारण राज्य सरकार ने दिल्ली में दलित, पिछड़े और आदिवासी छात्रों को इस परीक्षा की तैयारी कराने की सुविधा देने की पहल की है. इसके लिए छत्तीसगढ़ के वंचित वर्गों के छात्रों को राज्य सरकार द्वारा दिल्ली में Tribal Youth Hostel की सुविधा मुहैया कराई जा रही है. इसमें छात्रों को भोजन, आवास और कोचिंग की सुविधा मुहैया कराई जाती है. राज्य की विष्णुदेव साय सरकार ने हॉस्टल में छात्रों के लिए सीटों की संख्या में चार गुना इजाफा कर इसकी सेवा सुविधा क्षमता को बढ़ा दिया है.
छत्तीसगढ़ के छात्रों के लिए दिल्ली में संचालित हो रहे ट्राइबल यूथ हॉस्टल में अभी तक 50 छात्रों के रहने और कोचिंग करने की सुविधा थी. राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर इस हॉस्टल की क्षमता को बढ़ाकर 200 कर दिया गया है. हाल ही में सीएम साय ने दिल्ली प्रवास के दौरान यूथ हॉस्टल का दौरा कर छात्रों को मिल रही सुविधाओं में इजाफा किए जाने का जायजा लिया.
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सीएम साय ने कहा कि इस संस्थान में पढ़ रहे छात्रों की सफलता की दर को देखते हुए सरकार ने अब इसमें 50 छात्रों से बढ़ाकर 200 छात्रों के रहने, खाने और पढ़ने का इंतजाम कर दिया है. इसमें छात्रों के अलावा छात्राओं को भी पढ़ने की सुविधा मुहैया कराई जाती है. उन्होंने हॉस्टल के छात्रों से मुलाकात कर उनसे पढ़ाई सहित अन्य सुविधाओं की जानकारी ली.
सीएम साय ने हॉस्टल का निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों को निर्देश दिया कि छात्रों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाए. उन्हें किसी भी प्रकार की कमी महसूस होने पर उसे तुरंत दूर किया जाए. मुख्यमंत्री ने हॉस्टल की सफाई, सुरक्षा और खानपान के साथ कोचिंग में पढ़ाई की गुणवत्ता बरकरार रखने पर विशेष जोर दिया.
उन्होंने कहा कि हॉस्टल की क्षमता में इजाफा किए जाने के बाद अब अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए छत्तीसगढ़ से दिल्ली आने वाले अभ्यर्थियों को भी राज्य सरकार हॉस्टल एवं Paying Guest (PG) की सुविधा दी जाएगी.
सीएम साय ने कहा कि यह निर्णय छात्रों की शिक्षा और करियर को ध्यान में रखकर लिया गया है. इससे छत्तीसगढ़ के ज्यादा से ज्यादा बच्चों को सिविल सेवा सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने का मौका मिलेगा. उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करें. राज्य सरकार छात्रों की हर संभव मदद के लिए उनके साथ है.
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मुख्यमंत्री ने हॉस्टल के अधिकारियों को छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन करने काे कहा. अधिकारियों ने बताया कि 2012 में निर्मित ट्रॉयबल यूथ हॉस्टल में छत्तीसगढ़ के अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति तथा पिछड़ा वर्ग के प्रतिभावान अभ्यर्थियों को UPSC परीक्षा की तैयारी कराई जाती है. इसमें छात्रों को कोचिंग के साथ आवासीय सुविधा भी उपलब्ध है.
यहां रहकर यूपीएससी की कोचिंग करने वाले हिन्दी माध्यम के अभ्यर्थियों के लिए 1.50 लाख रुपये तथा अंग्रेजी माध्यम के अभ्यर्थियों के लिए 2 लाख रुपये की राशि Empanelled Coaching Institutions को छत्तीसगढ़ सरकार के आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा प्रदान की जाती है. इसके अतिरिक्त हॉस्टल में रह रहे छात्रों को Tribal Department द्वारा प्रतिमाह 12 हजार रुपये की राशि भोजन और परिवहन के सुविधा के लिए दी जाती है.
हॉस्टल में पढ़ रहे छात्रों की सफलता दर के बारे में सीएम द्वारा पूछे जाने पर अधिकारियों ने बताया कि हॉस्टल में अब तक 50 छात्रों के रहने की व्यवस्था थी. इनमें अनुसूचित जनजाति वर्ग की 25 सीटें हैं. इनमें 17 छात्र और 08 छात्राएं होती हैं. वहीं अनुसूचित जाति वर्ग की 15 सीटों में से 10 छात्र और 05 छात्राओं के लिए आरक्षित हैं. इसी प्रकार अन्य पिछड़ा वर्ग की 10 सीटों में से 07 छात्रों और 03 छात्राओं के लिए हैं.
इनमें से अब तक 04 छात्र राजस्व सेवा (IRS) के लिए चुने गए. 04 छात्र यूपीएससी के तहत सहायक कमांडेंट, 16 डिप्टी कलेक्टर, 12 उप पुलिस अधीक्षक, 16 नायब तहसीलदार एवं 77 अन्य पदों पर चुने जा चुके हैं. इस प्रकार कुल 129 अभ्यर्थियों का अब तक विभिन्न सेवाओं में चयन हो चुका है.
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