
छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचलों में किसानों को सौर सुजला योजना का लाभ मिलते दिखाई दे रहा है. किसान दो फसल लेकर अपनी आमदनी में बढ़ोतरी कर रहे हैं. राज्य में किसानों को आर्थिक रूप से संपन्न बनाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए सौर सुजला योजना कारगर साबित हो रही है. इस योजना में सोलर पंप देकर किसानों को सिंचाई की सुविधा दी जा रही है.
राज्य में इसका क्रियान्वयन छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) द्वारा किया जा रहा है. क्रेडा के मुताबिक, बलरामपुर जिले के 9143 किसानों को सौर सुजला योजना का लाभ दिया गया है. इससे दुर्गम क्षेत्रों में भी किसानों के खेतों में फसल लहलहा रही है. अब किसानों को बरसाती जल पर आश्रित नहीं रहना पड़ता. किसान अब इस योजना की मदद से साल में दो से अधिक फसलों और साग-सब्जियों का उत्पादन कर रहे हैं.
बलरामपुर जिले के विकासखंड रामचंद्रपुर के ग्राम चंदनपुर के किसान बनारसी मेहता बताते हैं कि उनके पास 1.5 एकड़ कृषि योग्य भूमि है, जिस पर उन्होंने नलकूप खनन के बाद क्रेडा के सहयोग से सिंचाई के लिए सोलर पंप लगवाया है. मेहता, धान और साग-सब्जियों का उत्पादन करते हैं. बलरामपुर विकासखंड के ग्राम कृष्णानगर के किसान सुकुमार ने इस साल तीन एचपी क्षमता का सोलर पंप लगवाया है. उनके पास भी लगभग 1.5 एकड़ कृषि जमीन है. वे बताते हैं कि इस साल बारिश में देरी के कारण धान की रोपाई नहीं हो पा रही थी लेकिन सोलर पंप लगने से सही समय में धान की रोपाई की जा सकी. उन्होंने बताया कि अब वे धान के अलावा साग-सब्जी का भी उत्पादन कर रहे हैं.
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सौर सुजला योजना से आज जिले के दूसरे किसान भी रबी और खरीफ फसलों के साथ-साथ साग-सब्जियों का उत्पादन कर पा रहे हैं. विकासखंड बलरामपुर के ग्राम कोटरकी के किसान आशामुनी ने बताया कि पहले आसानी से खरीफ की फसल हो जाती थी लेकिन पानी की समस्या के कारण रबी की फसल लेने में दिक्कत होती थी. ऐन वक्त में बिजली की समस्या भी आ जाती थी पर अब सोलर पंप लगने से बिजली की समस्या खत्म हो गई है. वे कहती हैं, अब खरीफ और रबी दोनों फसल बड़ी आसानी से ले पा रही हैं और इससे उनकी आमदनी बढ़ी है.
सौर सुजला योजना का मुख्य उद्देश्य रियायती दरों पर सोलर सिंचाई पंप प्रदान करके किसानों को सशक्त बनाना है. इस योजना को उन क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर लागू किया जा रहा है जहां अभी तक बिजली नहीं पहुंची है. वर्तमान में 5एची सोलर पंप की बाजार में कीमत 4.5 लाख है. सौर सुजला योजना के तहत किसानों को ये सोलर पंप रियायती दरों पर उपलब्ध कराया जा रहा है. छत्तीसगढ़ में इस योजना को छत्तीसगढ़ सरकार के ऊर्जा विभाग के अधीन क्रेडा (छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी) चला रही है. सौर सुजला योजना के तहत लाभार्थियों का चयन राज्य सरकार का कृषि विभाग करता है.
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क्रेडा के मुताबिक, वर्तमान में सौर सुजला योजना के तहत जिले को 1500 पंप लगाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है. इस योजना के अनुसार, इच्छुक किसान आधार कार्ड, भूमि का खसरा, रकबा, सत्यापित नक्शा, जाति प्रमाण पत्र की छायाप्रति और आवेदन शुल्क का डिमांड ड्राफ्ट (03 एचपी के लिए तीन हजार और पांच एचपी के लिए 4800 रुपये) के साथ अपने ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, क्रेडा या उप संचालक कृषि कार्यालय से संपर्क कर योजना का लाभ ले सकते हैं.
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