मध्य प्रदेश में आज महिलाओं के बीच लोकप्रिय लाडली बहना योजना की 24वीं किस्त की राशि ट्रांसफर की जाएगी. इसमें कुछ घंटों का समय ही बचा है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज सीधी जिले की तहसील गोपदबनास (सीधी खुर्द) से मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना की मई महीने की किस्त जारी करेंगे. इस दौरान वे सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना और सिलेंडर रिफिलिंग योजना की मई महीने की राशि भी लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर करेंगे. साथ ही कार्यक्रम में सीधी के धोहनी में विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन भी करेंगे.
प्रदेश में एक करोड़ 27 लाख महिलाओं को लाडली बहना योजना का लाभ मिल रहा है. सीएम इस योजना के तहत मई माह की किस्त के रूप में इन महिलाओं के खाते में 1552 करोड़ 38 लाख रुपये ट्रांसफर करेंगे. योजना में हर लाडली बहनाें के खाते में हर महीने 1250 रुपये की राशि आर्थिक मदद के तौर पर ट्रांसफर की जाती है. कार्यक्रम के दौरा सीएम 56 लाख 68 हजार सामाजिक सुरक्षा पेंशन हितग्राहियों के खातों में 340 करोड़ रुपये ट्रांसफर करेंगे और 25 लाख से अधिक बहनों को सिलेंडर रिफिलिंग की 57 करोड़ रुपए की राशि भी उनके खातों में सिंगल क्लिक से ट्रांसफर करेंगे.
राज्य सरकार ने फिलहान लाडली बहना योजना के तहत मिलने वाली राशि को नहीं बढ़ाया है. 2023 में विधानसभा चुनाव के दौरान सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी ने योजना के तहत मिलने वाली राशि को बढ़ाकर 3 हजार रुपये प्रति माह करने की घोषणा की थी, जिसके बाद लंबे समय से राशि बढ़ाने की मांग उठाई जा रही है. हालांकि, सरकार ने अभी कोई ऐलान नहीं किया है.
मालूम हो कि पहले लाडली बहना योजना की किस्त हर महीने की 10 तारीख को ट्रांसफर की जाती थी, लेकिन पिछले महीने इसमें देरी हुई थी. अब इस तारीख को बदल दिया गया है. अब हर महीने 15 तारीख को यह किस्त जारी होगी. पिछले दिनों हुई एक कैबिनेट मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने यह फैसला लिया था.
मध्य प्रदेश में लागू हुई यह योजना इतनी लोकप्रिय हुई है कि यह कई राज्यों में अलग-अलग नाम से चलाई जा रही है. खासकर योजना का जादू विधानसभा चुनावों के दौरान देखने को मिला, जहां कई राज्यों में इसने सरकार बनाई तो कुछ में सरकार को बचाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. विभिन्न राज्यों में योजना के तहत अलग-अलग राशि महिलाओं के खाते में भेजी जाती है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today